वेटरिनरी डॉक्टर या पशु चिकित्सक का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे वेटेरिनरी अस्पतालों, मेडिकल शिक्षा संस्थानों, वेटरिनरी स्वास्थ्य केंद्रों, आदि में होता है. स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी संगठन में वेटरिनरी डॉक्टर का पद ग्रुप ‘बी’ के स्तर का होता है. वेटरिनरी डॉक्टर्स का कार्य पशुओं के स्वास्थ्य का ख्याल रखना, उन्हें बीमारियों से छुटकारा दिलाना, उनके रहन-सहन व खानपान में सुधार करना तथा उनकी उत्पादन तथा प्रजनन क्षमता बढाना होता है. इसके अलावा वेटेरिनरी डॉक्टर पशुओं से मनुष्यों में होने वाले रोगों से बचाव के लिए चिकित्सीय उपाय ढूंढने का भी कार्य करते हैं.
वेटरिनरी डॉक्टर की भूमिका पशु अस्पतालों में पशु-पक्षियों के ईलाज के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. पशु-पक्षियों में होने वाली बीमारियों का पता लगाना, सही तरीके से इलाज कर उन्हें उनकी तकलीफों से छुटकारा दिलाना ही वेटेरिनरी का मुख्य दायित्व होता है.
वेटरिनरी डॉक्टर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
वेटरिनरी डॉक्टर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय / महाविद्यालय / संस्थान, जो की भारतीय पशु चिकित्सा परिषद अधिनियम 1984 (1984 का 52) की सूची 1 और 2 में वर्णित हो, से पशु चिकित्सा विज्ञान में स्नातकोत्तर ( बी.वी.एससी एंड एएच) डिग्री उत्तीर्ण हो. इसके साथ ही उम्मीदवार को केद्र या सम्बन्धित राज्य के राज्य पशु चिकित्सा परिषद या भारतीय पशु चिकित्सा के साथ पंजीकृत पशु चिकित्सिक होना चाहिए.
वेटरिनरी डॉक्टर के लिए कितनी है आयु सीमा?
वेटरिनरी डॉक्टर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 35 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में पूर्व कार्य-अनुभव के साथ अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
वेटरिनरी डॉक्टर के लिए चयन प्रक्रिया
वेटरिनरी डॉक्टर के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड और इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए लिखित परीक्षा का भी आयोजन कर सकता है.
कितनी मिलती है वेटरिनरी डॉक्टर को सैलरी?
वेटरिनरी डॉक्टर के पद पर छठें वेतन आयोग के पे-बैंड 2 रु. 9300-34800/- के अनुरूप सैलरी दी जाती है. इसके साथ ही सरकार द्वारा लागू विभिन्न प्रकार के भत्ते दिये जाते हैं. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है. वेटरिनरी डॉक्टर के पद पर यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति दी जाती है तो आमतौर पर रु. 45000 – 50000 प्रतिमाह का वेतन दिया जाता है.
वेटेरिनरी डॉक्टर की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
वेटरिनरी डॉक्टर का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे वेटेरिनरी अस्पतालों, मेडिकल शिक्षा संस्थानों, वेटेरिनरी स्वास्थ्य केंद्रों, आदि में होता है इसलिए इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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