सरकारी नौकरी की राह में मिले असफलताओं से नहीं हों निराश

आज के इस प्रतिस्पर्धात्मक दौर में जहाँ हर जगह आपको अपना मुकाम हासिल करने के लिए कठिन मुकाबले से गुजरना पड़ता है,

Oct 18, 2016, 13:37 IST

आज के इस प्रतिस्पर्धात्मक दौर में जहाँ हर जगह आपको अपना मुकाम हासिल करने के लिए कठिन मुकाबले से गुजरना पड़ता है, यह आवश्यक है कि हम सफलता की इस पथ पर मिलने वाली असफलताओं को भी सकारात्मक रूप में लें. कई बार ऐसा होता है कि हम शुरूआती असफलताओं से इतने निराश हो जाते हैं कि हम इन्हें ही अपनी किस्मत समझ लेते हैं और नतीजा यह होता है कि हम कई दुसरे अवसरों के लिए खुद को तैयार नहीं रख पाते हैं.

उत्तर प्रदेश में रहने वाली दिव्यांका लम्बे समय से रेलवे में भर्ती के लिए तैयारी कर रही थी और उसने सरकारी नौकरी पाने हेतु परीक्षाएं भी दीं. उसे यकीन था कि कई महीनों की उसकी कोशिश उसे सफलता अवश्य दिलवाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दिव्यांका को हार का मुंह देखना पड़ा और  इससे वह निराशा से इस कदर घिर गई कि दोबारा उसने सरकारी नौकरी के तैयारी की और रुख ही नहीं किया. ऐसा नहीं है कि दिव्यांका अकेली ऐसी है जिसे सरकारी नौकरी पाने की राह में हार का मुंह देखना पड़ा हो.

सरकारी नौकरी में सफलता प्राप्त करने के लिए उपयोगी 10 टिप्स

प्रथम प्रयास में सरकारी नौकरी हासिल करने वालों की संख्या कम और कई-कई बार के प्रयासों में सरकारी नौकरी हासिल करने वालो की संख्या बहुत ज्यादा है. असल में सरकारी नौकरी न मिलने की स्थिति में निराश नहीं होना चाहिए.  हार को खुद पर हावी होने देने के बदले अपने हौंसलों को बुलंद करना आवश्यक है क्योंकि सकारात्मक होते हुए ही सफलता को हासिल किया जा सकता है.  इस लेख में हम यही चर्चा करेंगे कि सरकारी नौकरी न मिलने की स्थिति में निराशा से कैसे दूर रह सकें और सफलता कैसे हासिल करें.

दोस्तों अक्सर अपने सुना होगा-

करत करत अभ्यास के जङमति होत सुजान,

रसरी आवत जात हैं , सिल पर करत निशान।

असफलता से टूटे नहीं:  चर्चिल के मुताबिक सफलता, एक हार से दूसरी हार की ओर बिना उत्साह गवाएं बढ़ते जाना है. मतलब स्पष्ट है कि अगर आप असफलता को सहजता से लेते हैं तो बड़ी से बड़ी हार भी आपको तोड़ नहीं सकती. क्या आपको लगता है कि सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने जीवन में कभी हार नहीं देखी होगी या फिर बिल गेट्स यूं ही बिना प्रयास के सफलता के शिखर पर आसीन हैं? नहीं. हार सबके जीवन में आती है,  लेकिन जरूरी यह है कि आप इससे टूटे नहीं बल्कि इसे स्वीकारते हुए आगे बढ़ें.

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असफलताओं से सबक ले:   हम अकसर हारने के बाद उससे टूट जाते हैं और उसका विश्लेषण करने से डरते हैं. कई लोग तो हारने के बाद उस पर चर्चा तक करना पसंद नहीं करते. जबकि यह सरासर गलत तरीका है. सरकारी नौकरी पाने की चाह में अगर हार भी गए तो इससे निराश होने की कोई जरुरत नहीं है बल्कि  उससे हमें सबक लेना आवश्यक है. असफलता की कारणों को ढूंढे और उसे दूर करें. याद रखे कि सफलता एक सतत प्रक्रिया है और इसके लिए अपने कदम को वापस नहीं खींचे.  जब तक आप अपनी असफलता को समझेंगे नहीं, आगे बढ़ना संभव नहीं है इसलिए उससे दूर भागने से जरुरी हैकि आप उसका विशलेषण करें.

हारकर आगे बढ़ने वालों को प्रेरणा स्रोत बनाएं - अगर आप सरकारी नौकरी पाने की राह में शुरू में मिले असफलताओं से निराश हो गए है और तमाम कोशिशों के बावजूद अवसाद आपका पीछा नहीं छोड़ रहा है तो ऐसे में जरूरी है, अपनी सोच को बदलें.  यहां वहां नजर दौड़ाएं. आपको ऐसे तमाम लोग मिल जाएंगे जिन्हें आरंभ में असफलता का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने उन लोगो के जीवन से प्रेरणा लेकर जीवन की दिशा को ही बदल लिए. आप भी ऐसे स्थिति में ऐसे लोगों से ऊर्जा हासिल करें जो अपने कोशिशों से आगे बढ़े और सफलता को हासिल किया है. ऐसा करने से आपमें खोया हुआ आत्मविश्वास लौट आएगा और यह आपको दूसरे प्रयास में सफलता प्राप्त करने का आपका मार्ग प्रशस्त करेगा.

दूसरों की असफलताओं से सीखें: अक्सर ऐसी स्थिति में लगता हैकि हम दुनिया में अकेले ऐसे शख्स हैं जिसे असफलताओं का सामना करना पड़ रहा है? अक्सर अपने पढ़ा होगा की खुद को चोट देकर सिखने से अच्छा हैकि हम दूसरों की असफलताओं से सीखें.  आप अच्छी तरह इस सबक को याद रखे की सफलता की कीमत चुकानी पड़ती है और इसके लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए. अगर आप किसी बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं तो आपको इसके लिए दूसरों की स्ट्रेटेजी और असफलताओं पर नजर रखनी चाहिए. इससे आपको अपने प्रयासों को और भी सटीक और ईमानदारी के साथ सफलता में बदल सकने में मदद मिलेगी.

असफलता की परिभाषा बदलें: अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग शुरू में मिले असफलता को ही अपनी किस्मत मान लेते है और उनके लिए इसका  मतलब हो जाता है कि जीवन की इस  दौड़ में   दूसरों का आगे बढ़ जाना? अगर आप इस तरह के सोच से ग्रस्त हैं तो आपको बता दें कि वक्त आ गया है कि आप अपने इस हार की परिभाषा को बदलें. असफलता का मतलब है कि प्रयासों में किसी कमी का रह जाना और आगे मिलने वाले मौका को सफलता में बदलने के लिए अपने स्ट्रेटेजी को बदलना. जी, हां! जिस दिन आप अपने जीवन में हार की परिभाषा बदल देंगे, उसी दिन आपके जीवन से निराशा दूर हो जाएगी. निराशा, अवसाद और तनाव कभी भी सफलता के शिखर तक नहीं पहुंचने देता, अतः अतः सरकारी नौकरी पाने की राह मिलने वाले इस रोड़े को छोड़ना ही सफलता की सबसे बड़ी शर्त है.  

प्राथमिकताओं को तय करें:  शुरू में मिले असफलताओं से अक्सर युवा अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं और कई बार तो वे सोचते है कि अब दुसरे किसी क्षेत्र में करियर तलाश किया जाए.  लेकिन ऐसे युवा शायद यह भूल जाते है कि-एक रखे टेक.  आप जबतक अपने लक्ष्य को तय नहीं करेंगे आप ऐसे ही भागते रहेंगे और इससे आपके समय और धन की बर्बादी के अतिरिक्त कुछ ज्यादा हासिल नहीं हो सकता. इसलिए सबसे पहले आप अपने लक्ष्य को तय करें और उसे हासिल करने के लिए इमानदारी से प्रयास शुरू कर दें. 

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उत्साह को जीवन का हिस्सा बनायें: अक्सर असफलता के बाद हम खुद को नियोजित करना भूल जाते हैं और यह हमारे उत्साह को प्रभावित करता है. दोस्तों, किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए आपके अन्दर उत्साह का बना रहना अत्यंत आवश्यक है. यह ठीक है कि असफलता से हमें निराशा होती है लेकिन क्या हमारी दुनिया वही ख़त्म हो जाती है? नहीं न...तो फिर हम क्यों शुरुआती असफ़लता से अपने उत्साह को छोड़ दें. अपने दूसरे प्रयास के लिए आप नए सिरे से शुरुआत करें. समझें कि आखिर चूक कहां हुई? किस कमी के कारण हारना पड़ा. हमेशा यह ध्यान रखें कि सरकारी नौकरी हासिल करना है तो अपना सौ फीसदी देना होगा. सौ फीसदी तभी दे सकते हैं जब नए ढंग से, नई ऊर्जा के साथ और नए स्रोत के साथ शुरुआत की जाए.

खुद पर भरोसा करें: शुरू में मिले असफलताओं के बाद सबसे पहले हमारा भरोसा टूटता है. शायद यही कारण है कि स्कूल और कालेजों में छात्र फेल हो जाने के बाद आत्महत्या तक कर बैठते हैं. लेकिन आप खुद का भरोसा न खोने दें. अपने ऊपर इसलिए भरोसा बनाए रखें ताकि सरकारी नौकरी का मिला अगला मौका आपके लिए व्यर्थ में नहीं चले जाए. आपके अन्दर की विश्वास सबसे बड़ी चीज है जोकि सफलता को प्राप्त करने में सबसे अधिक आपको ताकत देती है.

Manish Kumar
Manish Kumar

Assistant Content Manager

A Journalist and content professional with 13+ years of experience in Education and Career Development domain in digital and print media. He has previously worked with All India Radio (External Service Division), State Times and Newstrackindia.com. A Science Graduate (Hons in Physics) with PGJMC in Journalism and Mass Communication. At Jagranjosh, he used to create content related to Education and Career sections including Notifications/News/Current Affairs etc. He can be reached at manish.kumarcnt@jagrannewmedia.com.

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