क्या आप जॉब मार्केट में अपना करियर बनाना चाहते हैं लेकिन इसके लिए ज़रूरी जानकारी के कमी में आप अपने करियर की शुरुआत नहीं कर पा रहे हैं? आम तौर पर हर किसी के जीवन में एक ऐसा समय आता है जब करियर के सम्बन्ध में सही निर्णय लेना उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल हो जाता है.
यद्यपि, आपकी शैक्षिक योग्यता जॉब पाने में आपकी मदद कर सकती है लेकिन सफलता और करियर ग्रोथ में आपके प्रदर्शन की तुलना में ये कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभा सकती है. प्रोफेशनल जीवन में सफलता और ग्रोथ के लिए आपको कुछ खास स्किल्स, विशेषज्ञताओं और निश्चित रूप से क्षेत्र के बारे में अच्छी जानकारी हासिल करनी पड़ेगी. सामान्यतः इन गुणों को विकसित करना एक ऐसा प्रक्रिया नहीं है जिसे एक, दो या तीन में पूरा किया जा सकता है. ईमानदारी से कहें तो यह एक लंबी प्रक्रिया है जिसके लिए उचित मार्गदर्शन और समय की लंबी अवधि की ज़रूरत होती है. यदि आप इन्हें सीखने के लिए पर्याप्त समय देते हैं तो आप जॉब मार्केट के लिए आवश्यक स्किल्स, नॉलेज, और एक्सपर्टीज हासिल नहीं कर सकते.आवश्यक क्वालिफिकेशन के बिना आप जॉब मार्केट में सरवाइव तक नहीं कर सकते. लेकिन, कुछ ऐसे सुझाव हैं जो जॉब मार्केट में करियर शुरू करने में आपकी सहायता कर सकते हैं. इस लेख में हमने उनमें से कुछ के बारे में समझाने की कोशिश की है.
अपना लक्ष्य तय करें
एक यात्री इधर उधर भटकने के अलावा कहीं नहीं जा सकता है यदि यात्रा शुरू करने से पहले उसने उपना लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है. इसी प्रकार से एक प्रोफेशनल सफलता के रूप में कुछ भी हासिल नहीं कर सकता यदि उसने अपने प्रोफेशनल लाइफ में कोई लक्ष्य नहीं निर्धारित किया है. सरल शब्दों में लक्ष्य तय करना प्रोफेशनल सफलता के लिए सबसे पहली और अनिवार्य ज़रूरत है. इसलिए, सबसे पहले आपको अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा ताकि आप सफलता और विकास को प्राप्त करने के लिए एक सही योजना बना सकें. इससे आपको यह जानने में मदद मिल सकती है कि सफलता के लिए आपको क्या करने की ज़रूरत है और क्या नहीं करने की ? इस तरह से आप सफलता और ग्रोथ हासिल कर सकते हैं.
सीखने की आदत विकसित करें
जिसने सीखना बंद किया उसका विकास भी रुक जाता है. इसलिए, सफलता और विकास के लिए निरंतर सीखते रहने कि प्रवृति को ज़रूरी माना जाता है. यदि आप अपनी प्रोफेशनल लाइफ में नई चीजें सीखना बंद कर देते हैं तो आप सफलता की नई ऊंचाइयों को छू तक नहीं सकते. इसलिए हर प्रल कुछ नया सीखने कि प्रवृति विकसित करने का प्रयास करें. आप अपने घर में भी कई नयी और उपयोगी चीजों के बारे में सीख सकते हैं. इसलिए अपने जीवन के प्रत्येक पल में सीखना शुरू करें. इससे आपको नए कौशल और विशेषज्ञता विकसित करने में मदद मिलेगी जो अंततः आपको जॉब मार्केट में एक प्रोफेशनल के रूप में सफल होने में मदद कर सकता है.
व्यवहारकुशल बने
व्यवहारकुशलता एक ऐसी कला है जिससे आप न केवल अपने आस पास सकारात्मक वातावरण बना सकते हैं बल्कि सफलता और समृद्धि भी हासिल कर सकते हैं. यदि आप व्यवहार कुशल नहीं हैं,तो आपको सफलता हासिल करने मे ढ़ेरों कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है जबकि आपके व्यवहारकुशल होने पर ये कठिनाईयां खुद ही खत्म हो सकती हैं. इसलिए,कार्यस्थल पर अपने को-वर्कर्स,सीनियर्स और क्लाइंट्स से बात करते समय खुद को संतुलित और प्रोफेशनल व्यवहार की परिधि में सीमित रखें. इससे संस्थान में आपकी अच्छी छवि बनेगी जो सफलता और करियर ग्रोथ के लिए जरूरी है.
चुनैतियों और जोखिमों से डरें नहीं
जो जोखिमों और चुनौतियों से डरा है वो कभी सफलता के ऊचाइयों को नहीं छू सकता. यह वर्किंग प्रोफेशनल्स कि सफलता पर भी लागू होता है. यदि आप चुनौतियों और जोखिमों से डरते हैं तो आपको एक साधारण प्रोफेशनल के रूप में भी सरवाईव करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि ये चुनौतियां और जोखिम कभी-कभी भरी पड़ जाते हैं. लेकिन, एक अनुभवविहीन प्रोफेशनल के रूप में असफल होने पर भी आपको एक नया अनुभव होगा जिससे दोबारा उसी चुनौती या रिस्क का सामना करने में आपको मदद मिल सकती है. इस तरह अनुभव एक सफल प्रोफेशनल के रूप में खुद को स्थापित करने में आपकी मदद कर सकते है. इसलिए चुनौतियों और रिस्क्स का सामना प्रभावी ढंग से करना शुरू करें इससे आप आसानी से सफलता और ग्रोथ हासिल कर सकते है.
संपर्क विकसित करें
वर्किंग प्रोफेशनल्स, इंडस्ट्री इन्फ्लूएन्सर्स और एम्प्लॉयर्स के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाना एक ऐसी कला है जो अक्सर प्रोफेशनल्स की सफलता और ग्रोथ में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. जॉब पाने से लेकर परफॉरमेंस अप्रैजल तक, कई ऐसी प्रक्रियाएं होती हैं जिसमे कोवर्कर्स, सीनियर्स और पिछले एम्प्लॉयर्स के फीडबैक को शामिल किया जाता है. यह फीडबैक नकारात्मक होने कि स्थिति में असफलता और निराशा की संभावनाएं ही शेष रह जाती हैं. इसलिए वर्किंग प्रोफेशनल्स, इंडस्ट्री इन्फ्लूएन्सर्स और पिछले एम्प्लॉयर्स,सभी से अच्छा रिलेशन बनायें. इससे आपके इर्द गिर्द सकारात्मक वातावरण बनेगा जो सफलता और ग्रोथ हासिल करने में आपकी मदद कर सकता है.
अंत में
कम्पीटीटिव जॉब मार्केट में कंपनी की अपेक्षाओं को पूरा करना और एक परफ़ॉर्मर के रूप में खुद को स्थापित कर पाना बेहद कठिन होता है. खासकर तब जब किसी प्रोफेशनल के पास अनुभव का आभाव हो. लेकिन कुछ ऐसे टिप्स हैं जो खुद को एक परफ़ॉर्मर के रूप में स्थापित करने में आपकी मदद कर सकते हैं. इस लेख में हमने उनमे से कुछ के बारे में समझाने का प्रयास किया है. इससे आपको जॉब मार्केट में सफलता और ग्रोथ हासिल करने में मदद मिल सकती है.
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