महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में लाखों श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होते हैं. ऐसे में परंपरागत होटल और गेस्ट हाउस पर्याप्त नहीं होते. पर्यटकों के लिए किफायती और आरामदायक आवास उपलब्ध कराने हेतु होमस्टे एक उत्कृष्ट विकल्प साबित हो रहा है. यह न केवल महाकुंभ भ्रमण का आनंद प्रदान करता है बल्कि स्थानीय संस्कृति, खानपान और जीवनशैली का अनुभव करने का भी अवसर देता है.
महाकुंभ 2025 का आयोजन 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में किया जा रहा है, जो वर्ष 2013 की तुलना में दोगुना है इस बार जोन, सेक्टर, पांटून पुल, थाना, चौकी, और फायर स्टेशन की संख्या में बढ़ोतरी की गई है. महाकुंभ 2025 में यह सभी प्रयास न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाएंगे बल्कि प्रयागराज के पर्यटन को भी नया आयाम देंगे.
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‘गांव देखो’ और पीडीए के बीच समझौता:
जागरण डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, महाकुंभ 2025 के दौरान पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने ‘गांव देखो’ टीम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है. इस समझौते के तहत kumbhstays.com को आधिकारिक प्लेटफार्म के रूप में मान्यता दी गई है.
कैसे करें घर किराए पर उपलब्ध?
होमस्टे योजना के तहत स्थानीय संपत्ति मालिक अपने घर किराए पर उपलब्ध करा सकते हैं। यह प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पर्यटन और पीडीए द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी की जाएगी. इसमें संपत्ति के दस्तावेजों की जांच, स्वामित्व का सत्यापन, सुरक्षा मानकों और सुविधाओं का मूल्यांकन शामिल है.
घर मालिकों को टैक्स से छूट:
महत्वपूर्ण बात यह है कि इस योजना के तहत संपत्ति मालिकों को किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना होगा। इससे अधिक लोग इस योजना से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
सुरक्षा और सुविधाओं के पुख्ता इंतजाम:
महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं:
- दोगुनी पुलिस चौकियां और थाने: इस बार मेले में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए दो गुना पुलिस थानों और तीन गुना चौकियों की व्यवस्था की गई है.
- 40% अधिक फोर्स तैनात: 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स में 40% की बढ़ोतरी की गई है.
- एआई तकनीक से लैस सीसीटीवी कैमरे: भीड़ और यातायात प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
पार्किंग की बेहतर व्यवस्था:
मेले के लिए शहर और आसपास के क्षेत्रों में लगभग 100 छोटी और बड़ी पार्किंग बनाई गई हैं। इससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुगम यातायात की सुविधा मिलेगी.
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