What is NATO? नाटो एक सैन्य गठबंधन है जिसे साल 1949 में अमेरिका, कनाडा, यूके और फ्रांस सहित 12 देशों द्वारा बनाया गया था. इसका पूरा नाम North Atlantic Treaty Organization अर्थात् उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन है.
नाटो का गठन बड़े पैमाने पर द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ से खतरे का मुकाबला करने के लिए किया गया था. नाटो यूरोप एवं उत्तरी अमेरिका के देशों के मध्य एक सैन्य गठबंधन है. नाटो में कोई भी निर्णय सभी तीस सदस्यों के सामूहिक इच्छा के आधार पर ली जाती है.
नाटो का उद्देश्य
नाटो की स्थापना के समय मुख्य उद्देश्य पश्चिम यूरोप में सोवियत संघ की साम्यवादी विचारधारा को रोकना था. नाटो का उद्देश्य 04 अप्रैल 1949 को हस्ताक्षरित उत्तरी अटलांटिक संधि को लागू करना है. नाटो सामूहिक सुरक्षा की एक प्रणाली का गठन करता है. प्रणाली के तहत, एक सदस्य राज्य पर हमले को सभी पर हमला माना जाता है और यह सामूहिक प्रतिक्रिया की मांग करता है.
यह सदस्य देशों के बीच एकजुटता और सामंजस्य की भावना पैदा करता है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्पन्न होने वाले नए खतरों से निपटने के लिए न केवल सामूहिक रक्षा प्रदान करना बल्कि संकट की स्थितियों का प्रबंधन करने के साथ-साथ सहकारी सुरक्षा को प्रोत्साहित करना भी है.
नाटो का सदस्य देश
नाटो के सदस्य देशों में 2 उत्तरी अमेरिकी देश, 27 यूरोपीय देश और 1 यूरेशियन देश शामिल हैं.
नाटो में कितने देश है?
NATO सदस्य | शामिल होने की तारीख |
अल्बानिया | 2009 |
बेल्जियम | 1949 |
बुल्गारिया | 2004 |
कनाडा | 1949 |
क्रोएशिया | 2009 |
चेक गणतंत्र | 1999 |
डेनमार्क | 1949 |
एस्तोनिया | 2004 |
फ्रांस | 1949 |
जर्मनी | 1955 |
यूनान | 1952 |
हंगरी | 1999 |
आइसलैंड | 1949 |
इटली | 1949 |
लातविया | 2004 |
लिथुआनिया | 2004 |
लक्समबर्ग | 1949 |
मोंटेनेग्रो | 2017 |
नीदरलैंड | 1949 |
उत्तर मैसेडोनिया | 2020 |
नॉर्वे | 1949 |
पोलैंड | 1999 |
पुर्तगाल | 1949 |
रोमानिया | 2004 |
स्लोवाकिया | 2004 |
स्लोवेनिया | 2004 |
स्पेन | 1982 |
तुर्की | 1952 |
यूनाइटेड किंगडम | 1949 |
संयुक्त राज्य | 1949 |
क्या यूक्रेन नाटो का सदस्य देश है?
नहीं, यूक्रेन नाटो का सदस्य देश नहीं है. यूक्रेन हालांकि एक नाटो भागीदार देश है, जिसका अर्थ है कि वह भविष्य में नाटो में शामिल हो सकता है.
नाटो और यूक्रेन के साथ रूस का क्या मुद्दा है?
रूस चाहता है कि पश्चिमी देश यह गारंटी दें कि नाटो यूक्रेन एवं अन्य पूर्व सोवियत देशों को सदस्य के रूप में शामिल होने की अनुमति नहीं देगा. इसने गठबंधन से यूक्रेन में हथियारों की तैनाती रोकने तथा पूर्वी यूरोप से अपनी सेना वापस लेने की भी मांग की है. रूस यह भी चाहता है कि नाटो पूर्वी यूरोप में अपनी सैन्य गतिविधियों को बंद कर दे.
रूस और यूक्रेन सैकड़ों सालों के सांस्कृतिक, भाषायी और पारिवारिक संबंध साझा करते हैं. रूस और यूक्रेन में कई समूहों हेतु देशों की साझा विरासत एक भावनात्मक मुद्दा है. इसका चुनावी और सैन्य उद्देश्यों के लिये प्रयोग किया जाता है. सोवियत संघ के हिस्से के रूप में यूक्रेन रूस के बाद दूसरा सबसे शक्तिशाली सोवियत गणराज्य था तथा रणनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक रूप से काफी अहम था.
नाटो के कार्य: एक नजर में
नाटो आतंकवाद की समस्या से निपटने के साथ-साथ आतंकवादी हमले के परिणामों का प्रबंधन करने हेतु नई क्षमताओं एवं प्रौद्योगिकियों का विकास करता है. नाटो लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने तथा अपने सदस्यों देशों की समस्याओं को हल करने के अतिरिक्त न केवल विश्वास का निर्माण करता है बल्कि रक्षा और सुरक्षा मामलों पर परामर्श एवं सहयोग की अनुमति भी देता है. नाटो शांतिपूर्ण तरीके से विवादों को हल करने हेतु राजनयिक प्रयास करता है.
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