भारतीय नोटों पर क्यों होती है महात्मा गांधी की ही फोटो, जानें

भातीय नोटो पर आपने महात्मा गांधी की फोटो देखी होगी। क्या आपने सभी सोचा है कि भारत में बहुत स्वतंत्रता सेनानी थे, लेकिन इनमें से सिर्फ महात्मा गांधी को ही नोट पर क्यों छापा गया। वहीं, नोट पर छापी गई यह फोटो किस जगह पर खींची गई थी, जिसे बाद में भारतीय नोटों पर उतार दिया गया। इस लेख के माध्यम से हम इन सवालों का जवाब जानेंगे। 

Sep 8, 2023, 14:18 IST
नोटों पर गांधी जी की फोटो
नोटों पर गांधी जी की फोटो

भारत में बीते कई वर्षो में काफी बदलाव हुआ। गांव और शहरों ने परिवर्तन की राह पर चलकर विकास की मंजिल तक का सफर तय किया। देश की सूरत बदली और संवरती गई। 

 

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हालांकि, एक चीज में बदलाव नहीं हुआ, वह है भारतीय रुपयों पर दिखने वाली गांधी की तस्वीर। महात्मा गांधी की मुस्कुराती हुई तस्वीर आज भी सालों से नोटों पर छपी चली आ रही है।

हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि भारतीय नोटों पर सिर्फ गांधी जी की ही फोटो क्यों छपती है, किसी और स्वतंत्रता सेनानी की फोटो को क्यों नहीं छापा जाता है। इस लेख के माध्यम से हम इन सवालों के जवाब को जानेंगे।

 

कहां खींची गई थी गांधी जी की फोटो

भारतीय नोटों पर हम जो गांधी जी की फोटो देखते हैं, वह फोटो कोलकाता में खींची गई थी। दरअसल, उस समय गांधी जी वायसराय हाउस में भारत में ब्रिटिश सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत फ्रेडरिक पेथिक लारेंस से मिलने पहुंचे थे। उस समय उनकी यह फोटो ली गई थी, जिसका बाद में पोर्ट्रेट नोटों पर इस्तेमाल किया गया। 

एक रुपये पर पहली बार छपी थी गांधी जी की फोटो

भारत के केंद्रीय बैंक यानि रिजर्व बैंक द्वारा साल 1969 में एक रुपये के नोट पर पहली बार गांधी जी की फोटो छापी गई थी। इसके बाद साल 1987 में 500 रुपये के नोट पर गांधी की फोटो फिर से छापी गई। वहीं, साल 1996 का वह वर्ष था, जब भारत में सभी नोटों पर गांधी जी की फोटो को छापा जाने लगा था। 

 

गांधी जी से पहले छपते थे राष्ट्रीय और धार्मिक चिन्ह

भारतीय नोटो पर गांधी जी की फोटो से पहले कई राष्ट्रीय और धार्मिक चिन्ह छपा करते थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन धार्मिक चिन्ह और राष्ट्रीय चिन्हों की नकल करना आसान होता था। हालांकि, किसी भी व्यक्ति के चेहरे की नकल करना आसान नहीं होता था। इस वजह से धार्मिक और राष्ट्रीय चिन्हों के बजाय किसी व्यक्ति के चेहरे को नोटों पर छापने के लिए चुना गया था। 

 

गांधी जी को ही क्यों चुना गया

अब सवाल यह है कि आखिर महात्मा गांधी को ही नोटों पर छापने के लिए चुना गया था। आपको बता दें कि उस समय सभी स्वतंत्रता सेनानी किसी खास क्षेत्र से भी जुड़े हुए थे। ऐसे में किसी और का चेहरा चुनना विवाद का कारण बन सकता था।

वहीं, महात्मा गांधी पूरे देश में एक समान अहमियत रखते थे और लोग गांधी जी को अपना आदर्श भी मानते थे। इस वजह से महात्मा गांधी के चेहरे पर आखिर मुहर लगी और आज हम नोटों पर महात्मा गांधी की फोटो को देखते हैं। 

 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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