मीठा खाना किसे पसंद नहीं, वहीं जब बात भारत की हो, तो इसे खाने वाले लोगों की संख्या और बढ़ जाती है। हमारे देश में ऐसे लोगों की संख्या काफी अधिक है, जिन्हें मीठा पसंद है। बात जब मीठे की हो, तो मिठाई की दुकान पर चासनी, खोये और मेवे से तरबतर मिठाइयों को भला कौन भूल सकता है।
भारत में आपको अलग-अलग तरह की मिठाई देखने को मिल जाएगी। हालांकि, इन सब मिठाइयों के बीच तिरंगा बर्फी की बात अलग है। क्योंकि, इसका इतिहास कुछ खास रहा है। इस कड़ी में भारत का एक शहर अपने यहां की तिरंगा बर्फी के लिए जाना भी जाता है। कौन-सा है यह शहर और क्यों खास है तिरंगा बर्फी की कहानी, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
क्या होती है तिरंगा बर्फी
सबसे पहले हम तिरंगा बर्फी के बार में जान लेते हैं। आपको बता दें कि तिरंगा बर्फी, जैसे कि नाम से स्पष्ट है कि यह तीन रंगों से बनी होती है। इसमें राष्ट्रीय ध्वज की तरह तीन रंगोंः केसरिया, सफेद और हरे रंग का इस्तेमाल किया जाता है। केसरिया रंग के लिए केसर का उपयोग होता है। वहीं, सफेद के लिए खोये और काजू का उपयोग किया जाता है। साथ ही हरा रंग देने के लिए पिस्ते का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे ये तीन रंग वाली बर्फी बन जाती है।
पढ़ेंः कभी संसद भवन तक चलती थी ट्रेन, जानें क्यों बंद हुई सेवा
इतिहास में क्यों महत्त्वपूर्ण है तिरंगा बर्फी
तिरंगा बर्फी का संबंध हमारे देश की आजादी से है। क्योंकि, इस बर्फी का इस्तेमाल स्वतंत्रता सेनानी अपने गुप्त संदेंशों को पहुंचाने के लिए किये करते थे, जिससे ब्रिटिश को भनक न लगे। वे तिरंगा बर्फी को सिक्रेट कोड के तहत इस्तेमाल कर अपने गुप्त संदेशों को भारतीय लोगों के बीच तक पहुंचाते थे।
भारत के किस शहर का तिरंगा बर्फी से है संबंध
अब सवाल है कि आखिर भारत के किस शहर का तिरंगा बर्फी से संबंध है, तो आपको बता दें कि यह बर्फी उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी शहर से संबंध रखती है।
चर्चा में क्यों है तिरंगा बर्फी
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह अचानक फिर चर्चा में क्यों है ? आपको बतां दें कि हाल ही में वाराणसी की तिरंगा बर्फी को जीआई टैग मिल गया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश का वाराणसी शहर सबसे अधिक जीआई टैग वाला शहर बन गया है, जहां कुल 34 जीआई टैग हैं। उत्तर प्रदेश भारत में सबसे अधिक 75 जीआई टैग वाला राज्य है। यहां 58 सांस्कृतिक और 17 कृषि खाद्य उत्पादों को जीआई टैग मिला हुआ है।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation