सुंमित पिछले दो वर्षो से आईआईएम में एंट्री की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी यह कोशिश अब तक नाकाम ही साबित हुई है। क्योंकि टॉप बिजनेस स्कूल में सीटें कम हैं और आवेदन करने वालों की संख्या है लाखों में। इसलिए सबके लिए एडमिशन पाना आसान नहीं है। यही वजह है कि अब सुमित फॉरेन बिजनेस स्कूल की तरफ रुख करने की सोच रहे हैं। वैसे, इन दिनों केवल सुमित ही नहीं, बल्कि उनके जैसे स्टूडेंट्स की संख्या लाखों में है, जो फॉरेन बिजनेस स्कूल को अपना टारगेट बना रहे हैं। उद्योग चैंबर एसोचैम के मुताबिक, प्रति वर्ष पांच लाख भारतीय स्टूडेंट्स फॉरेन यूनिवर्सिटी में एंट्री लेते हैं। यदि आपका टारगेट भी फॉरेन बिजनेस स्कूल है, तो हम आपको बता रहे हैं दुनिया के कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज के बारे में, जहां आप अपनी कल्पना को नई उडान दे सकते हैं। आइए, सबसे पहले नजर डालते हैं, अमेरिका के टॉप बी.स्कूलों पर ..
टॉप बी स्कूल्स इन अमेरिका
स्टेनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस
www.gsb.stanford.edu
हार्वर्ड बिजनेस स्कूल
www.hbs.edu
येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट
http://mba.yale.edu
कोलंबिया बिजनेस स्कूल
www4.gsb.columbia.edu
मिचिगन बिजनेस स्कूल,
www.bus.umich.edu
टॉप बी स्कूल इन यूके
लंदन बिजनेस स्कूल
www.london.edu
एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट स्कूल
www.business-school. ed.ac.uk मैंचेस्टर बिजनेस स्कूल
www.mbs.ac.uk
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
www.sbs.ox.ac.uk
मोस्ट पॉपुलर बी स्कूल
ऑस्ट्रेलियन स्कूल ऑफ बिजनेस, यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स (ऑस्ट्रेलिया)
www.business.unsw.EDU.
न् क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी (ऑस्ट्रेलिया)
www.bus.qut.edu.au
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर बिजनेस स्कूल (सिंगापुर)
http://bschool.nus.edu.sg इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ जापान (जापान)
www.iuj.ac.jp यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑनटेरिओ (कनाडा)
http://www.uwo.ca
यूनिवर्सिटी ऑफ टोरन्टो (कनाडा)
www.mgmt.utoronto.ca
बिजनेस स्कूल, स्कूल ऑफ ऑक्लैंड (न्यूजीलैंड) http://business.auck land.ac.nz
वाइकेटो मैनेजमेंट स्कूल, यूनिवर्सिटी वाइकेटो (न्यूजीलैंड)
www.mngt.waikato.ac.nz
कॉमन एडमिशन प्रोसेस
हर देश के यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए अलग-अलग क्राइटेरिया जरूर है, लेकिन एडमिशन के लिए कुछ बातें कॉमन होती हैं। यदि आप अब्रॉड के किसी बडे बिजनेस स्कूल में एंट्री चाहते हैं, तो जीमैट यानी ग्रेजुएट मैनेजमेंट एप्टिटयूड टेस्ट में अच्छे स्कोर हासिल करने होंगे। इसके अलाव, कई बिजनेस स्कूलों में टॉफेल (टेस्ट ऑफ इंग्लिश एज ए फॉरेन लैंग्वेज) स्कोर की डिमांड की जाती है। टॉफेल स्कोर की मांग उन विदेशी ऐप्लिकेंट से किया जाता है, जहां इंग्लिश मुख्य भाषा नहीं है। इतना ही नहीं, कई बिजनेस स्कूल में वर्क-एक्सपीरियंस रखने वाले स्टूडेंट्स को अधिक प्राथमिकता दी जाती है। वैसे, अप्लाई के दौरान कैंडिडेट्स से उनके करियर एस्पिरेशन और उस खास कॉलेज में एडमिशन लेने के कारणों के बारे में भी पूछा जाता है।
स्टडी प्रोग्राम
विभिन्न कॉलेजों में तमाम तरह के एमबीए प्रोग्राम उपलब्ध हैं। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप किस प्रोग्राम में एंट्री चाहते हैं! आप चाहें, तो पार्ट-टाइम एमबीए कोर्स में भी एडमिशन ले सकते हैं। अमूमन, फुल-टाइम एमबीए प्रोग्राम की अवधि करीब 11 से 21 महीने के करीब होती है। हालांकि अलग-अलग कालेजों के कोर्स की अवधि अलग-अलग हो सकती है। वैसे, कोर्स की अवधि और प्रोग्राम के लिए आप विभिन्न कॉलेजों के दिए गए साइट पर विजिट कर सकते हैं।
कैसे चुनें स्कूल
अब्रॉड में बिजनेस स्कूल का चुनाव करने के दौरान लोकेशन के साथ-साथ स्कूल के रेप्यूटेशन, ब्रांड इमेज, रैंकिंग, फैकल्टी आदि पर भी ध्यान देना जरूरी है।
कैसे करें फंडिंग
अब्रॉड के बिजनेस स्कूल से एमबीए करना महंगा जरूर होता है, लेकिन इसके लिए बैंक से लोन मिल सकता है। इसके अलावा,कॉर्पोरेट स्पॉन्सरशिप, स्कॉलरशिप आदि जैसे ऑप्शन भी होते हैं, जिनके माध्यम से एमबीए की फंडिंग की जा सकती है।
खुल जाते हैं रास्ते
विदेश के टॉप बिजनेस स्कूल में एंट्री के लिए पूरी तरह से तैयारी और प्लानिंग की जरूरत होती है। लेकिन एक बार जब आपकी एंट्री पसंदीदा बिजनेस कॉलेज में हो जाती है, तो इसके बाद करियर के तमाम विकल्प खुल जाते हैं। वैसे, इन दिनों परिस्थिति चाहे कैसी भी क्यों न हो, लेकिन आने वाले दिनों एमबीए प्रोफेशनल्स की डिमांड में काफी इजाफा होने की उम्मीद है। सच पूछिए, तो विदेश के टॉप बिजनेस स्कूल से एमबीए करना अपने आप में गर्व की बात है।
अमित निधि
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