भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है। यह राज्य अपनी सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ समृद्ध और गौरवशाली इतिहास के लिए जाना जाता है। यह राज्य प्राचीन इतिहास से लेकर आधुनिक युग तक कई महत्त्वूपूर्ण घटनाओं का स्थान रहा है।
यहां सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर हर्षवर्धन का शासन, दिल्ली सल्तनत और मुगल शासन देखा गया है। साल 1857 की क्रांति में हरियाणा के निवासियों ने अपनी महत्त्वूपूर्ण भूमिका निभाई थी। वहीं, 1858 में ब्रिटिश राज के तहत हरियाणा को पंजाब राज्य का हिस्सा बना दिया गया।
हालांकि, बाद में यह स्वतंत्र राज्य बना। हरियाणा के प्रत्येक जिले की अपनी विशेषता है। आपने भी राज्य के अलग-अलग जिलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि हरियाणा का यमुनानगर जिला इतिहास में किस नाम से जाना जाता था, यदि नहीं, तो इस लेख में इस संबंध में जानकारी दी गई है।
कब हुआ था हरियाणा का गठन
हरियाणा राज्य का गठन 1 नवंबर, 1966 को हुआ था। इसे भाषाई आधार पर पंजाब से अलग कर 17वें राज्य के रूप में गठित किया गया था। भारत का यह राज्य देश का 20वां सबसे बड़ा राज्य है, जो कि 44,212 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह भारत के करीब 1.6 फीसदी हिस्से पर मौजूद है। वहीं, पूरा भारत दुनिया के करीब 2.4 फीसदी हिस्से पर है।
हरियाणा में कुल जिले
हरियाणा में कुल जिलों की बात करें, तो यहां कुल 22 जिले हैं, जो कि 6 मंडलों में आते हैं। इन मंडलों में कुल 73 उपमंडल हैं और 93 तहसील हैं। इसके अतिरिक्त यहां 142 विकासखंड, 10 नगर निगम, 90 विधानसभा सीटें, 10 लोक सभा सीटें, 5 राज्य सभा सीटें, सात हजार से अधिक ग्राम और 20 से अधिक नगर परिषद् मौजूद हैं।
हरियाणा का सबसे बड़ा और सबसे छोटा जिला
हरियाणा के सबसे बड़े जिले की बात करें, तो यह सिरसा जिला है, जो कि 4277 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। वहीं, सबसे छोटा जिला फरीदाबाद है। यह जिला कुल 742.9 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। आपको बता दें कि जनसंख्या के हिसाब से भी यह जिला सबसे छोटा जिला है।
हरियाणा के चार दिशाओं के चार जिले
हरियाणा का सबसे उत्तरी जिला पंचकूला है। वहीं, सबसे पूर्वी जिला यमुनानगर है। सबसे दक्षिणी जिले की बात करें, तो यह नूंह है, तो सबसे पश्चिमी जिला सिरसा है।
हरियाणा की कुल साक्षरता दर
साल 2011 में हरियाणा की कुल साक्षरता दर 75.5 फीसदी दर्ज की गई थी। इसमें सबसे अधिक पढ़ा-लिखा जिला गुरुग्राम है। वहीं, सबसे कम पढ़ा-लिखा जिला फरीदाबाद है।
किस नाम से जाना जाता था यमुनानगर जिला
इतिहास में यमुनानगर जिले को अबदुल्लापुर नाम से जाना जाता था। आजादी से पहले यह एक सिर्फ छोटा-सा गांव हुआ करता था और रेलवे स्टेशन के आसपास ही लोग रहा करते थे। विभाजन के बाद शरणार्थियों ने यहां रहना शुरू किया और खुद को यहां की संस्कृति में ढाला। साल 1989 नवंबर में यमुनानगर को जिले का दर्जा मिला था।
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