हरेक स्टूडेंट्स किसी परफेक्ट यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहता है जहां उसे पढ़ाई के साथ-साथ मौजमस्ती का भी सही माहौल मिले, जिससे उसके लिए लर्निंग के साथ ही फन भी एक खुशनुमा अनुभव बन जाए. किसी भी स्टूडेंट के लिए एक्स्ट्राकरीकुलर एक्टिविटीज में भाग लेना काफी महत्वपूर्ण होता है ताकि वे अपने व्यक्तित्व के समग्र विकास के साथ ही अपने लिए भी कुछ समय निकाल सकें. इसलिए, इस बार दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) के किसी कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले सभी स्टूडेंट्स के दिलो-दिमाग में यकीनन ये कल्चरल सोसाइटीज, क्लब्स और को-करीकुलर एक्टिविटीज अवश्य होनी चाहिए.
वैसे तो कई कॉलेज और इंस्टीट्यूट्स अपने यहां एकेडेमिक और अन्य एक्टिविटीज का दावा करते हैं लेकिन काफी कम ही कॉलेज या इंस्टीट्यूट्स ही इस संबंध में दिल्ली यूनिवर्सिटी से तुलना करने पर खरे उतरते हैं. जब कल्चरल सोसाइटीज का जिक्र होता है तो किसी कल्चरल सोसाइटी में स्टूडेंट्स जिन कॉलेज फेस्ट्स और अन्य सभी एक्टिविटीज की कल्पना कर सकते हैं, डीयू ने इन कल्चरल सोसाइटीज के संदर्भ में अपनी खास जगह बना ली है. इसलिए, दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस साल अप्लाई करने के लिए अगर आपको कोई अन्य खास कारण चाहिए तो वह कारण ये कल्चरल सोसाइटीज ही हैं.
अगर आप दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस साल एडमिशन लेने पर विचार कर रहे हैं तो आपको इन 10 प्रमुख कल्चरल सोसाइटीज के बारे में अवश्य जानकारी होनी चाहिए. आइये इनके बारे में आगे पढ़ते हैं:
1. अभिव्यक्ति – इंद्रप्रस्थ कॉलेज की ड्रामेटिक्स सोसाइटी
अभिव्यक्ति दिल्ली यूनिवर्सिटी की बेहतरीन ड्रामेटिक्स सोसाइटीज में से एक है. विभिन्न सामाजिक मुद्दों को अपने तरीके से हास्य और व्यंग्य के स्टाइल में पेश करने के कारण इस सोसाइटी की पहचान बन गई है. आईपी कॉलेज के एनुअल फेस्ट श्रुति के साथ अभिव्यक्ति द्वारा संचालित चौराहा डीयू का सबसे मशहूर स्ट्रीट प्ले फेस्टिवल है.
अगर आप अपने भीतर के एक्टर को एक सुपरस्टार के तौर पर पहचान दिलवाने के लिए एक परफेक्ट प्लेटफार्म देना चाहते हैं तो अभिव्यक्ति इस काम में आपकी काफी मदद करेगी.
2. नज़ाकत – गार्गी कॉलेज की फोक डांस सोसाइटी
गार्गी कॉलेज की फोक डांस सोसाइटी नज़ाकत विशेष रूप से अपने छनकते घुंघरूओं, रंग-बिरंगी कॉस्टयूम्स, बेजोड़ कोरियोग्राफी और ग्रुप मेम्बर्स के सोल टचिंग एक्सप्रेशन्स के लिए जानी जाती है. यह कैंपस में बेहतरीन फोक डांस सोसाइटीज में से एक है.
अगर आपके पांव धुन के साथ थिरकने लगते हैं तो आप इस सोसाइटी को छोड़ नहीं सकते.
3. प्लेयर्स – किरोड़ीमल कॉलेज की थिएटर ग्रुप सोसाइटी
इस थिएटर सोसाइटी का 52 वर्षों का सुनहरा इतिहस है. बॉलीवुड के अनेक टैलेंट्स जैसेकि, कबीर खान, सतीश कौशिक, अली अब्बास जाफ़र, हबीब फैज़ल, विजय राज़ यहीं की देन हैं. यह हर वर्ष इंटर-कॉलेज थिएटर फेस्टिवल आयोजित करती है. इनका विश्वास है कि, “एक्सपेरिमेंट करते रहें और कभी कन्वेंशनल पर ही न रुकें.” शायद इसी वजह से यह सोसाइटी बेहतरीन सोसाइटीज में से एक है.
4. इब्तिदा – हिंदू कॉलेज
इब्तिदा दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक बेहतरीन ड्रामेटिक सोसाइटी है. तीन दिन तक चलने वाली कठोर ऑडिशन प्रोसेस के बाद केवल बेहतरीन टैलेंट को ही इस सोसाइटी में जगह मिलती है. इब्तिदा की स्थापना बॉलीवुड डायरेक्टर इम्तिआज़ अली ने हिंदू कॉलेज में पढ़ने के दौरान की थी. इस सोसाइटी के हिस्से के तौर पर अली ने कई नाटकों का निर्देशन किया है और स्टेज पर परफॉर्म भी किया है.
यह सोसाइटी अपना वार्षिक थिएटर फेस्ट “मेडिना” भी आयोजित करती है जो यूनिवर्सिटी में काफी हिट है. इब्तिदा ने प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना के साथ सहयोग से राजस्थान राज्य के 9 जिलों में अपनी परफॉरमेंस दी है.
5. ग्लित्ज़ – कमला नेहरू कॉलेज की फैशन सोसाइटी
अगर आपको रैंप और कैटवॉक काफी आकर्षित करते हैं तो यह सोसाइटी आपके लिए हैं. ग्लित्ज़ डीयू के कमला नेहरू कॉलेज की ऑफिशियल फैशन सोसाइटी है. यह सोसाइटी सभी फैशन प्रेमियों के लिए है और कैंपस में एक बेहतरीन फैशन सोसाइटी होने के कारण इसने काफी सराहना हासिल की है. कई पब्लिकेशन्स ने इसे डीयू में सबसे बढ़िया फैशन सोसाइटी घोषित किया है और इस दावे को ग्लित्ज़ ने अपने कई अवार्ड्स से पुख्ता किया है. ग्लित्ज़ सोसाइटी आपकी पर्सनैलिटी में बेहतरीन स्टाइल और लुक्स से चार चांद लगा देगी.
इसलिए, अब आप किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं, अपने भीतर की सुपर मॉडल को बाहर निकालें और सीधे ग्लित्ज़ में शामिल हों.
6. लक्ष्य – कमला नेहरू कॉलेज की थिएटर सोसाइटी
केवल 16 मेम्बर्स के साथ, यह सोसाइटी विश्वास करती है कि ड्रामा एक क्रांतिकारी आर्ट फॉर्म है. जैसेकि इस सोसाइटी के नाम से पता चलता है, लक्ष्य के मेम्बर्स ने आमतौर पर कमला नेहरू कॉलेज और दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस में एकेडेमिक कल्चर के सेंटर पीस के तौर पर थिएटर और ड्रामा को लाने का मिशन शुरू किया है. एक कठिन और लंबी ऑडिशन प्रोसेस अपनाकर लक्ष्य ने विभिन्न पैरामीटर्स निर्धारित किये हैं जिनके माध्यम से विभिन्न एप्लिकेंट्स को जज किया जाता है और उनके कॉन्फिडेंस, एक्टिंग कौशल, क्रिएटिव थिंकिंग, थिएटर में अनुभव के साथ ही वॉयस क्लैरिटी को परखा जाता है.
यद्यपि इस सोसाइटी में शामिल होना काफी मुश्किल काम है, लेकिन सफल होने के फायदे काफी लुभावने हैं.
7. हंसराज प्रोजेक्ट
क्या आपको हमेशा लगता था कि आप एक रॉक स्टार बनेंगे? अगर ऐसा है तो आपके पास हंसराज प्रोजेक्ट के साथ दुनिया को यह साबित करना का एक अच्छा मौका है. हंसराज प्रोजेक्ट हंसराज कॉलेज की म्यूजिक सोसाइटी स्वरांजली का एक हिस्सा है. यह बैंड एनर्जी, क्रिएटिविटी और टैलेंट का परफेक्ट ब्लेंड है. हाल ही में इस बैंड ने एक प्रमुख एफएम रेडियो चैनल पर प्रोग्राम दिया है जिससे डीयू कैंपस में उनके फेंस की संख्या काफी बढ़ गई है और इसके साथ ही कैंपस के अन्य सभी बैंड्स के लिए भी संभावनाएं बढ़ी हैं. इन्होंने एम्बिएंस मॉल, गुड़गांव में आयोजित वर्ल्ड म्यूजिक डे फेस्टिवल में भी अपनी परफॉरमेंस दी है.
अगर आप इसे एक मौका दें तो शायद प्रजेक्ट आपको रातोंरात एक कैंपस सेंसेशन बना दे.
8. गीतांजलि – मिरांडा हाउस का इंडियन क्वायर
दिल्ली यूनिवर्सिटी में म्यूजिक स्टूडेंट लाइफस्टाइल का एक अभिन्न हिस्सा है और गीतांजलि – मिरांडा हाउस की इंडियन म्यूजिक सोसाइटी या इंडियन क्वायर इसका सटीक उदाहरण है. गीतांजलि इंडियन क्लासिकल म्यूजिक की दो अलग गायन पद्धतियों - हिन्दुस्तानी म्यूजिक और कर्नाटका म्यूजिक का मिश्रण है जिससे स्टूडेंट्स की लाइफ में संगीत की मिठास घुलती है. महिला कॉलेज की म्यूजिक सोसाइटी होने के कारण, गीतांजलि द्वारा प्रस्तुत मधुर संगीत रचनाओं के पीछे नारी सशक्तिकरण का निहितार्थ और संदेश भी छिपा है.
9. पिक्सल्स – हंसराज कॉलेज की फोटोग्राफी सोसाइटी
पिक्सल्स दिल्ली यूनिवर्सिटी की सबसे प्रमख सोसाइटीज में से एक है. यह डीयू की पहली सोसाइटी थी जिसने इंडिया हैबिटैट सेंटर में एक फोटोग्राफी एग्जीबिशन आयोजित की थी. पिक्सल्स द्वारा आयोजित वार्षिक फोटोग्राफी फेस्टिवल “पिक्चर” में पूरे डीयू से बड़ी संख्या में उभरते हुए फोटोग्राफर्स शामिल होते हैं. इसमें एक फोटोग्राफी एग्जीबिशन के साथ कई एक्साइटिंग कॉम्पीटीशंस भी शामिल हैं.
अगर आप अपनी सेल्फीज के साथ बढ़िया फोटोज क्लिक करने में माहिर हैं तो आप यकीनन इस सोसाइटी में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं.
10. गैलोर – मैत्रेयी कॉलेज की फैशन सोसाइटी
डीयू कैंपस का एक अन्य खास सेंसेशन गैलोर है – यह मैत्रेयी कॉलेज की फैशन सोसाइटी है. फैशन के जरिये खुद को अभिव्यक्त करने का एक प्लेटफ़ॉर्म स्टूडेंट्स को प्रदान करते हुए यह सोसाइटी आर्ट के माध्यम से विभिन्न सामाजिक मामलों और मुद्दों को प्रस्तुत करने के लिए भी स्टूडेंट्स को अधिकार देती है. हाल ही में, गैलोर ने लोगो को टाइगर्स के शिकार के मुद्दे पर जागरूक करने का प्रयास किया है. सोसाइटी को इस बात का गर्व है कि कॉलेज परिसर के भीतर ही सोसाइटी मेम्बर्स अपने कॉस्टयूम्स तैयार करते हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के इन विभिन्न कॉलेजों की कल्चरल सोसाइटीज केवल फन एक्टिविटी के अलावा भी बहुत कुछ ऑफर करती हैं. ये सोसाइटीज स्टूडेंट्स को खुद को पूरी तरह अभिव्यक्त करने का मौका देते हुए स्टूडेंट्स का दायरा भी विस्तृत करती हैं. ये सोसाइटीज स्टूडेंट्स को अपने इंटरेस्ट्स की पहचान करने में भी मदद करती हैं और उनके पैशन को उनके करियर की दिशा में बदलने के लिए जरुरी सभी स्किल्स से उन्हें लैस करती हैं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी की उपरोक्त 10 कल्चरल सोसाइटीज एक आइसबर्ग का केवल उपरि हिस्सा हैं और ऐसी कई अन्य सोसाइटीज हैं जिनके बारे में आपको डीयू में एक फ्रेशर के तौर पर ज्वाइन करने पर ही पता चल सकता है.
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