भारत सहित पूरी दुनिया में इन दिनों ई-कॉमर्स का बोलबाला है. एक अनुमान के मुताबिक, आने वाले वर्षों में हमारे देश में ई-कॉमर्स का कारोबार 200 बिलियन डॉलर से अधिक हो जाएगा. भारत में अब 950 मिलियन से अधिक लोगों के पास स्मार्ट फ़ोन हैं और 750 मिलियन से अधिक लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. भारत की ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव आ चुके हैं. ई-बे, अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, होमशॉप 18 सहित कई अन्य भारतीय स्टार्टअप्स प्रत्येक वर्ष करोड़ों का कारोबार कर रहे हैं. भारत में ई-कॉमर्स के तहत लॉजिस्टिक, वेयरहाउस, एंटरप्रिन्योशिप, मार्केटिंग, फाइनेंस और ग्राफिक्स में बेशुमार जॉब्स उपलब्ध हैं. ऐसे में, अगर आप भारत में ई-कॉमर्स में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में आपके लिए महत्त्वपूर्ण जानकारी पेश है. आइये आगे पढ़ें यह आर्टिकल.
ई-कॉमर्स: भारत में मौजूद संभावनाएं
इंडियन इकोनॉमी में ई-कॉमर्स की हिस्सेदारी फिलहाल एक फीसदी है. नैस्कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 तक देश के जीडीपी में इसकी हिस्सेदारी बढ़कर करीब 4 फीसदी होने की संभावना है. भारत सरकार जिस तरह से डिजिटल इकोनॉमी पर जोर दे रही है और ई-कॉमर्स में विदेशी पूंजी निवेश यानी एफडीआई की बात भी चल रही है, उससे इसका भविष्य चमकदार नजर आ रहा है.

भारत में ई-कॉमर्स में उपलब्ध हैं ये खास करियर्स
ई-कॉमर्स में प्राइमरी लेवल पर इंटरनेट के जरिए प्रोडक्ट्स और सर्विस की डिस्ट्रिब्यूशन, सेल-परचेज, मार्केटिंग और सर्विसिंग उपलब्ध करवाई जाती है. इसमें काबिल पेशेवरों को मार्केटिंग, बिजनेस प्रमोशंस, वेबसाइट डेवलपमेंट और मैनेजमेंट की फ़ील्ड्स में उनकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन और स्किल-सेट के मुताबिक आसानी से जॉब मिल सकती है.
स्ट्रेटेजी प्लानिंग के साथ मिलेंगे मार्केटिंग के बेहतरीन मौके
ई-कॉमर्स में बिजनेस शुरू करने से पहले हर व्यक्ति यह देखना चाहता है कि मार्केट का ट्रेंड क्या है? किस तरह के प्रोडक्ट्स की डिमांड है? मार्केटिंग का सटीक एनालिसिस करने के बाद प्रोडक्ट की पैकेजिंग और मार्केटिंग का काम होता है. इस काम के लिए फाइनेंस या मार्केटिंग में एमबीए या पीजीडीएम कैंडिडेट्स को वरीयता दी जाती है.
एडवरटाइज़मेंट्स के जरिये बिजनेस प्रमोशन
इसमें क्लाइंट्स के लिए दूसरे नेटवर्क्स पर एडवरटाइजिंग के माध्यम से अवसर उप्लाब्ध करवाए जाते हैं. यह काम हालांकि अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स भी कर सकते हैं, फिर भी एमबीए या पीजीडीएम कैंडिडेट्स को इस काम के लिए वरीयता दी जाती है.
ई-कॉमर्स में वेब डेवलपमेंट एंड डिजाइनिंग का महत्व
ई-कॉमर्स में वेबसाइट और वेब पेजेज पर दिखने वाले प्रोडक्ट्स पर ही पूरा बिजनेस टिका होता है. ऑफलाइन की तरह ऑनलाइन में भी पहली नजर में कस्टमर्स प्रोडक्ट की पैकेजिंग और डिजाइनिंग देखकर अट्रैक्ट होते हैं. डिजाइनर्स का काम यही होता है कि वे अपने प्रोडक्ट्स इस तरह से डिजाइन करके पेश करें कि कस्टमर्स वह प्रोडक्ट जरुर खरीद लें.
इंजीनियरिंग और ई-कॉमर्स
ई-कॉमर्स वेबसाइट के समस्त ऑपरेटिंग सिस्टम को सुचारु रूप से चलाने और किसी भी टेक्निकल प्रॉब्लम को सॉल्व करने का जिम्मा इन पर होता है. इस फील्ड में सॉफ्टवेयर, यूजर इंटरफेस, सप्लाई चेन, कस्टमर सपोर्ट आदि सभी सेक्शन्स में इंजीनियर्स की डिमांड रहती है.
कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव
ई-कॉमर्स में प्रोडक्ट्स की ऑनलाइन शॉपिंग के साथ इसके एप्लीकेशन में हेल्प करने के लिए कस्टमर केयर सेंटर का अच्छा-खासा नेटवर्क होता है. इसके लिए कस्मटर केयर एग्जीक्यूटिव्स 24 x 7 जरूरत रहती है. ऐसा कोई भी 10+2 पास कैंडिडेट, जिसकी इंग्लिश, हिंदी और/ या लोकल लैंग्वेज पर पकड़ हो, कम्युनिकेशन स्किल बेहतरीन हो और प्रॉब्लम सॉल्वर हो, इस जॉब के लिए सूटेबल कैंडिडेट साबित होगा.
ई-कॉमर्स: एक सुरक्षित बिजनेस मॉडल
ई-कॉमर्स मार्केट बेहद प्रॉमिसिंग है. यह सबसे सुरक्षित बिजनेस मॉडल है, जिसमें ऑफलाइन की तरह ज्यादा पैसा लगाने की जरूरत नहीं होती है. सिर्फ अपनी क्रिएटिविटी और बिजनेस स्किल्स के जरिए आप यहां अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
ई-कॉमर्स: भारत में उपलब्ध हैं ये प्रमुख कोर्सेज
- एमबीए – रिटेल मैनेजमेंट
- पीजीडीएम – रिटेल मैनेजमेंट
- बीबीए – रिटेल मैनेजमेंट
- पीजीडीएम – सप्लाई चेन मैनेजमेंट
- यूजी डिप्लोमा – फैशन एंड रिटेल मैनेजमेंट
- पीजी डिप्लोमा – फैशन एंड रिटेल मैनेजमेंट
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा – सप्लाई चेन मैनेजमेंट
- डिप्लोमा – रिटेल मैनेजमेंट
- एडवांस्ड डिप्लोमा – रिटेल मैनेजमेंट
- एग्जीक्यूटिव डिप्लोमा – रिटेल मैनेजमेंट (ईडीआरएम)
- एमबीए (एग्जीक्यूटिव) – सप्लाई चेन मैनेजमेंट
- एमबीए – सप्लाई चेन मैनेजमेंट
- एग्जीक्यूटिव डिप्लोमा – एक्सपोर्ट मैनेजमेंट (ईडीईएम)
- बीएससी – रिटेल मैनेजमेंट
- पीजीपी – सप्लाई चेन एंड लॉजिस्टिक्स
- एमए – फैशन रिटेल मैनेजमेंट
- एमबीए – पीजीपी – रिटेल
- बीकॉम – ई-कॉमर्स
भारत में कॉमर्स और ई-कॉमर्स की फील्ड से संबद्ध कुछ प्रमुख एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स
- श्री राम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स, नई दिल्ली
- लेडी श्री राम महिला कॉलेज, नई दिल्ली
- लोयोला कॉलेज, चेन्नई
- क्राइस्ट कॉलेज, बैंगलोर
- हंसराज कॉलेज, दिल्ली
- हिंदू कॉलेज, दिल्ली
- अनिल सुरेन्द्र मोदी कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स, मुंबई
- सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (कलकत्ता, लखनऊ, रोहतक, रांची आदि)
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नॉएडा
ई-कॉमर्स: भारत में खास करियर्स
- यूआई/ यूएक्स डेवलपर –ये पेशेवर डिजाइन, डेवलपमेंट और टेस्टिंग से संबद्ध कार्य देखते हैं ताकि कोई टेक्निकल प्रॉब्लम न आ जाये.
- इंटरएक्टिव डिज़ाइनर –वेबसाइट के काफी आकर्षक डिजाइन्स तैयार करते हैं ताकि कस्टमर्स प्रोडक्ट्स और सर्विसेज खरीदने के लिए तैयार हो जायें.
- कंटेंट एक्सपर्ट्स –वेबसाइट्स पर प्रभावी और सरल कंटेंट डिटेल्स तैयार करते हैं ताकि कस्टमर्स को सारी जरुरी जानकारी मिल सके.
- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन –ये पेशेवर कस्टमर्स द्वारा गुड्स एंड सर्विसेज के बारे में सर्च करने पर आपकी वेबसाइट्स ऑफर करते हैं.
- सोशल मीडिया मार्केटिंग –ये पेशेवर फेसबुक, ट्वीटर और इन्स्टाग्राम जैसे सभी सोशल मिडियाज का मिला-जुला इस्तेमाल आपकी ई-कॉमर्स बिजनेस को सफल बनाने के लिए करते हैं.
- डिजिटल मार्केटिंग –ये पेशेवर ई-कॉमर्स बिजनेस की बारीकियों के एक्सपर्ट्स होते हैं जो आपके बिजेनस को बढ़ाने में मदद करते हैं.
- ई-कॉमर्स मर्केंडाइजिंग –ये पेशेवर आपके प्रोडक्ट्स के सेल्स और प्रमोशन संबंधी सभी कामों को मैनेज करते हैं.
- लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट –ई-कॉमर्स से संबद्ध सभी गुड्स एंड सर्विसेज के समुचित वितरण से संबंधित सभी कार्य ये पेशेवर देखते हैं.
ई-कॉमर्स: कुछ अन्य प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स
- कंटेंट मैनेजर
- सप्लाई चेन प्रोफेशनल
- चीफ फाइनेंस ऑफिसर
- प्रोडक्ट डेवलपमेंट प्रोफेशनल
- बिजनेस एनालिस्ट
- मार्केटिंग मैनेजर
- प्रोडक्ट डिज़ाइनर
- प्रोडक्ट मैनेजर
ई-कॉमर्स: भारत में प्रमुख जॉब एरियाज़
- प्राइमरी और क्रिएटिव जॉब फील्ड –प्रोडक्ट प्रेजेंटेशन, कस्टमर सेटिसफेक्शन, मार्कटिंग और ब्रांडिंग से संबद्ध सभी कार्य.
- एडमिनिस्ट्रेटिव और ऑपरेशनल वर्क –प्रोडक्ट्स केटेगरी मैनेजमेंट, सप्लाई चेन, लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउस एंड इन्वेंटरी से संबंधित सभी कार्य.
- अन्य संबद्ध कार्य –फाइनेंस, पेमेंट्स, लीगल और एचआर से संबद्ध सभी कार्य.
ई-कॉमर्स: भारत में टॉप जॉब प्रोवाइडर्स
- फ्लिपकार्ट इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड
- अमेज़न डेवलपमेंट सेंटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- एफएसएन ईकॉमर्स वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड
- इंडियामार्ट इंटरमेश लिमिटेड
- जेस्पर इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड (स्नैपडील)
- पेयू पेमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड
- पे टीएम
- मेक माई ट्रिप इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
- मिन्त्रा
- जस्ट डायल लिमिटेड
ई-कॉमर्स: भारत में मिलता है यह सैलरी पैकेज
हमारे देश में ई-कॉमर्स की फील्ड में कैंडिडेट्स को उनकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन्स, स्किल-सेट, वर्क एक्सपीरियंस और टैलेंट के मुताबिक बढ़िया सैलरी पैकेज मिलता है जो आमतौर पर लगभग 2.5 लाख रु. सालाना से 6.9 लाख रु. सालाना तक हो सकता है जो कार्य अनुभव के साथ बढ़ता जाता है. कैंडिडेट्स के जॉब प्रोफाइल के मुताबिक अगर एक फ्रेशर कंटेंट राइटर को एवरेज रु. 2.5 लाख रु. सालाना मिलते हैं तो एक यूआई/ यूएक्स डेवलपर को लगभग 6.9 लाख रु. सालाना तक मिलते हैं. इसी तरह डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर को लगभग 4.5 लाख रु. सालाना का सैलरी पैकेज मिलता है और लॉजिस्टिक्स मैनेजर को लगभग 6.95 लाख रु. सालाना तक सैलरी पैकेज मिलता है.
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