Hindi Diwas 2024: 14 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस, यहां जानें

Hindi Diwas 2024: हर साल भारत में 14 सितंबर को हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। यह दिन हिंदी के सम्मान का प्रतीक है, जिस दिन देशभर में हिंदी पर आधारित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि आखिर क्या वजह है कि आखिर 14 सितंबर को ही हिंदी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। यदि नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।  

Sep 13, 2024, 17:28 IST
हिंदी दिवस 2024
हिंदी दिवस 2024

Hindi Diwas 2024: भारत में हर साल 14 सितंबर को धूमधाम से हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। यह दिन हमारी मातृभाषा के प्रति सम्मान का दिन है, जिस दिन सरकारी व निजी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेज में हिंदी दिवस की थीम पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में हर साल 14 सितंबर को ही हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है ? यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे। 

Hindi Diwas 2024: हिंदी दिवस की थीम

हर साल हिंदी दिवस की थीम बदलती रहती है। इस वर्ष हिंदी दिवस की थीम की बात करें, तो यह हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्मिमता तक रखी गई है। 

Hindi Diwas 2024: भारत में कहां-कहां बोली जाती है हिंदी भाषा

अब हम यह जान लेते हैं कि भारत में हिंदी भाषा कहां-कहां बोली जाती है। भारत में प्रमुख रूप से पूरे उत्तर भारत में हिंदी भाषा बोली जाती है, जिसमें  जम्मू-कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में अधिकांश लोग हिंदी भाषा बोलते हैं।

महाराष्ट्र में आपको मराठी के साथ-साथ हिंदी भाषी लोग मिल जाएंगे। वहीं, देश के बाहर बात करें, तो त्रिनिदाद, नेपाल, पाकिस्तान, गुयाना, दक्षिण अफ्रीका, यूएई, टोबेगो और मॉरिशस में आपको हिंदी भाषा सुनने और बोलने को मिल जाएगी। 

Hindi Diwas 2024: भारत में कितने लोग बोलते हैं हिंदी 

साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, भारत में हिंदी भाषा बोलने वाले लोगों की संख्या 41 फीसदी से अधिक है। इनकी संख्या की बात करें, तो भारत में 52 करोड़ से अधिक लोग हिंदी भाषा बोलते हैं। 

Hindi Diwas 2024: 14 सितंबर को क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस

अब सवाल है कि आखिर 14 सितंबर को ही हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है, तो आपको बता दें कि 14 सितंबर, 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा हिंदी को आधिकारिक भाषा के तौर पर मान्यता दी गई थी, जिससे विविध भाषाई लोगों को जुड़ने का मौका मिले। वहीं, हिंदी दिवस की पहल का नेतृत्त्व राजेंद्र सिन्हा द्वारा किया गया था, जिन्होंने हिंदी को आधिकारिक मान्यता देने के लिए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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