भारत के नक्शे पर जब भी हम हरियाणा को देखते हैं, तो हमें लहलहाते खेत, विविधता और सांस्कृतिक विरासत का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है। यह राज्य न सिर्फ अपने खान-पान के लिए जाना जाता है, बल्कि यह अपने यहां के ऐतिहासिक स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है।
साथ ही, यहां के हर जिले की अपनी विशेषता है। आपने प्रदेश के अलग-अलग जिलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि हरियाणा के किस जिले को हम कागज के शहर के रूप में भी जानते हैं, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
भारत का 20वां सबसे बड़ा राज्य
हरियाणा राज्य देश का 20वां सबसे बड़ा राज्य है, जो कि 44,212 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां कुल 22 जिले हैं, जो कि 6 मंडलों में आते हैं। वहीं, इन मंडलों में कुल 76 उपमंडल हैं। यहां कुल जिलों की बात करें, तो यहां कुल 97 तहसील हैं। साथ ही, यहां 10 नगर निगम, 91 विधासनभा सीटें, 10 लोकसभा सीटें और 5 राज्यसभा सीटें हैं।
हरियाणा का सबसे बड़ा और सबसे छोटा जिला
हरियाणा के सबसे बड़े जिले की बात करें, तो यह सिरसा जिला है। वहीं, सबसे छोटा जिला फरीदाबाद है। आपको बता दें कि जनसंख्या के हिसाब से भी फरीदाबाद सबसे छोटा जिला है।
हरियाणा के चार दिशाओं के चार जिले
हरियाणा के चार दिशाओं के चार जिलों की बात करें, तो सबसे पूर्वी जिला यमुनानगर है। वहीं, सबसे पश्चिमी जिला सिरसा है, तो सबसे उत्तरी जिला पंचकूला और सबसे दक्षिणी नूंह है।
हरियाणा का सर्वाधिक और न्यूनतम साक्षर जिला
साल 2011 में हरियाणा की कुल साक्षरता दर 75.5 फीसदी दर्ज की गई थी। यहां के कुल 22 जिलों में से सर्वाधिक साक्षर जिले की बात करें, तो यह गुरुग्राम है। वहीं, न्यूनतम साक्षर जिला नूंह है।
किस जिले को कहा जाता है कागज का शहर
अब सवाल है कि आखिर किस जिले को हम हरियाणा में कागज के शहर के रूप में भी जानते हैं, तो आपको बता दें कि यह जिला यमुनानगर है। इस जिले को सिर्फ हरियाणा में नहीं, बल्कि पूरे भारत में कागज के शहर के रूप में भी जाना जाता है।
क्यों कहा जाता है कागज का शहर
आपको बता दें कि हरियाणा का यमुनानगर प्लाईवुड इकाइयों और कागज उद्योग के समूह के लिए जाना जाता है। यहां कागज की कई मिल मौजूद हैं, जिनमें अलग-अलग गुणवत्ता का कागज तैयार कर पूरे भारत में भेजा जाता है।
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