उत्तर प्रदेश भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है, जो कि 240,928 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह राज्य अपने समृद्ध और गौरवशाली इतिहास के साथ-साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यह राज्य सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। आपने प्रदेश के अलग-अलग जिलों के बारे में सुना और पढ़ा होगा।
साथ ही, आपने सूफी संत निजामुद्दीन औलिया के बारे में भी पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि यूपी का कौन-सा जिला निजामुद्दीन औलिया नगर के रूप में भी जाना जाता है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
उत्तर प्रदेश का परिचय
उत्तर प्रदेश का प्राचीन इतिहास उठाकर देखें, तो पहले यहां कौशल और पांचाल नाम के साम्राज्य थे। इसके 600 साल बाद शर्की काल में इसमें अन्य जिले जुड़े और यह जौनपुर बना। हालांकि, बाद में यहां मुगलों का राज हुआ और इसमें से कुछ जिलों को अलग कर अवध नाम का सूबा बना।
बाद में ब्रिटिश का शासन हुआ और अवध के बराबर उत्तर-पश्चिम प्रांत बनाया गया, जिसे बाद में अवध के साथ जोड़ा गया और यह संयुक्त प्रांत बना। देश आजाद हुआ और पूरे राज्य का नाम उत्तर प्रदेश कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश में कुल जिले
उत्तर प्रदेश राज्य का गठन 1 नवंबर, 1956 को किया गया था। इसके कुल एरिया की बात करें, तो यह कुल 240,928 वर्ग किलोमीटर है, जो कि पूरे भारत का करीब 7.33 फीसदी है। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि पूरे भारत में किसी भी राज्य में सबसे अधिक हैं। ये जिले कुल 18 मंडलों में आते हैं, जो कि कुल चार संभागों का हिस्सा हैं।
इन संभागों की बात करें, तो यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश, पूर्वांचल और बुंदलेखंड हैं। इसके अतिरिक्त यहां बघेलखंड और रोहिलखंड भी है। प्रदेश में कुल 17 नगर निगम, 200 नगर पालिका परिषद्, 28 विकास प्राधिकरण और 5 विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा और सबसे छोटा जिला
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जिले की बात करें, तो यह लखीमपुर खीरी जिला है, जो कि 7680 वर्ग किलोमीटर में है। वहीं, सबसे छोटा जिला हापुड़ है, जो कि 660 वर्ग किलोमीटर में है।
उत्तर प्रदेश के चार दिशाओं के चार जिले
उत्तर प्रदेश के सबसे पूर्वी जिले की बात करें, तो यह बलिया है। वहीं, सबसे उत्तरी जिला सहारनपुर, सबसे पश्चिमी जिला शामली और सबसे दक्षिणी जिला सोनभद्र है।
किस जिले को कहा जाता है निजामुद्दीन औलिया नगर
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले को हम निजामुद्दीन औलिया नगर के नाम से भी जानते हैं। औलिया का जन्म 1238 में बदायूं में हुआ था। उन्होंने चिश्ती संप्रदाय के प्रचार और प्रसार के लिए दिल्ली की यात्रा भी की थी। उनके जन्मस्थान के कारण यूपी के इस जिले को हम निजामुद्दीन औलिया नगर के नाम के से भी जानते हैं।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation