माडर्न ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर में सरकारी विभागों में स्टेनोग्राफर का पद काफी महत्वपूर्ण है, जिसके दायित्वों में राइटिंग/टाइपिंग/ट्रांसक्राइबिंग और ऑफिस डाक्यूमेंट्स का रख-रखाव शामिल है. इनके अतिरिक्त स्टेनोग्राफर के दायित्वों में कई और भी रिलेडेट वर्क शामिल होते हैं.
स्टेनोग्राफर बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार को स्टेनोग्राफी की नॉलेज होना आवश्यक है जिसमें शार्टहैंड (विभिन्न प्रकार के सिंबल्स से तेज गति से लिखने का तरीका), अंग्रेजी और हिंदी या अन्य क्षेत्रीय भाषाओं (संबंधित विभाग की जरूरत के अनुसार) में टाइपिंग शामिल होते हैं.
एक सफल स्टेनोग्राफर बनने के लिए उस लैग्वेज के ग्रामर पर अच्छी पकड़ होना बहुत जरूरी है जिसमें उम्मीदवार बनना चाहता है.
स्टेनोग्राफर की भर्ती विभिन्न मंत्रालयों एवं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. सरकारी विभागों के अतिरिक्त प्राइवेट सेक्टर में भी स्टेनोग्राफर की अच्छी डिमांड है.
विभिन्न विभागों में कार्यरत स्टेनोग्राफर को उस ऑफिस/संस्थान के कॉन्फिडेशियल रिकॉर्ड को भी संभालना होता है. इसलिए आवश्यक स्किल और शैक्षणिक योग्यता के अतिरिक्त, क्रेडिबिलिटी और विश्वासपात्र कुछ ऐसे गुण हैं जो कि किसी सफल स्टेनोग्राफर में होना आवश्यक है. स्टेनोग्राफर का पद काफी चुनौतीपूर्ण है और इसमें अच्छा पैकेज भी मिलती है.
स्टेनोग्राफर की संभावनों को लेकर हम आपको निम्नलिखित से संबंधित विस्तृत जानकारी देने जा रहे हैं:
- स्टेनोग्राफर के लिए शैक्षणिक योग्यता
- स्टेनोग्राफर बनने के लिए कोर्सेस
- स्टेनोग्राफर को मिलने वाला वेतन
- स्टेनोग्राफर की जॉब संभावनाएं
स्टेनोग्राफर के लिए शैक्षणिक योग्यता
स्टेनोग्राफर बनने के लिए 10+2 पास और स्टेनोग्राफी में डिप्लोमा/सर्टिफिकेट होना आवश्यक है. उम्मीदवारों को स्टेनोग्राफी स्किल टेस्ट, न्यूनतम 25 शब्द प्रति मिनट की टाइपिंग की गति शार्टहैंड की गति 80 शब्द प्रति मिनट होना जरूरी है. अंग्रेजी भाषा का स्टेनोग्राफर बनने के लिए 30 शब्द प्रति मिनट की टाइपिंग की स्पीड और न्यूनतम 100 शब्द प्रति मिनट की शॉर्टहैंड की स्पीड होनी चाहिए. आवश्यक शैक्षणिक योग्यता कुछ विभागों में अलग भी हो सकती है.
स्टेनोग्राफर बनने के लिए कोर्सेस
स्टेनोग्राफर बनने के लिए कई कोर्सेस चलाये जाते हैं जिन्हें करने बाद उम्मीदवार दूसरे उम्मीदवारों से बेहतर संभावनाएं तलाश सकते हैं. इन कोर्सेस में शामिल हैं-
- विभिन्न पॉलीटेक्निक कॉलेजों द्वारा चलाये जा रहे मॉडर्न ऑफिस मैनेजमेंट
- आइटीआइ (सीएस/आइटी) से संबंधित कोर्सेस या भारतीय टेक्निकल इंस्टीट्यूट कोर्सेस
- कई एक-वर्षीय कोर्सेस जिसमें टाइपिंग/स्टेनोग्राफी, आदि शामिल होते हैं.
कई संस्थान स्टेनोग्राफी से संबंधित कोर्सेस के लिए टेस्ट का आयोजन भी करते हैं-
- हिंदी कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर, हिंदी भवन, विष्णु दिगंबर मार्ग (आइटीओ के सामने), नई दिल्ली
- गांधी भवन, 32, स्कूल रोड, दिल्ली यूनिवर्सिटी (नॉर्थ कैंपस), दिल्ली
स्टेनोग्राफर बनने के लिए आयु सीमा
आमतौर पर, स्टेनोग्राफर बनने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम 25 वर्ष है. हालांकि, सरकार के नियमों के अनुसार ऊपरी आयु सीमा में छूट भी दी जाती है.
स्टेनोग्राफर बनने के लिए चयन प्रक्रिया
स्टेनोग्राफर की चयन प्रक्रिया में कंप्यूटर/लिखित परीक्षा और स्किल टेस्ट शामिल होते हैं.
कंप्यूटर आधारित/लिखित परीक्षा
उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा से गुजरना होता है जिसमें जनरल नॉलेज, जनरल इंग्लिश, हिंदी, जनरल मैथमेटिक्स एवं रीजनिंग के प्रश्न शामिल होते हैं. उम्मीदवार इन प्रश्नों की तैयारी के लिए ऑनलाइन उपलब्ध विभिन्न प्रकार के प्रैक्टिस टेस्ट से अपनी तैयारी कर सकते हैं.
स्किल टेस्ट
स्किल टेक्स के अंगर्गत उम्मीदवारों की डिक्टेशन लेने, ट्रांसक्रिप्शन और टाइपिंग स्किल की क्षमता टेस्ट की जाती है. उम्मीदवारों को इंग्लिश/हिंदी में 100 शब्द प्रति मिनट स्टेनोग्राफर ग्रेड सी और 100 शब्द प्रति मिनट स्टेनोग्राफर ग्रेड डी पदों के लिए प्रदर्शन करना होता है. डिक्टेशन के मैटर को कंप्यूटर पर ट्रांसक्राइब करना होता है. ट्रांसक्रिप्शन के लिए निर्धारित समय निम्नलिखित है-
स्टेनोग्राफर ग्रेड डी के लिए: अंग्रेजी में 50 मिनट, हिंदी में 65 मिनट
स्टेनोग्राफर ग्रेड सी के लिए: अंग्रेजी में 40 मिनट, हिंदी में 55 मिनट
स्टेनोग्राफर को मिलने वाला वेतन
सरकारी विभागों में स्टेनोग्राफर को पे-बैंड 1 अर्थात रु.5200-20200 और रु.2600 ग्रेड पे के अनुसार वेतन मिलता है. इसके अनुसार आरंभित वेतन लगभग रु.30,000 प्रति मिलता है. ग्रेड पे अलग-अलग संगठनों में अलग-अलग हो सकती है.
स्टेनोग्राफर की जॉब संभावनाएं
विभिन्न विभागों के लिए प्रमुख केंद्रीय भर्ती संगठनों जैसे एसएससी, यूपीएससी के अतिरिक्त कई विभाग सीधे तौर पर स्टेनोग्राफर के पदों के लिए समय-समय पर आवेदन आमंत्रित करते रहते हैं. क्रेद्रीय एवं राज्य सचिवालयों, विदेश सेवा कार्यालयों, रेलवे, सैन्य सेनाओं के मुख्यालय, रिसर्च डिजाइन एवं मानक संगठन, निर्वाचन कार्यालयों, निगम कार्यालयों, बैंकों आदि में स्टेनो की जॉब्स निकलती रहती हैं. इनके अतिरिक्त कई प्राइवेट कंपनियां भी स्टेनो की जॉब्स निकालती रहती हैं.
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