दुनिया के किसी भी देश में नदियों का विशेष महत्व है, जो कि सिंचाई के साथ अन्य मानवीय उपयोगों में लाई जाती हैं। इन नदियों से नहरों का उद्गम होता है, जिसे दूर-दराज के उन क्षेत्रों में पहुंचाया जाता है, जहां सिंचाई के लिए पानी की जरूरत होती है या फिर परिवहन के लिए माध्यम चाहिए होता है। ऐसे में नदियों के साथ-साथ उनसे निकलने वाली नहरों का महत्त्व बढ़ जाता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत की सबसे लंबी नहर कौन-सी है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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क्या होती है नहर
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि आखिर नहर क्या होती है। आपको बता दें कि यह एक मानव निर्मित मार्ग है। इसका प्रयोग नाव और जहाजों को एक निकाय से दूसरे निकाय तक जाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही नहरों का प्रयोग सिंचाई व अन्य मानवीय उपयोगों के लिए भी किया जाता है। ऐसे में जब भी नहरों की बात होती है, तो इसकी दो श्रेणियों की बात की जाती है, जो कि परिवहन और सिंचाई है।
भारत की सबसे लंबी नहर
भारत की सबसे लंबी नहर की बात करें, तो यह इंदिरा गांधी नहर है। इसके साथ ही यह दुनिया की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना भी है।
कहां से कहां तक इंदिरा गांधी नहर
इंदिरा गांधी नहर के उद्गम की बात करें, तो यह सतलुज नदी पर हरिके बांध से अपना सफर शुरू करती है, जिसके बाद यह राजस्थान के थार रेगिस्तान तक जाती है। इस बीच नहर का प्रयोग प्रमुख रूप से सिंचाई के लिए ही किया जाता है।
कितनी लंबी है नहर
नहर की कुल लंबाई की बात करें, तो यह कुल 649 किलोमीटर लंबी है। इसमें 167 किलोमीटर पंजाब और हरियाणा और 492 किलोमीटर राजस्थान में बहती है। ऐसे में हम यह कह सकते हैं कि इंदिरा गांधी नहर प्रमुख रूप राजस्थान में बहती है।
दो नहरों से बनी है इंदिरा गांधी नहर
इंदिरा गांधी प्रमुख रूप से दो नहरों से बनी है, जिसमें एक इंदिरा गांधी फीडर नहर है वहीं, इंदिरा गांधी मुख्य नहर दूसरी नहर है। इन दोनों नहरों से इस नहर का निर्माण किया गया है।
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