राष्ट्रीय विज्ञान दिवसः कौन थे सी.वी. रमन और उनकी उपलब्धियां, यहां पढ़ें

भारत में हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। यह दिन रमन प्रभाव को लेकर मनाया जाता है, जिसकी खोज भारतीय वैज्ञानिक सी.वी. रमन द्वारा की गई थी। इस लेख में हम सी.वी. रमन और उनकी उपलब्धियां के बारे में जानेंगे। 

Feb 27, 2025, 18:37 IST
सीवी रमन जीवन परिचय
सीवी रमन जीवन परिचय

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन हर साल 28 फरवरी को किया जाता है। यह दिन भारतीय वैज्ञानिक सी.वी रमन द्वारा की गई खोज रमन प्रभाव की याद में मनाया जाता है। विज्ञान के भौतिकी क्षेत्र में यह खोज एक बड़ी खोज थी। इसके अतिरिक्त उन्होंने विज्ञान क्षेत्र में कई बड़ी उपलब्धियों को हासिल किया और वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान बनाई। इस लेख में हम सी.वी. रमन और उनकी उपलब्धियों के बारे में जानेंगे।

सी.वी रमन का परिचय

चंद्रशेखर वेंकट रमन (C.V. Raman) भारत के महान वैज्ञानिकों में से एक थे। वह भौतिकी के क्षेत्र में अपने महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने रमन प्रभाव (Raman Effect) की खोज की, जिसके लिए उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार मिला। वह विज्ञान और शोध में भारत की गौरवशाली परंपरा के प्रतीक माने जाते हैं।

जन्म और शिक्षा

जन्म: सी.वी रमन का जन्म 7 नवंबर 1888, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु में हुआ था।
शिक्षा: उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई की थी।
व्यवसाय: सी.वी रमन पेशे से भौतिक वैज्ञानिक, प्रोफेसर और शोधकर्ता थे।

महत्त्वपूर्ण खोजें और उपलब्धियां

रमन प्रभाव (Raman Effect) – 1928

सी.वी. रमन ने यह खोज की कि जब प्रकाश किसी पारदर्शी माध्यम से गुजरता है, तो उसकी तरंग दैर्ध्य (Wavelength) में परिवर्तन हो सकता है। यह प्रभाव प्रकाश के बिखराव से जुड़ा है और इसका उपयोग रसायन विज्ञान, भौतिकी और बायोलॉजी में होता है। ऐसे में इस खोज के सम्मान में 28 फरवरी को भारत में ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ मनाया जाता है।

नोबेल पुरस्कार 

सी.वी. रमन को रमन प्रभाव की खोज के लिए 1930 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला था। खास बात यह है कि वह नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय वैज्ञानिक थे।

भारतीय विज्ञान में क्या रहा है योगदान

भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बंगलुरु में भौतिकी के प्रोफेसर रहे हैं। उन्होंने रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की थी। भारत सरकार ने उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया था।

सम्मान और पुरस्कार 

-नोबेल पुरस्कार (1930) – भौतिकी के लिए
भारत रत्न (1954) – भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
-लेनिन शांति पुरस्कार (1957) – अंतरराष्ट्रीय सम्मान
-रॉयल सोसाइटी की फैलोशिप (1924) – विश्वस्तरीय वैज्ञानिक सम्मान

हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन से जुड़ा अन्य लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

पढ़ेंः दिल्ली में किन महिलाओं को मिलेगा समृद्धि योजना का लाभ, किन-किन दस्तावेजों की होगी जरूरत, यहां जानें

 

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News