आज यानि 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन है। इस दिन 12 घंटे नहीं, बल्कि 14 घंटे तक का दिन होता है और इसके बाद धीरे-धीरे अंधेरा होने लगता है। इस दिन को अधिक ऊर्जावान दिन के रूप में भी जाना जाता है।
यही वजह है कि इस दिन अतंरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन होता है। यही एक ऐसा दिन है, जिस दिन आपको दिन का समय अधिक मिलता है और यह दिन विश्व विख्यात है।
हालांकि, क्या आपको पता है कि 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन होने का कारण क्या है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
क्यों बड़ा होता है आज का दिन
यह बात हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी सूरज के चारो ओर चक्कर लगाती है। हालांकि, यह सीधे नहीं, बल्कि साढ़े 23 डिग्री के अक्षांश पर झुककर चक्कर लगा रही है। इस दौरान पृथ्व का उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध इसके सामने आते हैं।
जून के महीने में उत्तरी गोलार्ध सूरज के सामने आता है। वहीं, इस दौरान 21 जून ऐसा दिन होता है, जब सूर्य पृथ्वी के ठीक एकदम ऊपर होता है। इस दिन पृथ्वी पर पड़ने वाली सूरज की किरणें एकदम ऊपर पड़ती हैं।
ऐसे में इस दिन धरती पर सूरज की किरणें 14 घंटे तक रहती हैं। इसे विज्ञान की भाषा में Solstice भी कहा जाता है।
आज से घटने लगेगा दिन का समय
आपका बता दें कि आज से दिन का समय घटने लगेगा और 21 सितंबर तक आते-आते दिन और रात एक बराबर हो जाएंगे। वहीं, 21 सितंबर से दिन छोटे और रात लंबी होना शुरू हो जाएंगी और यह प्रक्रिया 23 दिसंबर तक चलेगी।
आज से दक्षिणायन हो जाएगा सूरज
आज यानि 21 जून से सूरज दक्षिणायन होना शुरू हो जाएगा, जिससे रात और दिन के अंतर में आना शुरू होता है। यही वजह है कि रात लंबी और दिन छोटे होना शुरू हो जाते हैं।
आपको बता दें कि 14 जनवरी यानि मकर सक्रांति से सूरज उत्तरायण होता है, जिसमें 21 जून से परिवर्तन हो जाता है।
इस वजह से 21 जून को होता है योग दिवस
योग आंतरिक शक्ति को उजागर करने के साथ शरीर को निरोगी रखने की क्रिया है, जिसके लिए सकारात्मक ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
वहीं, पृथ्वी पर ऊर्जा का सबसे बड़ा स्त्रोत सूरज है और 21 जून ऐसा दिन होता है, जिस दिन सबसे अधिक समय तक सूरज का प्रकाश पृथ्वी पर मौजूद रहता है। ऐसे में इस दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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