अमेरिका दुनिया के उस देशों में शामिल है जिसका आर्थिक विकास अब सिर्फ हथियारों की बिक्री पर टिका हुआ है. यह देश अपने हथियारों की बिक्री बढ़ाने के लिए दो पड़ोसी देशों के साथ लड़ाई कराता है फिर किसी एक या कभी कभी भारत और पाकिस्तान की तरह दोनों देशों को हथियार बेचकर लाभ कमाता है.
इसी नीति पर चलते हुए अमेरिका ने पाकिस्तान को चौथी पीढ़ी का F-16 उन्नत लड़ाकू विमान दिया था. लेकिन अब भारत ने भी इस उन्नत विमान के जवाब में फ़्रांस से 5 राफेल विमानों की पहली खेप प्राप्त कर ली है.
अब भारत और पाकिस्तान सहित दुनिया में बहुत से लोग यह जानना चाहते हैं कि राफेल, और F-16 में कौन सा लड़ाकू विमान बेहतर है?
आइये इस लेख में जानते हैं कि F-16 और राफेल के बीच में कौन जेट बेहतर है लेकिन इससे पहले इन दोनों लड़ाकू विमानों के बारे में जान लेना जरूरी है.
F-16 के बारे में: F-16 दुनिया का सबसे सफल, युद्ध-सिद्ध चौथी पीढ़ी का मल्टीरोल फाइटर है. इसे अमेरिका ने इस एक इंजन वाले एयरक्राफ्ट का निर्माण 1973 में शुरू किया था और अब तक इसकी 4600 से अधिक यूनिट्स बनायीं जा चुकी हैं और वर्तमान में 3000 यूनिट्स अभी भी सेवा में हैं.
आज इसका इस्तेमाल 25 देशों में किया जा रहा है.इसकी स्पीड 2400 किमी प्रति घंटा है और सेवा अवधि 12000 घंटा है.
राफेल के बारे में:- राफेल, दो इंजनों वाला एक मल्टीलेयर लड़ाकू विमान राफेल है. इस लड़ाकू विमान को फ़्रांस की कंपनी दसौल्ट ने बनाया है. इसका इस्तेमाल परमाणु हमलों को रोकने,एंटी शिप स्ट्राइक के लिए भी किया जा सकता है.
सन 1986 में शुरू हुए इस 4.5 पीढ़ी के लड़ाकू विमान की सन 2019 तक 201 यूनिट्स बन चुकीं हैं. राफेल में लगी गन एक मिनट में 2500 फायर करने में सक्षम है जो कि इसे बहुत ही मारक फाइटर जेट बनाती है.
राफेल, और F-16 की तुलना:- (Comparison between Rafale and F-16)
तुलना का आधार | F-16 | राफेल |
बनाने वाला देश | अमेरिका | फ़्रांस |
बनाने वाली कंपनी | लॉकहीड मार्टिन | दसौल्ट एविएशन |
इंजन | सिंगल | डबल इंजन, सिंगल/डबल सीटर |
अधिकतम स्पीड | 2400 किमी प्रति घंटे | 2222 किमी प्रति घंटे |
पीढ़ी | 4th | 4.5th |
जेट का आकार | ऊंचाई 5.09 मीटर, लंबाई 15 मीटर और विंगस्पैन 9.44 मीटर है. | राफेल की ऊंचाई 5.30 मीटर, लंबाई 15.30 मीटर और विंगस्पैन 10.90 मीटर है. |
कौन सी मिसाइल लग सकती है | इसमें 'एमराम' मिसाइलें लगतीं हैं जो कि सिर्फ 100 किलोमीटर तक मार कर सकती हैं. | राफेल में मीटियोर मिसाइल 150 किलोमीटर, स्कैल्फ मिसाइल 300 किलोमीटर तक मार कर सकती है. जबकि HAMMER मिसाइल लगायी जाएगी. |
ऊँचाई हासिल करने की क्षमता | 254 मीटर प्रति सेकंड | 300 मीटर प्रति सेकंड |
एक मिनट में ऊंचाई | 15,240 मीटर | 18000 मीटर |
वजन ले जाने की क्षमता | 21272 किलोग्राम | 24,500 किलोग्राम |
कॉम्बैट रेडियस | 4200 किमी. | 3700 किमी. |
रडार सिस्टम | 84 किमी के दायरे में केवल 20 टारगेट को ही पहचान | 100 किमी के दायरे में एकबार में एकसाथ 40 टारगेट की पहचान |
किसी जेट को ताकत मिलती है उसमें लगी मिसाइल्स से इस कारण राफेल F16 पर भारी पड़ जायेगा क्योंकि राफेल में मेटेओर मिसाइल लगी है जो कि आमने सामने की लड़ाई में दुश्मन को 150 किमी दूर से ही मार गिराएगा जबकि F16, इसमें लगी अमराम मिसाइल से 100 किमी की दूरी से हमला क्र सकता है. इस प्रकार राफेल की मारक क्षमता, F16 से 50 किमी बेहतर है.
इस टेबल में किये गए तुलनात्मक अध्ययन से यह बात स्पष्ट है कि भारत में मिला राफेल विमान पाकिस्तान के पास मौजूद F16 से कई मामलों में बेहतर है शायद यही कारण है कि भारत को राफेल मिलनसे से सबसे अधिक चिंता पाकिस्तान को हो रही है.
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