भारत की पहली संसद का पहला सत्र आज ही के दिन 1952 में आयोजित किया गया था. इसे भारत में आधुनिक लोकतंत्र की शुरुआत माना जाता है और इसके बाद कई उतार चढ़ाव देखने के अलावा देश ने सफलता लोकतंत्र देखा है.
25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 तक हुए पहले आम चुनावों के बाद पहली बार 17 अप्रैल 1952 को लोकसभा का विधिवत गठन किया गया था. इसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किया गया था.
3 अप्रैल 1952 को पहले आम चुनाव के बाद काउंसिल ऑफ स्टेट्स का गठन किया गया. 23 अगस्त 1954 को परिषद ने इसका नाम बदलकर राज्य सभा कर दिया था. इसका भी पहला सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किया गया था.
लोकसभा को लोकप्रिय कक्ष (Popular chamber) क्यों कहा जाता है?
लोकसभा वयस्क मताधिकार के आधार पर प्रत्यक्ष चुनाव द्वारा चुने गए लोगों के प्रतिनिधियों से बना है. इसलिए इसे लोकप्रिय कक्ष कहा जाता है.
लोकसभा के पहले स्पीकर और पहले डिप्टी स्पीकर कौन थे?
जी.वी. मावलंकर (G.V. Mavalankar) लोकसभा के पहले स्पीकर थे (15 मई 1952- 27 फरवरी 1956). एम. अनंतशयनम अय्यंगार (M. Ananthasayanam Ayyangar) लोकसभा के पहले डिप्टी स्पीकर थे (30 मई 1952-7 मार्च 1956).
लोक सभा एवं राज्य सभा में अंतर
लोक सभा के बारे में
लोकसभा वयस्क मताधिकार (Adult suffrage) के आधार पर प्रत्यक्ष चुनाव द्वारा चुने गए लोगों के प्रतिनिधियों से बना है. संविधान के अनुसार सभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या 552 है जिसमें 530 सदस्य राज्यों का, 20 सदस्य संघ राज्य क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं. राष्ट्रपति को यदि ऐसा लगता है कि आंग्ल भारतीय समुदाय को सभा में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला है तो उस समुदाय से अधिकतम दो सदस्यों को नामित करते या चुनते हैं.
राज्यों में कुल निर्वाचित सदस्यता इस प्रकार वितरित की गई है कि प्रत्येक राज्य को आबंटित सीटों की संख्या और उस राज्य की जनसंख्या के मध्य अनुपात, जहाँ तक व्यवहार्य हो, सभी राज्यों के लिए समान रहे.
सामान्य कार्यकाल लोकसभा का पांच वर्षों का है लेकिन इसे राष्ट्रपति द्वारा पहले भी विघटित किया जा सकता है. संविधान के अनुच्छेद 352 के अनुसार आपातकाल प्रावधान के प्रभावी होने की अवधि के दौरान संसद के कार्यकाल को बढ़ाया जा सकता है. इस अवधि को एक बार में एक वर्ष से अधिक नहीं बढ़ाया जा सकता है और किसी भी प्रकार प्रख्यापन के समापन की अवधि से छह माह से अधिक नहीं बढ़ाया जा सकता है.
राज्य सभा के बारे में
23 अगस्त, 1954 को काउंसिल ऑफ स्टेट्स (Council of States), जिसे राज्य सभा भी कहा जाता है की घोषणा सभापीठ द्वारा सभा में की गई थी. मोन्टेग-चेम्सफोर्ड प्रतिवेदन 1918 से भारत में द्वितीय सदन प्रारम्भ हुआ था.
भारत सरकार अधिनियम, 1919 में तत्कालीन विधानमंडल के द्वितीय सदन के तौर पर काउंसिल ऑफ स्टेट्स का सृजन करने का उपबंध किया गया जिसका विशेषाधिकार सीमित था और जो वस्तुत: 1921 में अस्तित्व में आया था.
उस समय तत्कालीन काउंसिल ऑफ स्टेट्स का पदेन अध्यक्ष गवर्नर-जनरल होता था. इसके गठन में भारत सरकार अधिनियम, 1935 के जरिये शायद ही कोई परिवर्तन किए गए.
9 दिसम्बर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी और 1950 तक केन्द्रीय विधानमंडल के रूप में कार्य किया, फिर इसे 'अनंतिम संसद' के रूप में परिवर्तित कर दिया गया था. इस समय के दौरान, केन्द्रीय विधानमंडल यानी 'संविधान सभा' (विधायी) और आगे चलकर 'अनंतिम संसद' कहा गया ने 1952 में पहले चुनाव हुए और तब तक यह एक-सदनी ही रहा.
संविधान के अनुच्छेद 80 के अनुसार राज्य सभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 निर्धारित की गई है, जिनमें से 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नामनिर्देशित किए जाते हैं और 238 सदस्य राज्यों के और संघ राज्य क्षेत्रों के प्रतिनिधि होते हैं. राष्ट्रपति उन व्यक्तियों को चुनते हैं जिन्हें साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे विषयों में विशेष ज्ञान का अनुभव हो.
राज्य सभा के पहले अध्यक्ष (Chairman) डॉ. एस राधाकृष्णन (Dr S Radhakrishnan) थे, जो देश के उपराष्ट्रपति होने के नाते ऊपरी सदन के पदेन अध्यक्ष थे. राज्यसभा के पहले उपाध्यक्ष (Dr S Radhakrishnan) एस वी कृष्णमूर्ति राव (S V Krishnamoorthy Rao) थे.
कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं जो इस दिन या 13 मई को हुई थीं
1846 - अमेरिका और मैक्सिको के बीच 1845 से चल रहे टैक्सास को लेकर तनाव के बीच कांग्रेस ने अपने इस पड़ोसी देश के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था.
1913 - पहला चार इंजन का विमान बनाया और उड़ाया गया (Igor Sikorsky, Russia).
1916 - भारतीय (Native American) दिवस का पहला पालन.
1960 - मैक्स इसेलीन (Max Eiselin) के नेतृत्व में एक स्विस अभियान (Swiss expedition) हिमालय में धौलागिरि के शिखर पर पहुंचा.
1962- सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के दूसरे राष्ट्रपति बने.
1978 - भारत का पहला ध्वजवाहक जहाज INS दिल्ली सेवामुक्त हुआ था.
2001 - प्रसिद्ध लेखक आर के नारायण का निधन हुआ था जिनका पूरा नाम रासीपुरम कृष्णस्वामी अय्यर था. इनका निधन 13 मई, 2001 को चेन्नई, भारत में हुआ था.
2019 - अमेरिकी गायिका और अभिनेत्री डोरिस डे (Doris Day) जिनकी 1950 के दशक के फिल्म संगीत में प्रदर्शन और 1960 के दशक की सेक्स कॉमेडी ने उन्हें एक प्रमुख हॉलीवुड स्टार बना दिया था 93 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई थी.
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