IAS Success Story: UPSC सिविल सेवा देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में शुमार है। यही वजह है कि इस परीक्षा के लिए देशभर से युवा तैयारी करते हैं। हालांकि, इस परीक्षा को पास करना आसान नहीं होता है। प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू जैसे चरणों को पास करने के बाद एक सिविल सेवक के रूप में युवाओं को नौकरी मिलती है। सफलता की दर बहुत कम होने के बावजूद भी युवा इस परीक्षा की तैयारी करते हैं और कोचिंग की मदद भी लेते हैं। आज हम आपको राजस्थान की रहने वाले वंदना मीणा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके पिता दिल्ली पुलिस में तैनात हैं। वहीं, वंदना ने अपने परिवार के सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत की और सिविल सेवा परीक्षा में 331वीं रैंक लाकर आईएएस बनकर सफलता हासिल की।
वंदना मीणा का परिचय
वंदना मूलरूप से राजस्थान की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा राजस्थान से ही पूरी की। हालांकि, पिता दिल्ली पुलिस में तैनात हैं, तो बाकी की शिक्षा दिल्ली से पूरी की। वंदना ने सेंट कोलंबस स्कूल से अपने आगे की पढ़ाई की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से मैथ्स ऑनर्स में स्नातक किया।
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सिविल सेवक बनने का निर्णय
वंदना के पिता दिल्ली पुलिस में तैनात हैं। ऐसे में परिवार में पहले से ही सरकारी नौकरी का माहौल था। वंदना का परिवार भी चाहता था कि वह सामाज के लिए कुछ बेहतर करें और यह मौका एक आईएएस बनकर किया जाए, तो बेहतर है। ऐसे में वंदना ने आईएएस बनने का निर्णय लिया, जिसमें उनके परिवार ने भी उनका सहयोग किया।
रोजाना की 10 घंटे से अधिक पढ़ाई
वंदना ने आईएएस अधिकारी बनने के लिए प्रतिदिन 10 घंटे से अधिक पढ़ाई की। उन्होंने तैयारी के लिए एक शेड्यूल बनाया था, जिसके तहत वह विभिन्न विषयों को लेकर तैयारी करती थी। इसके साथ ही वह पढ़ाई के दौरान बीच-बीच में ब्रेक भी लिया करती थी।
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331वीं रैंक के साथ पाई सफलता
वंदना ने पूरी तैयारी होने के बाद सिविल सेवा की परीक्षा दी। उन्होंने प्रीलिम्स और मेंस की परीक्षा पास करते हुए इंटरव्यू में जगह बनाई। इसके बाद इंटरव्यू में भी अच्छा प्रदर्शन किया, जब सिविल सेवा का परिणाम जारी हुआ, तो वंदना ने इस परीक्षा को 331वीं रैंक के साथ पास कर लिया था। वंदना द्वारा मीडिया में दिए गए एक साक्षात्कार के मुताबिक, सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। यदि आपको सफल होना है, तो सही रणनीति के साथ तैयारी कर सफलता के शिखर तक पहुंचा जा सकता है। इस बीच जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव के लिए भी तैयार होना पड़ेगा।
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