संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के तहत UPSC सिविल सेवा 2020 के पर्सनैलिटी टेस्ट को स्थगित कर दिया है। यह इंटरव्यू 26 अप्रैल से 18 जून के बीच आयोजित किये जाने वाले थे। इंटरव्यू की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के पास अब अपनी तैयारी को बेहतर करने के लिए अतिरिक्त समय है। UPSC की परीक्षा एवं इंटरव्यू इंग्लिश और हिंदी दोनों ही भाषा में दिए जा सकते हैं। हालांकि अंग्रेजी के बढ़ते प्रचलन से कई अभ्यर्थी हिंदी में इंटरव्यू देने से कतराते है तो कुछ कॉन्फिडेंस की कमी के कारण असुविधा अनुभव करते हैं। ऐसे उम्मीदवारों की मदद के लिए IRS लाल बहादुर पुष्कर ने कुछ महत्वपूर्ण टिप्स शेयर किये हैं जो उन्हें इंटरव्यू में कॉन्फिडेंस के साथ उत्तर देने में मदद करेंगे।
इंटरव्यू में लगभग 70% प्रश्न होते हैं DAF पर आधारित

पुष्कर का कहना है कि अभ्यर्थियों से उनके साक्षात्कार के दौरान पूछे जाने वाले प्रश्नों में से लगभग 70 प्रतिशत प्रश्न DAF में दी गई जानकारी पर पूछे जाते है। सुनिश्चित करें कि आप जो कुछ भी भरते हैं उसमें आप पारंगत हैं। अपने स्वयं के साक्षात्कार में, पुष्कर से उनके गांव, स्वच्छ भारत मिशन के कार्यान्वयन, गाँव की जनसांख्यिकी और इस तरह के अन्य सवालों के बारे में पूछा गया। उदाहरण के लिए, यह देखते हुए कि पुष्कर ने जामिया मिलिया इस्लामिया में अध्ययन किया, साक्षात्कारकर्ताओं ने उनसे संस्था की स्थापना के बारे में पूछा।
DAF को करें बेहतर तरीके से तैयार
2013 में जब पुष्कर जेएनयू में थे, उस समय वह UPSC सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू की तैयारी कर रहा थे। इसके तैयारी के लिए उन्होंने अपने डीएएफ की कई कॉपी बनाईं और अपने 10 दोस्तों से उस DAF के आधार पर 25 प्रश्न पूछने के लिए अनुरोध किया। इस तरह उन्हें अपने द्वारा भरे गए DAF के उत्तर पर अलग अलग दृष्टिकोण मिला और उन्होंने 250 से अधिक प्रश्नों का उत्तर दिया। इस प्रक्रिया से उन्हें ना केवल एक प्रश्न पर अलग अलग नज़रिये को समझने में मदद मिली बल्कि वह बेहतर तरीके से खुद को तैयार कर सके। इसीलिए वह दूसरे अभ्यर्थियों से भी DAF को अच्छे से तैयार करने का आग्रह करते हैं।
UPSC में भाषा नही है बाधा
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने UPSC CSE के लिए किस क्षेत्रीय भाषा को चुना है। सुनिश्चित करें कि हर सब्जेक्ट से रिलेटेड आपकी बेसिक अंडरस्टैंडिंग मज़बूत है। NCERT पाठ्यपुस्तकें विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध हैं। यह रिविज़न और तैयारी में काफी मददगार साबित होंगी।
अधिकाँश अभ्यर्थी अच्छे हिंदी अखबार की खोज में काफी समय बर्बाद कर देते हैं। इसके विकल्प में YouTube वीडियो पर भरोसा करें जो समाचार, सामान्य अध्ययन सामग्री को अच्छी तरह से समझाते हैं। मुफ्त ऑनलाइन संसाधनों का पता लगाएं और उन्हें अपने लाभ के लिए उपयोग करें। ईमानदारी, अखंडता और धर्मनिरपेक्ष होना ऐसे गुण हैं जो साक्षात्कारकर्ता उम्मीदवारों में देखते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अंग्रेजी में संवाद करते हैं या क्षेत्रीय भाषा में।
पुष्कर का मानना है कि UPSC भाषा के आधार पर कोई भेद भाव नहीं करता है इसलिए अभ्यर्थियों को निःसंकोच हो कर उस भाषा का चयन करना चाहिए जिसमें वह सबसे अधिक सक्षम और कम्फर्टेबल हों। आत्म विश्वास और मेहनत से किया गया कोई भी प्रयास विफल नहीं जाता है।
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