ऐसा माना जाता है कि अगर आप विदेश में पढने जाते हैं तो आप निश्चित रूप से ज्यादा स्मार्ट और क्रिएटिव बन जाते हैं, ऐसे में, अगर आप किसी फॉरेन यूनिवर्सिटी से कोई प्रोफेशनल/ एकेडमिक डिग्री हासिल कर लेते हैं तो आपको भारत में शानदार करियर ज्वाइन करने के कई अवसर मिलने लगते हैं और विदेश में पढ़ाई के खर्च सहित अपने समय और अथक मेहनत की पूरी कीमत मिल जाती है.
हम सभी यह अच्छी तरह जानते हैं कि स्टूडेंट्स के लिए विदेश में पढ़ने के अनेक फायदे हैं. किसी भी फॉरेन यूनिवर्सिटी में बेहतरीन शिक्षा के अलावा, आपको अपने संपूर्ण व्यक्तित्व का संतुलित विकास करने का अवसर भी मिलता है क्योंकि फॉरेन एजुकेशन वास्तव में आपको अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकालती है. विदेश में स्टूडेंट्स विभिन्न देशों के अनेक स्टूडेंट्स के साथ मिलजुल कर रहना सीख जाते हैं. अपने देश से बाहर रहने पर, उन्हें कई साधारण बातों का महत्व पता चलता है जोकि ये स्टूडेंट्स अपने देश में रहते हुए अनदेखी कर देते हैं.

इसी तरह, फॉरेन एजुकेशन आपके बरसों से चले आ रहे नियमित जीवन की नीरसता को भी खत्म करती है. फॉरेन एजुकेशन से हासिल होने वाले अनेक किस्म के अनुभव स्टूडेंट्स को बहुत ज्यादा चतुर और पॉजिटिव बना देते हैं. यहां ऐसे कुछ कारण पेश किये जा रहे हैं जो बताते हैं कि अगर आप किसी फॉरेन यूनिवर्सिटी से कोई डिग्री/ डिप्लोमा या प्रोफेशनल कोर्स कर लें तो आपको अपने करियर गोल्स हासिल करने के लिए अनेक लाभ मिल सकते हैं.
नये विषय
इसकी शुरुआत एक नई भाषा सीखने से होती है. अगर आप किसी ऐसे देश में जा रहे हैं जहां पर इंग्लिश और आपकी मातृ भाषा नहीं बोली जाती है तो आपको मजबूरीवश उस देश में बोली जाने वाली भाषा सीखनी होगी. हालांकि, यह एक अच्छी बात है. अपनी पढ़ाई की अवधि के दौरान, आप कई अन्य नये विषय या कार्य सीख सकते हैं जैसे जिस देश में आप जा रहे हैं, वहां का सांस्कृतिक संगीत, भोजन और रीति-रिवाज आदि. यह अनुभव आपके दायरे को विस्तृत करेगा और आपको अपने आस-पास होने वाले घटनाक्रम की जानकारी देगा. कुछ नया सीखने के लिए क्लासेज लेने से आप कभी मत हिचकिचाएं क्योंकि जब आप लौटेंगे तो आपके पास केवल डिग्री ही नहीं होगी बल्कि आप अपने साथ कई नये कौशल लेकर भी आयेंगे.
क्रिएटिविटी
यह सभी को पता है कि जब आप अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलते हैं, आपकी रचनात्मकता या क्रिएटिविटी निखरती है. कोई भी व्यक्ति एक-जैसा और नीरस रूटीन गुजार कर कोई बड़ी उपलब्धि प्राप्त नहीं कर सकता है. जब आप विदेश में रहते हैं तो आप जोशीले लोगों से मिलते हैं जो अपने जीवन में कुछ खास प्राप्त करना चाहते हैं और आपकी तरह ही अपने घर-परिवार की सुख-सुविधायें छोड़कर आये हैं ताकि उन्हें किसी अच्छे विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने का मौका मिले. ऐसे लोगों के साथ रहकर आपको अपने जीवन के लक्ष्य के बारे में ज्यादा अच्छी तरह पता चलता है और इससे आपको अपना पसंदीदा और वास्तविक व्यवसाय चुनने में भी मदद मिल सकती है.
बढ़ती है आपकी सहनशीलता
अगर आप भारत में पले-बढ़े हैं तो आपको धर्म और जाति संबंधी अवधारणाओं और उनके हमारे जीवन पर पड़ने वाले सभी अच्छे-बुरे प्रभावों की काफी अच्छी जानकारी होगी. हमारा समाज उच्च जाति और निम्न जाति के लोगों में बंटा हुआ है और यहां लोगों के साथ उनकी जाति के आधार पर ही व्यवहार किया जाता है. जब आप किसी अन्य देश में जाते हैं तो आपको पता चलता है कि इन समाज-जनित भेदभावों का विदेश में कोई महत्व नहीं है और विदेश में लोगों को उनके वास्तविक टैलेंट और स्वभाव के कारण ही पहचान मिलती है. विदेश में, आपको अच्छे साथी या दोस्तों की काफी आवश्यकता होती है और आप महसूस करते हैं कि किसी भी खास राष्ट्रीयता या नस्ल के लोगों के प्रति नफरत या असहनशील रवैया अपनाने पर आपको कोई फायदा नहीं मिलेगा.
आत्मविश्वास
जब आप कई मुसीबतों को सहते हुए किसी अन्य देश में रहना सीख जाते हैं तो आपका खुद पर भरोसा कई गुना बढ़ जाता है. आप अपने जीवन और कार्यक्षेत्र में कठिन परिस्थितियों से निपटने में सक्षम हो जाते हैं. आप आत्म-निर्भर बन जाते हैं क्योंकि विदेश में रहने से आपका काफी खर्च होता है इसलिये आप कई छोटे-मोटे काम खुद ही करके अपने पैसे बचाने की कोशिश करते हैं. अपने लिए खुद खाना बनाना, अपने कपड़े धोना और घर से दूर रहना अब आपको भार नहीं लगता है
दुनिया की सैर
पूरी दुनिया की सैर करने के अनेक अवसर मिलना विदेश में पढ़ने का सबसे बड़ा प्रेरक कारक है. विदेश में पढ़ने से आप अविश्वसनीय तौर पर नये दृष्टिकोणों, रीति-रिवाजों और गतिविधियों से परिचित होते हैं. अन्य फायदों में अपने मेजबान देश के नए इलाकों, प्राकृतिक अजूबों, संग्रहालयों और कई स्थलों को देखने के अवसर शामिल हैं. इसके अलावा, जब आप विदेश में शिक्षा प्राप्त करते हैं तो आप जिस देश में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, केवल उस राष्ट्र में यात्रा करने तक सीमित नहीं होंगे, बल्कि आप पड़ोसी देशों में भी घूम सकते हैं. उदाहरण के लिए, यदि आप फ्रांस में अध्ययन करते हैं तो आपके पास लंदन, बार्सिलोना और रोम सहित यूरोप के विभिन्न हिस्सों में यात्रा करने का विकल्प होगा.
करियर पोर्टफ़ोलियो
जब आप विदेश में अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने देश में आते हैं तो आप कल्चर के संबंध में एक नये नजरिये, भाषा कौशल, उच्च शिक्षा और सीखने की इच्छा से प्रेरित होंगे. यह सब भावी एम्पलॉयर्स को वाकई काफी प्रभावित करता है. बहुत बार, छात्र मेज़बान देश को इतना पसंद करते हैं कि वे अपने मेज़बान देश में ही जॉब करने का इरादा कर लेते हैं. अगर यह आपके लिए भी सच है तो आप यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई पूरी करने से पहले ही मेजबान देश में जॉब के लिए अप्लाई करना शुरू कर दें ताकि आपको समय रहते एक अच्छी जॉब मिल जाए.
इस सब के अतिरिक्त, बहुत बार लोग अपने घूमने के शौक को पूरा करने के लिए भी विदेश में पढ़ने जाते हैं. इसलिये अगर आपको उच्च शिक्षा प्राप्त करने के साथ ही देश-विदेश में घूमने का शौक है तो आप अब और अधिक प्रतीक्षा न करें, अपने मन-पसंद देश में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए आवेदन भेजें और अपना बैग पैक कर लें.
जॉब, इंटरव्यू, करियर, कॉलेज, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स, एकेडेमिक और पेशेवर कोर्सेज के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने और लेटेस्ट आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.jagranjosh.com पर विजिट कर सकते हैं.
अन्य महत्त्वपूर्ण लिंक
फॉरेन यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए सरल और उपयोगी टिप्स