“मेरा बेटा बड़ा होकर डॉक्टर बनेगा” ये लाइन बचपन में आपने अपने पापा-मम्मी, दादा-दादी और नाना- नानी आदि से सुनी ही होगी | अत: हम कह सकते है कि अपने बड़ों का सपना पूरा करने के लिए अधिकांश युवाओं में डॉक्टर बनने का ज़बरदस्त क्रेज देखा जाता है | मगर चिन्ता का विषय यह बन जाता है जब युवाओं को इस बात का ज्ञान ही नही होता कि डॉक्टर बनने के लिए उन्हें किन किन चीजों का ज्ञान होना चाहिये और किस कक्षा से इस सपने को पूरा करने की तैयारी करनी है |
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अत: यदि आप डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करना चाहते हैं, तो आप सीबीएसई तथा राज्य स्तर पर होने वाली मेडिकल की परीक्षाओं जैसे एआईपीएमटी(आल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट), उत्तर प्रदेश कम्बाइंड प्री-मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी), राजस्थान प्री मेडिकल टेस्ट(आरपीएमटी) इत्यादि के बारे में कक्षा 10 से ही जानकारी रखना शुरू कर दे |
कोई भी डॉक्टर आरंभ में कम से कम 40-50 हज़ार रुपये आसानी से कमा सकता है। अब तो सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद केंद्र सरकार के अस्पतालों में डॉक्टर का आरंभिक वेतन 70-80 हजार रुपये तक पहुंच गया है | डॉक्टर खुद का क्लिनिक खोल कर भी एक अच्छी कमाई कर सकते है | इसके द्वारा हम समाजसेवा के लिए भी कुछ टाइम देकर एक बहतर इंसान का रोल निभा सकते है | डॉक्टर का पेशा बड़ा ही समानजनक होता है जिसके साथ धन तो एक बाइ-प्रोडक्ट( by-product) है |
बारहवीं के बाद क्या हो सकते हैं शानदार करियर ?
मुख्य प्रवेश परीक्षाएं:
एमबीबीएस में एडमिशन के लिए हर साल अखिल भारतीय स्तर और राज्य स्तर पर कई परीक्षाएं ली जाती हैं। अगर आपने फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा बॉयोलॉजी विषयों से बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है तो आप इसमें सम्मिलित हो सकते हैं | अगर आप इस वर्ष बारहवीं की परीक्षा दे रहे है, तब भी आप इसमें शामिल हो सकते हैं | इसके साथ ही आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि अगर आप एंट्रेंस क्लियर कर लेते है, तो एमबीबीएस में अंतिम रूप से प्रवेश तभी मिलेगा, जब आप बारहवीं की परीक्षा भी उत्तीर्ण हो जाते है ।
यहाँ हम एआईपीएमटी के अलावा कुछ अन्य मेडिकल एंट्रेंस आयोजित कराने वाले प्रमुख संस्थान के बारे में बता रहे है जो इस तरह हैं –
1. आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज(AIIMS)
2. आर्म्ड फ़ोर्स मेडिकल कॉलेज(एएफएमसी), पुणे
3. अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी(एएमयु)
4. वर्धा मेडिकल कॉलेज(एमजीआईएमएस)
5. बीएचयु एमबीबीएस एंट्रेंस एग्जामिनेशन
6. उत्तर प्रदेश कम्बाइंड प्री-मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी)
7. गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी-दिल्ली
8. मनिपाल यूनिवर्सिटी(कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज)
9. मध्य-प्रदेश प्री-मेडिकल टेस्ट (एमपीपीएमटी)
10. राजस्थान प्री मेडिकल टेस्ट (आरपीएमटी)
11. क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज
इसके अतिरिक्त और भी बहुत सारे मेडिकल कॉलेजस है जो MBBS/BDS का कोर्स कराते है, जैसे रामा डेंटल कॉलेज, इरा मेडिकल कॉलेज लखनऊ, इरस्टवहिल किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, सरदार पटेल पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल एंड मेडिकल साइंसेज इत्यादि |
एआईपीएमटी(AIPMT) प्रवेश परीक्षा का प्रारूप-
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) द्वारा एआईपीएमटी की परीक्षा आयोजित कि जाती है | इस परीक्षा में सम्मिलित अभ्यार्थी के बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने चाहये और उसकी अधिकतम उम्र 25 साल हो । अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित उम्मीदवारों के लिए अधिकतम उम्र सीमा में पांच साल की छूट का प्रावधान है।
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सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) द्वारा एआईपीएमटी की प्रारंभिक या स्क्रीनिंग परीक्षा अप्रैल माह में आयोजित की जाती है। आमतौर पर इसमें 100 ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न तीन घंटे में कम्पलीट करने होते हैं | इसमें मुख्यत: फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के विषयों से ही प्रश्न पूछे जाते है । इसे उत्तीर्ण करने के वाले स्टूडेंट्स ही फाइनल परीक्षा में बैठ सकते हैं। फाइनल परीक्षा में दो-दो घंटे के दो प्रश्नपत्र देने होते हैं। पहले पेपर में फिजिक्स एवं केमिस्ट्री विषयों पर आधारित परीक्षा होती हैं, तथा दूसरे पेपर में बायोलॉजी (जूलॉजी एवं बॉटनी) विषय पर आधारित परीक्षा होती हैं।
इन मेडिकल कि प्रवेश-परीक्षाओं को पास करने के लिए कुछ बातों पर ध्यान रखना बहुत महत्त्वपूर्ण है, जिनमें से कुछ बाते नीचे लिखी गई है:
यूपी बोर्ड कक्षा 12 ऑनलाइन टेस्ट सीरीज
इम्पोर्टेन्ट टिप्स एंड स्ट्रेटेजीज़
1. बेसिक कांसेप्ट हो क्लियर:
हमको यह पता होना चाहये कि एआईपीएमटी का पेपर दसवीं और बारहवीं के सिलेबस पर ही आधरित होते हैं, अत: विद्यार्थी के 12वीं तक का सिलेबस कवर हो और एआईपीएमटी के सिलेबस के हिसाब से सभी महत्वपूर्ण कांसेप्ट का फंडामेंटल्स और उनके एप्लीकेशंस पर अच्छी पकड़ हो | जिससे आपको एंट्रेंस एग्जाम में अच्छी रैंक के साथ क्वालीफाई करने में कोई मुश्किल नही आये ।
2. गतवर्ष पेपर व अनसॉल्व्ड पेपर है महत्वपूर्ण:
किसी भी एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करना है, तो सबसे पहेले आपको टाइम-मैनेजमेंट और कठोर श्रम करने की आदत व्यवहार में लानी होंगी । इस परीक्षा की तैयारी में अनसॉल्व्ड पेपर तथा पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों का गंभीरता से अवलोकन करे । कोशिश करें कि जो सैंपल पेपर आपने सॉल्व किया है, उसका मूल्यांकन किसी विशेषज्ञ से अवश्य कराएं और कमजोरियों को पहचान कर उन्हें दूर करने का प्रयत्न करें । अगर आपको किसी अच्छे कोचिंग संस्थान के मार्गदर्शन की आवश्यकता महसूस हो रही है तो बेहिचक आप उसमे प्रवेश लें | इससे आपको सही दिशा में तैयारी करने में मदद मिलेगी। कोई भी कोचिंग आपको केवल 25% ही कामयाबी दिला सकती है बाकि 75% खुद आपकी परिश्रम का नतीजा होता है |
3. ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की हो प्रैक्टिस:
एआईपीएमटी और अन्य मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में मुख्यत: ऑब्जेक्टिव टेस्ट होता है | अत: ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को फेस करने की जमकर प्रैक्टिस करनी चाहिए। इसके लिए सैंपल पेपर और अनसॉल्व्ड पेपर को सॉल्व करे | सबसे बहेतर होगा अगर आपनी कोचिंग के साथ साथ किसी अच्छी संस्था की मेडिकल टेस्ट सीरीज ज्वाइन कर लें और हर सप्ताह होने वाले टेस्ट में अपनी रैंक कि एनालिसिस करे और उसको अच्छी पोजीशन पर लगातार बनाये रखने कि कोशिश करे |
CBSE Class 12 NCERT Textbooks & NCERT Solutions
एक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट : नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (एनईईटी), NEET:
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इसी साल सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि अब देशभर के सभी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन एक कॉमन एन्ट्रेंस टेस्ट के जरिए होंगे. इसे नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट (एनईईटी) नाम से जाना जायेगा |
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