उत्तर प्रदेश राज्य का पुनर्गठन 1 नवंबर 1956 को किया गया था। इससे पहले यह 1836 से उत्तर पश्चिमी प्रांत के रूप में जाना जाता था। इसके बाद 1877 में इसका नाम उत्तर पश्चिम आगरा एवं अवध प्रांत हुआ। 1902 में इसका नाम संयुक्त प्रांत आगरा एवं अवध किया गया।
1937 में इसके नाम में से आगरा एवं अवध निकाला गया और यह सिर्फ संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाने लगा और अंत में 24 जनवरी 1950 को इस प्रांत का नाम उत्तर प्रदेश कर दिया गया। वर्तमान में उत्तर प्रदेश अलग-अलग क्षेत्रों में बटा हुआ है, जिसमें आपने बुंदेलखंड, बघेलखंड, रोहिलखंड और पूर्वांचल के बारे में जरूर सुना और पढ़ा होगा।
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के किस जिले को पूर्वांचल की राजधानी कहा जाता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम पूर्वांचल के बारे में जानने के साथ इसकी राजधानी के बारे में भी जानेंगे।
पूर्वांचल का परिचय
पूर्वांचल उत्तर मध्य भारत का एक भौगोलिक क्षेत्र है, जो कि उत्तर प्रदेश के पूर्वी छोर पर स्थित है। इसके उत्तर में नेपाल, पूर्व में बिहार, दक्षिण में मध्य प्रदेश का बघेलखंड क्षेत्र और पश्चिम में उत्तर प्रदेश का अवध क्षेत्र आता है। पूर्वांचल को लंबे समय से एक अलग राज्य बनाने की मांग उठती रही है। वहीं, उत्तर प्रदेश से पूर्वांचल में विधानसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले कुल 117 विधायक हैं और इस क्षेत्र से कुल 23 लोकसभा सदस्य भी चुने जाते हैं।
उत्तर प्रदेश में कुल कितने क्षेत्र हैं
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि उत्तर प्रदेश में कुल कितने क्षेत्र हैं, तो आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में दो आब क्षेत्र है, जिसे यमुना और गंगा का मैदान कहा जाता है। यह सहारनपुर से शुरू होकर प्रयागराज तक माना जाता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड इलाका है, जिसमें उत्तर प्रदेश के ललितपुर, झांसी और बांदा जिले आते हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश का बघेलखंड इलाका है, जिसमें चित्रकूट जिला आता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश का रोहिलखंड इलाका है, जिसमें बरेली, पीलीभीत व संभल आदि जिले आते हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश का अवध क्षेत्र भी है, जिसमें लखनऊ, रायबरेली व उन्नाव आदि जिले आते हैं। अब बात करें पूर्वांचल की, तो यह भी उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण भाग है, जिसमें कुल 17 जिले आते हैं। इसमें बलिया, सोनभद्र, देवरिया, गाजीपुर और वाराणसी जिले आदि हैं।
उत्तर प्रदेश का पूर्वांचल
उत्तर प्रदेश का पूर्वांचल क्षेत्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश की तुलना में कम विकसित माना जाता है। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि उत्तर प्रदेश का पश्चिमी भाग यमुना और गंगा के दो-आब वाला क्षेत्र में आता है, जो कि कृषि के संबंध में अधिक उन्नत है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश गन्ने और गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है।
कौन-सा जिला है पूर्वांचल की राजधानी
अब सवाल है कि पूर्वांचल की राजधानी उत्तर प्रदेश के किस जिले को कहा जाता है, तो आपको बता दें कि धार्मिक नगरी कहा जाने वाला वाराणसी जिला उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल की राजधानी भी कहा जाता है। दरअसल, यह जिला धर्म और संस्कृति का केंद्र है। इसके साथ ही वाराणसी भारत के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है, जिसका इतिहास, इतिहास से भी पुराना बताया जाता है। अपने समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत की वजह से वाराणसी जिले को पूर्वांचल का राजधानी भी कहा जाता है। वहीं, प्रदेश का यह जिला पर्यटन का बड़ा केंद्र भी है, जहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation