भारत दुनिया में गुड़ का सबसे बड़ा उत्पादक है। हमारा देश दुनिया के 70% से ज्यादा गुड़ का उत्पादन करता है। इसका उत्पादन खास तौर पर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में होता है। गुड़ गन्ने के ताजे रस को तब तक उबालकर बनाया जाता है, जब तक वह ठोस होकर पिंड, पाउडर या लड्डू का रूप न ले ले। इसका इस्तेमाल भारतीय घरों में प्राकृतिक स्वीटनर के रूप में और पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है।
कितना होता है गुड़ का उत्पादन
गुड़ उत्पादन में भारत पहले स्थान पर है। यहां हर साल लगभग 70 से 80 लाख टन गुड़ का उत्पादन होता है। यह उत्पादन काफी हद तक असंगठित है और कुटीर उद्योग के रूप में किया जाता है। ग्रामीण इलाकों में सैकड़ों छोटे उत्पादक इसे बनाते हैं। यह प्रक्रिया मेहनत वाली है, लेकिन पर्यावरण के लिए अच्छी है, क्योंकि इसमें लकड़ी और पारंपरिक तरीकों का इस्तेमाल होता है।
भारत में कितना गुड़ उत्पादित होता है?
भारत हर साल लगभग 75 लाख टन गुड़ का उत्पादन करता है। यह वैश्विक उत्पादन का 70% से ज्यादा है। भारत अपने उत्पादन का बड़ा हिस्सा खुद ही इस्तेमाल करता है। इसके अलावा, यह श्रीलंका, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात और बांग्लादेश जैसे देशों को गुड़ का निर्यात भी करता है। यहां का गुड़ ठोस, पाउडर और तरल रूपों में मिलता है।
दुनिया के 5 सबसे बड़े गुड़ उत्पादक देश
रैंक | देश | सालाना उत्पादन (टन में) |
1 | भारत | 70,00,000–80,00,000 |
2 | पाकिस्तान | ~8,00,000 |
3 | बांग्लादेश | ~4,00,000 |
4 | नेपाल | ~2,00,000 |
5 | कोलंबिया | ~1,80,000 |
ध्यान दें: यह डेटा FAO, कृषि मंत्रालय (भारत), और ट्रेड मैप 2023–2024 पर आधारित है।
भारत
भारत बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती और पारंपरिक प्रसंस्करण विधियों के कारण गुड़ उत्पादन में सबसे आगे है। अकेले उत्तर प्रदेश राज्य ही भारत के 40% से ज्यादा गुड़ का उत्पादन करता है। इसका इस्तेमाल भारतीय भोजन, धार्मिक अनुष्ठानों और आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। आयुर्वेद में इसे शरीर से गंदगी निकालने और पाचन सुधारने वाले गुणों के लिए जाना जाता है।
पाकिस्तान
पाकिस्तान गुड़ का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, खासकर पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्रों में गुड़ उत्पादित होता है। यहां गुड़ का इस्तेमाल मिठाइयों, चाय और सर्दियों में सेहतमंद टॉनिक के रूप में किया जाता है। यह देश सीमित मात्रा में गुड़ का निर्यात करता है, जो ज्यादातर खाड़ी देशों और पड़ोसी देशों में जाता है।
बांग्लादेश
बांग्लादेश हर साल लगभग 4,00,000 टन गुड़ का उत्पादन करता है। यह मुख्य रूप से गन्ने और खजूर के रस से बनाया जाता है। यहां का पारंपरिक गुड़, जिसे 'पाटली गुड़' कहते हैं, बंगाली मिठाइयों और त्योहारों का एक अहम हिस्सा है। इसका उत्पादन सर्दियों के दौरान चरम पर होता है और यह मुख्य रूप से राजशाही और खुलना डिवीजनों में होता है।
नेपाल
नेपाल में गुड़ ज्यादातर तराई क्षेत्र में गन्ने के रस से बनाया जाता है। इसका उपयोग कई पारंपरिक पकवानों और अनुष्ठानों में होता है। यहां इसकी स्थानीय खपत बहुत ज्यादा है, खासकर ठंड के महीनों में, क्योंकि गुड़ को शरीर को गर्म रखने वाला माना जाता है।
कोलंबिया
कोलंबिया दक्षिण अमेरिका में गुड़ का प्रमुख उत्पादक है। यहां इसे 'पनेला' के नाम से जाना जाता है। यह गन्ने के रस से बनता है और 'आग्वापनेला' जैसे पेय पदार्थों में एक लोकप्रिय स्वीटनर है। कोलंबिया उन देशों को भी पनेला का निर्यात करता है, जहां लैटिन अमेरिकी मूल के लोग रहते हैं।
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