कैसे बनें कॉलेज टीचर? यूनिवर्सिटी में फेकल्टी बनने के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता एवं कैरियर गाइड

टीचिंग सिर्फ एक कैरियर विकल्प से कहीं बढ़कर है. यह एक तरीका है जिसमें लोगों को शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनने का मौका मिलता है और देश के भविष्य में योगदान देना का अवसर मिलता है.

Sep 18, 2018, 17:49 IST

टीचिंग सिर्फ एक कैरियर विकल्प से कहीं बढ़कर है. यह एक तरीका है जिसमें लोगों को शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनने का मौका मिलता है और देश के भविष्य में योगदान देना का अवसर मिलता है. भले ही यह तथ्य एक क्लिच की तरह लगता है, लेकिन यह सच है. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कैरियर के शिक्षण, विशेष रूप से कॉलेज स्तर पर सबसे वांछित कैरियर आज भारत में उपलब्ध विकल्पों में से एक है.

बहुत से लाभों, जैसे स्टेबिलिटी, नौकरी की सुरक्षा, उत्कृष्ट वेतन और सामाजिक स्थिति, के अलावा कॉलेज के शिक्षक को सबसे प्रतिभाशाली छात्रों के मार्गदर्शन करने, बातचीत करने और अपनी पसंद के विषय पर बौद्धिक चर्चा का भी अवसर देता है. इस तरह से शिक्षण दूसरों की तुलना में और भी अधिक पुरस्कृत कैरियर विकल्प है.

कॉलेज प्रोफेसर का पद

भारत की उच्च शिक्षा व्यवस्था में कॉलेज का प्रोफेसर का पद एक प्रोन्नति आधारित पद है और इसलिए एक सीधे एक कॉलेज का प्रोफेसर नहीं बना जा सकता, जब तक कि उनके पास प्रासंगिक अनुभव के साथ पीएचडी की डिग्री हो. इसलिए, किसी भी उम्मीदवार को एक कॉलेज का प्रोफेसर बनने के लिए पहले प्राध्यापक के रूप में अध्यापन के पेशे में शामिल होना होगा और फिर धीरे-धीरे अनुभव, प्रदर्शन और वरिष्ठता के आधार पर वे सहायक प्रोफेसर के पद पर और अंत में प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत हो सकता है। इन पदों में से प्रत्येक के बारे में विवरण नीचे दिया गया है:

कॉलेज प्रोफेसर

पे स्केल: रु.37400-67000; जीपी-10000

शैक्षणिक योग्यता: प्रतिष्ठित जर्नल में रिसर्च पेपर के प्रकाशन के साथ पीएचडी डिग्री.

कार्यानुभव: किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में न्यूनतम 10 वर्ष का शिक्षण का अनुभव.

असिस्टेंट प्रोफेसर

• पे स्केल: रु. 15600-39100; जीपी-8000

शैक्षणिक योग्यता: अच्छे शैक्षणिक रिकॉर्ड के साथ पीएचडी डिग्री और न्यूनतम 55% अंकों के साथ मास्टर डिग्री.

कार्यानुभव: किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में न्यूनतम 08 वर्ष का शिक्षण का या रिसर्च लेक्चरर / जूनियर फेलो रिसर्चर के रूप में अनुभव.

लेक्चरर / जूनियर फेलो रिसर्चर

शैक्षणिक योग्यता: यूजीसी नेट परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए.

वर्तमान में, कॉलेज मे लेक्चर बनने के लिए एक ही रास्ता है और वह है यूजीसी नेट परीक्षा.

कैसे बनें कॉलेज टीचर?

सरकारी कॉलेज में टीचर बनने के इच्छुक उम्मीदवारों को 12वीं में ही निश्चय कर लेना चाहिए, इससे वे शैक्षणिक विषयों को उसी के अनुरूप चुन पाएंगे जिसमें वे शिक्षण करना चाहते हैं.

स्कूल स्तर पर:

• कक्षा 12/माध्यमिक/ 10+2 स्तर पर सही विषय का चुनाव करें और कॉलेज स्तर पर भी उन्हें ही चुनें. अवधारणात्मक स्पष्टता पर ज्यादा ध्यान दें क्योंकि ये है उच्च शिक्षा के स्तर पर एक विषय के रूप मिलेंगे और आधार तय करेंगे.

स्नातक स्तर पर

•ग्रेजुएशन स्तर पर भी उसी विषय का चुनाव करें जिसमें आप शिक्षण करना चाहते हैं.  स्नातक स्तर पर प्राप्त अंक आगे चलकर कॉलेज प्रोफेसर के रूप में चयन के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

परास्नातक स्तर पर

• अपने पसंदीदा विषय में विशिष्टता के साथ 55% अंकों के साथ अपना परास्नातक पूर्ण करें. यूजीसी नेट की परीक्षा में बैठने के लिए आपको पोस्ट ग्रेजुएशन में न्यूनतम 55% का अंक प्राप्त होना चाहिए.

परास्नातक के बाद

यूजीसी नेट परीक्षा के लिए तैयारी शुरू करें या अपने विषय में एमफिल और पीएचडी की डिग्री के लिए के लिए आवेदन करें. हालांकि, यूजीसी नेट कॉलेज शिक्षक के रूप में चयन के लिए अनिवार्य है, लेकिन अपने विषय में डॉक्टरेट वालों को वरीयता मिलेगी. वास्तव में पीएचडी की डिग्री व्याख्याता या सहायक प्रोफेसर से प्रोफेसर रूप में प्रोन्नति के लिए अनिवार्य है.

यूजीसी नेट परीक्षा के बारे में

यूजीसी नेट राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा का संक्षिप्त नाम है, यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है जो कि कॉलेज स्तर पर शिक्षक के रूप में पात्रता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाती है. यह परीक्षा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा वर्ष में दो बार, जून व दिसंबर महीने में आयोजित की जाती है. यूजीसी नेट परीक्षा का आयोजन निम्न पदों के लिए योग्यता निर्धारित करने के लिए आयोजित की जाती है:

• लेक्चररशिप

• जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ)

यूजीसी नेट के लिए योग्यता मानदंड

शैक्षणिक योग्यता: सामान्य एवं ओबीसी उम्मीदवारों के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन में न्यूनतम 55% अंक होने चाहिए. एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए यह न्यूनतम अंक 50% है.

आयु सीमा: लेक्चररशिप के लिए कोई आयु सीमा नहीं है. हालांकि, जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए 21 से 28 वर्ष की बीच उम्मीदवार की आयु होनी चाहिए.

एससी/एसटी/ओबीसी उम्मीदवारों के लिए उपरी आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट है.

Manish Kumar
Manish Kumar

Assistant Content Manager

A Journalist and content professional with 13+ years of experience in Education and Career Development domain in digital and print media. He has previously worked with All India Radio (External Service Division), State Times and Newstrackindia.com. A Science Graduate (Hons in Physics) with PGJMC in Journalism and Mass Communication. At Jagranjosh, he used to create content related to Education and Career sections including Notifications/News/Current Affairs etc. He can be reached at manish.kumarcnt@jagrannewmedia.com.

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