ऐसी कौन-सी धातु है, जो पानी में भी आग से जलती है, जानें

Apr 30, 2025, 13:03 IST

यदि किसी वस्तु में आग लग जाए, तो आग बुझाने के लिए हम पानी, कॉर्बन मोनॉक्साइड व अन्य उपायों का इस्तेमाल करते हैं। इससे आग पर काबू पाने में मदद मिलती है। हालांकि, एक पदार्थ  या धातु ऐसी भी है, जो पानी में भी जलता रहती है। कौन-सी है धातु, जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

पानी में भी जल जाता है पदार्थ
पानी में भी जल जाता है पदार्थ

आग एक ऐसी चीज है, जिससे कुछ नहीं बच पाता है। हालांकि, यदि किसी वस्तु में आग लग जाए, तो आग से बचने के लिए ऑक्सीजन की कटौती, कॉर्बन मोनॉक्साइड व पानी का इस्तेमाल किया जाता है। इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि एक पदार्थ या धातु ऐसी भी है, जो पानी में भी जलती है। कौन-सी है धातु, जानने के लिए यह लेख पढ़ें। 

क्यों पानी में जल जाते हैं पदार्थ 

आमतौर पर अधिकांश पदार्थ आग पकड़ने के बाद पानी में बुझ जाते हैं। हालांकि, कुछ ऐसे पदार्थ हैं, जो पानी के साथ रासायनिक अभिक्रिया करते हैं। इससे गैसें उत्पन्न होती हैं, जो ज्वलनशील होती हैं। इससे पदार्थ पानी में जल सकते हैं। 

कौन-से पदार्थ पानी में जल जाते हैं

अब हम यह जान लेते हैं कि कौन-से पदार्थ पानी में आग पकड़ लेते हैं। आपको बता दें कि लिथियम (Li), सोडियम (Na), पोटैशियम (K), रुबिडियम (Rb), सीजियम (Cs) और फ्रांशियम (Fr) समूह 1 के तत्व हैं। ये धातुएं पानी के साथ बहुत तेजी से अभिक्रिया करती हैं, जिससे हाइड्रोजन गैस और ऊष्मा निकलती है।

वहीं, अभिक्रिया के दौरान इतनी ऊष्मा होती है कि निकली हुई हाइड्रोजन गैस हवा में मौजूद ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर जलने लगती है। कई बार हल्का-हल्का विस्फोट भी होता है। उदाहरण के तौर पर देखें, तो यदि सोडियम धातु को पानी में डाल दिया जाए, तो वह तेजी से पानी में तैरता हुआ पिघलने लगता है। अंत में वह नीली लौ के साथ जलने लगता है।

इसकी रासायनिक अभिक्रिया इस प्रकार हैः

2Na(s) + 2H2O(l)→2NaOH(aq) + H2(g) + ऊष्मा

क्षारीय धातु भी पानी में पकड़ लेते हैं आग

केमिस्ट्री उठाकर देखें, तो क्षारीय धातुएं भी पानी के साथ अभिक्रिया कर आग पकड़ लेती हैं। इसमें कैल्शियम (Ca), स्ट्रोंटियम (Sr) और बेरियम (Ba) जैसे तत्त्व शामिल हैं। आपको बता दें कि कैल्शियम ठंडे पानी के साथ धीरे-धीरे हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करता है, जबकि स्ट्रोंटियम और बेरियम अधिक तेजी से अभिक्रिया करते हैं। यदि अभिक्रिया के दौरान हाइड्रोजन गैस पर्याप्त मात्रा में है और ऊष्मा मौजूद है, तो यह जल सकती है। 

इसकी रासायनिक अभिक्रिया इस प्रकार हैः

 Ca(s) + 2H2O(l)→Ca(OH)2(aq) + H2(g)

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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