सूर्य और चन्द्र ग्रहण पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

Jul 5, 2019, 15:58 IST

ग्रहण तब लगता है जब किसी पिंड की तरफ जाने वाला प्रकाश स्रोत बंद हो जाता है और हमारी आँखों की तरफ आने वाला प्रकाश स्रोत प्रतिबंधित हो जाता है जिससे हमें उस पिंड का कोई भी हिस्सा नहीं दिखाई देता है. ग्रहण दो प्रकार का होता है: सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण. यह प्रश्नोत्तरी आपको ग्रहणों के बारे में ज्ञान देगा और विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में भी मदद करेगा.

What are Solar and Lunar Eclipses?
What are Solar and Lunar Eclipses?

ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जब एक खगोलीय पिंड पर दूसरे पिंड की छाया पड़ती है, तब ग्रहण होता है. यह दो प्रकार का होता है: सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण. जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आता है तो सूर्य से पृथ्वी पर आने वाला प्रकाश प्रतिबंधित हो जाता है और सूर्य ग्रहण लगता है. इसी तरह जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य से चन्द्रमा पर पहुँचाने वाला प्रकाश स्रोत पृथ्वी के द्वारा प्रतिबंधित हो जाता है और चन्द्र ग्रहण की स्थिति बन जाती है. यह प्रश्नोत्तरी ग्रहणों के प्रकारों से संबंधित है, ग्रहण कैसे होता है आदि.

1. चन्द्र  ग्रहण क्यों होता हैं?
A. जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के बीच आता है.
B. जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आती है.
C. जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आता है.
D. जब पृथ्वी, सूर्य और अन्य दिव्य निकायों के बीच आती है.
Ans. B

व्याख्या: चन्द्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है, जिसके कारण सूर्य से चन्द्रमा पर पहुँचाने वाला प्रकाश स्रोत पृथ्वी के द्वारा प्रतिबंधित हो जाता है.

2. किस चंद्रमा की स्थिति में चन्द्र ग्रहण होता है?
A. हाफ मून (Half Moon)
B. फुल मून (Full Moon)
C. विषुव (Equinox)
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans. B

व्याख्या: चन्द्र ग्रहण पूर्णिमा की रात में होता है. एक साल में अधिकतम तीन बार पृथ्वी के उपछाया से चंद्रमा गुजरता है, तभी चन्द्र ग्रहण लगता है. जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सरल रेखा में होते हैं तो चन्द्र ग्रहण की स्थिति होती है.

3. पृथ्वी के प्रतिच्छाया को लेकर सही विकल्प का चयन करें:
1. अम्बरा (Umbra) - गहरा, मध्य भाग
2. पेनम्ब्रा (Penumbra) - बाहरी भाग
3. एंटम्ब्रा (Antumbra) - अम्बरा के परे आंशिक रूप से छायांकित क्षेत्र
सही विकल्प हैं:
A. केवल 1 और 2
B. केवल 2 और 3
C. केवल 1
D. सभी 1, 2 और 3
Ans. D

व्याख्या: पृथ्वी की परछाई तीन शंकु बनाती है: परछाई के एक शंकु को प्रच्छाया (Umbra), दूसरे को खंड छाया या उपच्छाया (Penumbra) और तीसरे को Antumbra कहते हैं. प्रच्छाया (Umbra) सबसे गहरा और अंधेरा वाला हिस्सा होता है और ये स्थिति पूर्णग्रहण कहलाती हैं. उपच्छाया (Penumbra) वह क्षेत्र है जिसमें प्रकाश स्रोत का केवल एक भाग ही अवरुद्ध होता है. ये स्थिति अंश-ग्रहण कहलाती हैं. Antumbra छाया का हल्का क्षेत्र होता है, जो प्रच्छाया से परे दिखाई देता है. इसमें एक पर्यवेक्षक वलयाकार ग्रहण को अनुभव करता है.

4. सूर्य ग्रहण क्यों होता है?
A. जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आता है.
B. जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में आती है.
C. जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा के बीच आता है.
D. जब सूर्य की किरण पृथ्वी तक नहीं पहुंचती है.
Ans. A

व्याख्या: सूर्य ग्रहण तब होता है, जब सूर्य आंशिक अथवा पूर्ण रुप से चन्द्रमा द्वारा आवृ्त हो जाए. इस प्रकार के ग्रहण के लिये चन्दमा का प्रथ्वी और सूर्य के बीच आना आवश्यक है. इससे पृ्थ्वी पर रहने वाले लोगों को सूर्य का आवृ्त भाग नहीं दिखाई देता है.

5. जब सूर्य ग्रहण का एक ही पैटर्न हर 18 वर्ष 11 दिन 8 घंटे में दोहराता है तो ये किस रूप में जाना जाता है?
A. नोड्स चक्र (Nodes cycle)
B. सारस चक्र (Saros cycle)
C. सरस चक्र (Saras cycle)
D. पयान चक्र (Payan cycle)
Ans. B

व्याख्या: 18 वर्ष 11 दिन 8 घंटे के सारस चक्र (Saros cycle) के बाद, ग्रहण दोहराता है.

जानें Super Blue Blood Moon के बारे में

6. ब्लड मून (Blood Moon) किसे कहते है?
A. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होता है.
B. यह लाल चमक के साथ आंशिक चंद्र ग्रहण होता है.
C. यह गहरी लाल चमक के साथ पूर्ण चंद्र ग्रहण होता है.
D. उपरोक्त में से कोई नहीं.
Ans. C

व्याख्या: पूर्ण चंद्र ग्रहण के समय चंद्रमा गहरे लाल चमक का हो सकता है और इसलिए इसे ब्लड मून भी कहते है.

7. चन्द्र ग्रहण के दौरान, चंद्रमा का लाल रंग निम्न कारण से होता है:
A. अंतरिक्ष में धूल के कारण
B. चंद्रमा के वायुमंडल में धूल होने के कारण.
C. पृथ्वी के वायुमंडल में धूल होने के कारण.
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans. C

व्याख्या: पृथ्वी के वायुमंडल में धूल होने के कारण, चन्द्र ग्रहण के समय चंद्रमा लाल रंग का दिखता है.

8. एक कैलेंडर वर्ष के दौरान, चन्द्र ग्रहण की अधिकतम संख्या कितनी हो सकती है?
A. 2
B. 3
C. 4
D. 5
Ans. B

व्याख्या: एक कैलेंडर वर्ष के दौरान यानी एक वर्ष में चन्द्र ग्रहण की अधिकतम संख्या 3 हो सकती है.

9. ग्रहण से आप क्या समझते हैं?
A. किसी खगोलीय पिण्ड का पूर्ण अथवा आंशिक रुप से किसि अन्य पिण्ड से ढ्क जाना या पीछे आ जाना.
B. चंद्रमा द्वारा प्रकाश का आंशिक या पूर्ण रूप से अवरोधन.
C. पृथ्वी से प्रकाश का आंशिक या पूर्ण रूप से अवरोधन.
D. सूर्य द्वारा प्रकाश का आंशिक या पूर्ण रूप से अवरोधन.
Ans. A

व्याख्या: किसी खगोलीय पिण्ड का पूर्ण अथवा आंशिक रुप से किसि अन्य पिण्ड से ढ्क जाना या पीछे आ जाना ग्रहण कहलाता है.

10. डायमंड रिंग किस प्रकार के सूर्य ग्रहण में दिखाई देती है?
A. पूर्ण सूर्य ग्रहण
B. आंशिक सूर्य ग्रहण
C. वलयाकार सूर्य ग्रहण
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans. A

व्याख्या: पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान डायमंड रिंग दिखाई देती हैं.

इस प्रश्नोत्तरी से हमें चन्द्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण, ग्रहण कैसे होता है, क्या होता है आदि के बारे में ज्ञात होता हैं.

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Shikha Goyal is a journalist and a content writer with 9+ years of experience. She is a Science Graduate with Post Graduate degrees in Mathematics and Mass Communication & Journalism. She has previously taught in an IAS coaching institute and was also an editor in the publishing industry. At jagranjosh.com, she creates digital content on General Knowledge. She can be reached at shikha.goyal@jagrannewmedia.com
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