Vande Bharat Train: भारतीय रेलवे के सफर में आपने लगभग हर ट्रेन के आखिरी डिब्बे पर ‘X’ का निशान जरूर देखा होगा. यह निशान रेलवे की सुरक्षा और संचालन प्रक्रिया का अहम हिस्सा है. लेकिन, क्या आपने गौर किया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के पीछे यह निशान क्यों नहीं होता? यह एक खास वजह से है, जो इस आधुनिक ट्रेन की संरचना और तकनीक से जुड़ी है.
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'X' का मतलब क्या है?
आम ट्रेनों के आखिरी डिब्बे पर ‘X’ का निशान बनाया जाता है ताकि स्टेशन स्टाफ और रेलवे अधिकारियों को यह स्पष्ट संकेत मिल सके कि ट्रेन पूरी गुजर चुकी है. अगर किसी ट्रेन में यह निशान नहीं दिखता, तो यह संकेत होता है कि ट्रेन का कोई डिब्बा बीच रास्ते में छूट गया है.
बता दें कि यह सुरक्षा प्रक्रिया रेलवे को तुरंत आपातकालीन कदम उठाने का अलर्ट देती है. इस निशान को आमतौर पर पीले या सफेद रंग में बनाया जाता है ताकि इसे दूर से आसानी से देखा जा सके.
वंदे भारत एक्सप्रेस पर 'X' क्यों नहीं होता?
वंदे भारत एक्सप्रेस, जो एक सेमी-हाईस्पीड और अत्याधुनिक ट्रेन है, अपने स्पेशल स्ट्रक्चर के कारण इस निशान की जरूरत नहीं पड़ती. इसका मुख्य कारण यह है कि वंदे भारत पूरी तरह से इंटीग्रेटेड (एटेच्ड) ट्रेन है. इसके डिब्बे किसी भी स्थिति में अलग नहीं हो सकते. इसके अलावा, यह ट्रेन दोनों दिशाओं में चलने में सक्षम है, यानी इसमें अलग से इंजन जोड़ने की जरूरत नहीं होती.
वंदे भारत एक्सप्रेस आधुनिक सुरक्षा तकनीकों से लैस है, जिसमें कई सेंसर और निगरानी प्रणालियां शामिल हैं. यह तकनीक ट्रेन की पोजीशन और स्ट्रक्चर पर हर समय नजर रखती है. ऐसे में, 'X' का निशान लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती.
वंदे भारत एक्सप्रेस न केवल तकनीकी रूप से उन्नत है, बल्कि इसमें सुरक्षा और संचालन के पारंपरिक तरीकों को भी नए आयाम दिए गए हैं. ‘X’ का निशान भले ही पारंपरिक ट्रेनों के लिए जरूरी हो, लेकिन वंदे भारत की हाई टेक डिजाइन और स्ट्रक्चर इसे अनावश्यक बनाती है. यह ट्रेन भारतीय रेलवे के भविष्य की दिशा में एक मजबूत कदम है.
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