Teachers Day Speech in Hindi 2024: शिक्षक दिवस पर छोटे और बड़े भाषण यहाँ पढ़ें

Teachers Day Speech in Hindi: यहाँ पढ़ें सरल और प्रभावशाली भाषण, जो आपको इस Teachers' Day के कार्यक्रम में एक यादगार और प्रेरक भाषण देने में मदद करेंगे। यहाँ हमने 10 पंक्तियों का भाषण, साथ ही छोटे और बड़े भाषण भी शामिल किए हैं।

Sep 5, 2024, 15:26 IST
Teachers Day 2024 Speech in Hindi - Shikshak Diwas Par Bhashan Hindi Mein
Teachers Day 2024 Speech in Hindi - Shikshak Diwas Par Bhashan Hindi Mein

Teachers Day Speech in Hindi 2024: हर साल 5 सितंबर को हम महान शिक्षक, नेता, और विचारक, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाते हैं। इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय उनके सम्मान में लिया गया है। इस विशेष दिन पर स्कूलों और कॉलेजों में छात्र विभिन्न समारोहों में भाग लेते हैं, जो उनके नियमित कार्यक्रमों से अलग होते हैं। इस दिन, छात्रों द्वारा विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, जैसे कि भाषण, कविता पाठ, निबंध लेखन, और सांस्कृतिक कार्यक्रम। इन गतिविधियों के माध्यम से छात्र अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं और उनके अमूल्य योगदान के लिए आभार प्रकट करते हैं। इस लेख में हम छात्रों के लिए शिक्षक दिवस पर कुछ प्रभावशाली भाषण प्रस्तुत करेंगे, जिन्हें वे अपने स्कूल प्रतियोगिताओं और समारोहों में उपयोग कर सकते हैं और अपने शिक्षकों को सराह सकते हैं।

भाषण पढ़ने से पहले, आइए इस दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को जानें, जिससे आप अपने विचारों को बेहतर ढंग से व्यक्त कर सकें और एक बेहद यादगार भाषण अपने स्कूल की असेंबली में प्रस्तुत कर सकें।

शिक्षक दिवस भारत में क्यों मनाया जाता है?

शिक्षक दिवस भारत में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितंबर को मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन एक प्रख्यात भारतीय दार्शनिक, शिक्षक और राजनीतिज्ञ थे। उन्हें उनके योगदान के लिए भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

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शिक्षक दिवस की शुरुआत कैसे हुई?

शिक्षक दिवस की शुरुआत डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन 5 सितंबर को मनाने के प्रस्ताव से हुई। यह प्रस्ताव उनके कुछ छात्रों और मित्रों द्वारा दिया गया था।

1962 में, जब डॉ. राधाकृष्णन भारत के राष्ट्रपति थे, उनके कुछ छात्र और मित्र उनके जन्मदिन को मनाना चाहते थे। हालांकि, डॉ. राधाकृष्णन ने एक भव्य उत्सव के लिए सहमति नहीं दी। उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन का जश्न मनाने के बजाय, यदि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह उनके लिए गौरवपूर्ण होगा।

इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया और तब से 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। यह दिन शिक्षकों के योगदान को मान्यता देने और सम्मान करने के लिए समर्पित है।

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Teachers’ Day Speech in Hindi 10 Lines

1. आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, सम्माननीय शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों, आप सभी को मेरा सादर प्रणाम।

2. आज शिक्षक दिवस के इस पावन अवसर पर मैं आप सभी के सामने अपने विचार रखने का सौभाग्य प्राप्त कर रहा हूँ।

3. यह दिन हमारे उन महान शिक्षकों को समर्पित है जिन्होंने हमारे जीवन को आकार दिया है।

4. यह हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है।

5. शिक्षक हमें केवल किताबी ज्ञान नहीं देते, बल्कि जीवन के मूल्य भी सिखाते हैं।

6. वे हमारे जीवन के सच्चे मार्गदर्शक होते हैं और हमें सही राह दिखाते हैं।

7. शिक्षक ही हमें जीवन में अनुशासन, मेहनत, और ईमानदारी का महत्व समझाते हैं।

8. उनके मार्गदर्शन के बिना हमारा भविष्य अंधकारमय हो सकता है।

9. आज के दिन, हम अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हमें सफल जीवन जीने की दिशा दिखाई।

10. शिक्षक दिवस के इस पावन अवसर पर, मैं अपने सभी शिक्षकों को धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने मेरे जीवन को सही दिशा दी और एक बेहतर व्यक्ति बनने में मेरी मदद की।

धन्यवाद!

2-3 Minute Speech on Teachers' Day in Hindi

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः,

 गुरुः साक्षात्‌ परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥

माननीय प्रधानाचार्य महोदय, आदरणीय शिक्षकगण, और मेरे सभी प्रिय साथियों...

आज हम सभी यहाँ शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में एकत्र हुए हैं। यह दिन हमारे उन गुरुओं को समर्पित है जिन्होंने हमें न केवल किताबी ज्ञान दिया, बल्कि जीवन के हर पहलू में हमारा मार्गदर्शन किया। शिक्षक हमारी जिंदगी के ऐसे आधार होते हैं जो हमें हर कठिनाई से पार पाने की हिम्मत देते हैं। वे हमारी गलतियों को सुधारते हैं, हमारी क्षमताओं को पहचानते हैं, और हमें जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

शायद आप में से कई लोगों को पता होगा कि विश्व भर में शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है, लेकिन भारत में यह दिन 5 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन एक विद्वान, शिक्षक और प्रसिद्ध दार्शनिक थे। उन्होंने अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की अपील की थी, ताकि पूरे शिक्षक समुदाय को सम्मानित किया जा सके। यह उनकी विनम्रता और निःस्वार्थ भावना को दर्शाता है, जो शिक्षकों को प्रोत्साहित और सम्मानित करने के लिए थी। इस विशेष दिन पर हम सभी को अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने का एक अनूठा अवसर मिलता है।

शिक्षक न केवल हमारे ज्ञान को बढ़ाते हैं, बल्कि हमें नैतिकता, अनुशासन और अच्छे आचरण का पाठ भी पढ़ाते हैं। वे हमें सही और गलत का भेद समझाते हैं औरहमें जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते हैं। आज के इस विशेष दिन पर, हम अपने सभी शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उन्हें इस विशेष दिन की शुभकामनाएँ देते हैं। आपके द्वारा दी गई शिक्षाएँ और उपदेश हमेशा मेरे जीवन में मार्गदर्शक और प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी।

धन्यवाद!

Long Speech on Teachers' Day in Hindi

माननीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को मेरा सादर प्रणाम।
आज का दिन न सिर्फ सभी शिक्षकों व गुरुओं के लिए खास है, जो हर पल देश के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में जुटे हुए हैं, बल्कि सभी छात्रों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है, जिन्हें अपने मार्गदर्शक शिक्षकों का आभार व्यक्त करने और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का सौभाग्य प्राप्त होता है।

आज इस शिक्षक दिवस के मौके पर, मुझे आप सभी के सामने हमारी जिंदगी में शिक्षकों के महत्व पर अपने विचार प्रकट करने का अवसर प्राप्त हुआ है, जिसके लिए मैं बेहद आभारी हूँ।

शिक्षक दिवस वह अवसर है जब हम उन महान व्यक्तियों को सम्मानित करते हैं जिन्होंने हमारे जीवन को दिशा दी है। हमारे शिक्षक न केवल हमें शिक्षा देते हैं, बल्कि हमें जीवन के हर पहलू में सही मार्ग दिखाते हैं। वे हमें अनुशासन, मेहनत और ईमानदारी का पाठ पढ़ाते हैं, जो हमें एक सफल व्यक्ति बनने के लिए प्रेरित करता है।

पुरातन वेदों और ग्रंथों में भी गुरु के महत्त्व का विशेष उल्लेख किया गया है। पुरातन वेदों और ग्रंथों में भी गुरु के महत्त्व का विशेष उल्लेख किया गया है। संत कबीर जी ने अपने दोहे में गुरु के महत्व को दर्शाते हुए कहा है,

"गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय।"

इसका अर्थ है कि गुरु का स्थान भगवान से भी ऊपर है क्योंकि गुरु ही हमें भगवान तक पहुँचने का मार्ग दिखाते हैं। शिक्षक वह दीपक हैं, जो हमें अज्ञानता के अंधकार से बाहर निकालकर ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं। वे हमें हर चुनौती का सामना करने की शक्ति देते हैं और हमारी आत्म-विश्वास को बढ़ाते हैं। हमारे शिक्षक हमें सिखाते हैं कि कैसे हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और समाज में एक सकारात्मक योगदान दे सकते हैं।

शिक्षकों की इसी महानता को सम्मानित करने के लिए हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने अपने जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने का आग्रह किया। उनका यह निर्णय शिक्षकों के प्रति उनके आदर और सम्मान को दर्शाता है, और इस दिन हम सभी शिक्षकों के योगदान को सराहते हुए उनका आभार व्यक्त करते हैं।

आज के इस शुभ अवसर पर, हम सभी अपने शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। उनके बिना, हम आज यहाँ इस मंच पर खड़े नहीं हो सकते थे। शिक्षक न केवल हमें किताबों का ज्ञान देते हैं, बल्कि हमें जीवन की वास्तविकताओं से अवगत कराते हैं। वे हमें सिखाते हैं कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मेहनत, धैर्य और समर्पण कितना महत्वपूर्ण है।

शिक्षक दिवस के इस अवसर पर, हम अपने शिक्षकों को धन्यवाद देते हैं और उन्हें यह यकीन दिलाते हैं कि हम सदैव उनके दिए हुए शिक्षा के मार्ग पर चलते रहेंगे और उनके सपनों को साकार करने का हर संभव प्रयास करेंगे।

आप सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ!

धन्यवाद!

शिक्षक दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • शिक्षक दिवस डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर मनाया जाता है। वे एक महान शिक्षक, विद्वान, और दार्शनिक थे, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • भारत में पहला शिक्षक दिवस 5 सितंबर 1962 को मनाया गया, जब डॉ. राधाकृष्णन राष्ट्रपति बने थे। उनके छात्रों ने उनके जन्मदिन को मनाने की इच्छा व्यक्त की, लेकिन उन्होंने सुझाव दिया कि इसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए।
  • दुनिया भर में विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है, जबकि भारत में यह 5 सितंबर को मनाया जाता है।
  • शिक्षक दिवस केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में शिक्षा और शिक्षकों के महत्व को समझने और सराहने के लिए मनाया जाता है।
Gurmeet Kaur
Gurmeet Kaur

Assistant Manager

Gurmeet Kaur is an Education Industry Professional with 10 years of experience in teaching and creating digital content. She is a Science graduate and has a PG diploma in Computer Applications. At jagranjosh.com, she creates content on Science and Mathematics for school students. She creates explainer and analytical articles aimed at providing academic guidance to students. She can be reached at gurmeet.kaur@jagrannewmedia.com

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FAQs

  • भारत में पहला टीचर्स डे कब मनाया गया था?
    +
    भारत में पहला शिक्षक दिवस 5 सितंबर 1962 को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 77वें जन्मदिन पर मनाया गया था।
  • टीचर्स डे 2024 की थीम क्या है?
    +
    टीचर्स डे 2024 की थीम क्या है,"सतत भविष्य के लिए शिक्षकों को सशक्त बनाना (Empowering Educators for a Sustainable Future)."

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