पिछले वर्ष आईबीपीएस पीओ और भारतीय स्टेट बैंक पीओ की परीक्षाएं अनुभवी उम्मीदवारों के लिए गेम चेंजर रही थी। बाद में आईबीपीएस क्लर्क की परीक्षा के दौरान भी उम्मीदवारों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इन दिनों, यदि आपको बैंकिंग परीक्षाओं में सफलता हासिल करनी है तो पूरे साल कड़ी मेहनत करनी होगी और विपरीत परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार करना होगा। इस आर्टिकल में हम बैंकिग परीक्षाओं में हो रहे हैं बदलावों और परीक्षा के दौरान उनके समाधान के तरीकों के बारे में चर्चा कर रहे हैं।
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बैंकिंग परीक्षाएं: पहले और अब
पिछले कुछ वर्षों से बैंकिंग की प्रवेश परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव देखा गया है और इन परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए आपको इन बदलावों के लिए स्वयं को तैयार करना होगा या इनमें ढलना होगा। तो आइए उन बिंदुओं के बारे में बात करते हैं जहां बैंकिंग परीक्षाओं के प्रमुख विषयों के पैटर्न में बदलाव आया है:

अंग्रेजी भाषा और काम्प्रीहेन्शन (अवधारणा)
यह एक ऐसा सेक्शन है जिसमें परीक्षाओं के दौरान सबसे बड़ा बदलाव देखा गया है और इन दिनों यदि आपको अनुभागीय कट ऑफ में सफलता हासिल करनी है तो अंग्रेजी में आपकी पकड़ बहुत अच्छी होनी जरूरी है।
- प्रश्नों की कठिनाई का स्तर: जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि अंग्रेजी के सेक्शन से संबंध रखने वाले प्रश्नों का स्तर काफी कठिन होता है। आपके सामने वाक्यांश अनुकूलता संबंधी सवाल, और पैराग्राफ पूरा करने वाले सवाल होते हैं जो निश्चित तौर पर बैंकिग के उम्मीदवारों के लिए नए हैं। इसके अलावा रीडींग कम्प्रीहेन्शन, पैरा जंबलिंग जैसे सवालों के कठिनाई स्तर में कई सारे बदलाव हुए हैं।
- सवालों का पैटर्न: इसमें भी पिछले वर्ष के बाद बदलाव हुआ है। शब्दावली सवालों के मामले में, इन दिनों पर्यायवाची शब्द या विलोम शब्द अलग- अलग पूछे जाते हैं, इससे उम्मीदवारों को सही शब्दों का चयन करने में कई तरह की समस्याओं से दो-चार होना पडता है। इसके अलावा, पैरा सवाल जंबलिंग सवालों की संख्या को भी मैनेजमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट की तर्ज पर अधिक कर दिया गया है। हालिया बैंकिग परीक्षाओं में फिलर प्रश्न (रिक्त स्थान को भरने वाले प्रश्न) के पैटर्न में भी बदलाव किया गया है।
- व्याकरण और शब्दावली का टेस्ट: अंग्रेजी भाषा का टेस्ट मुख्य रूप से आपके व्याकरण और शब्दावली की क्षमता को परखने वाला टेस्ट बन गया है और इन दिनों यदि आपको बैंकिंग परीक्षा में सफलता हासिल करनी है तो अंग्रेजी सेक्शन में बहुत मेहनत करनी पड़ेगी।
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क्वांटेटिव एप्टीट्यूट (मात्रात्मक योग्यता)
हालांकि इस सेक्शन में प्रश्नों के पैटर्न में ज्यादा बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन इस सेक्शन में सवालों के कठिनाई स्तर में जरूर वृद्धि हुई है। इन दिनों, इस सेक्शन में अधिक प्रश्नों का जवाब देना पूर्व में कैट और अन्य मैनेजमेंट एप्टीट्यूड परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों के लिए आदर्श बन गया है। क्वांटेटिव एप्टीट्यूट सेक्शन में अच्छे नंबर लाने के लिए आपको अपनी माइंड केलकुलेशन क्षमताओं को बहुत अधिक मजबूत करना होगा।
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रीजनिंग
फिर से सिर्फ गणित सेक्शन की तरह, इस सेक्शन में भी पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों में आए सवालों के पैटर्न में ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया। लेकिन मुख्य बात यह है कि जिनमें बदलाव हुआ है वह है प्रश्नों की कठिनाई स्तर। रीजनिंग सेक्शन में एक अन्य पहलू, पज्जल्स (पहेली) की प्रमुख उपस्थिति है और इन पज्ज्ल्स का कठिनाई स्तर भी बड़ा है। इस सेक्शन में अच्छे नबंर लाने के लिए आपको रीजनिंग में बहुत मेहनत करने की आवश्यकता है।
जीके और करेंट अफेयर्स
यह बैंकिंग की परीक्षा में अगला सेक्शन है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों के दौरान इसमें ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया है। यह सेक्शन पहले की तरह मुख्य रूप से वर्तमान मामलों और पारंपरिक सामान्य ज्ञान के प्रश्नों पर आधारित होता है। यदि आप तीन चार महीने लगातार पढ़ाई करते हैं तो आप करेंट अफेयर्स सेक्शन में अच्छे नंबर ला सकते हैं और इसी तरह से आप सामान्य ज्ञान के विषय पर भी अच्छे नंबर ला सकते हैं।
कम्प्यूटर अवेयरनेस
इस सेक्शन में इन दिनों थोड़े मुश्किल स्तर के सवाल देखे जा रहे हैं लेकिन फिर से, इस सेक्शन में अच्छे नंबर लाने के लिए आपको मेहनत कर थोड़ा अधिक समय देने के साथ अध्ययन करने की जरूरत है। परीक्षा की दृष्टि से कम्प्यूटर अवयेरनेस सेक्शन एक बहुत महत्वपूर्ण सेक्शन है क्योंकि इस सेक्शन में आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं होती है और थोड़ा बहुत मेहनत कर ही आप इस सेक्शन में अच्छे नंबर ला सकते हैं।
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नई बैंकिंग परीक्षा: कैसे इसमें महारत हासिल की जाए?
इन दिनों बैंकिग परीक्षा में हो रहे बड़े बदलावों के बारे में हम पहले ही चर्चा कर चुके हैं। इन परीक्षाओं के लिए निरंतर अभ्यास और छात्रों की ओर से ईमानदारी से तैयारी की आवश्यकता होती है। यहां कुछ तरीकों का वर्णन कर रहे हैं जिनके माध्यम से इन परीक्षाओं में सफलता हासिल की जा सकती है:
- आपको मूल बातों से भली भांति वाकिफ होना पड़ेगा: यह पहली महत्वपूर्ण बात यह है जब आप अपनी तैयारी की शुरूआत करते हैं। पाठ्यक्रम पर नजर डालें और अपने बेस को मजबूत बनाने के लिए विषय की बुनियादी बातों से अच्छी तरह वाकिफ हो जाएं।
- आपको लगातार तैयारी करने की जरूरत है: यह मुश्किल कार्य है, लेकिन सच्चाई यह है कि आपको इस मुश्किल और ऊबाऊ लगने वाले टास्क के लिए तैयार रहने की जरूरत है। आपको खुद को हमेशा प्रेरित करते रहना है और यह याद दिलाना है कि आपकी मेहनत से आपको ईनाम मिलेगा।
- परिश्रम से अध्ययन और विश्लेषण करना: एक इंसान होने के नाते यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आप कोई अलौकिक शक्ति नहीं है जो सभी विषयों के माहिर हो सकता है। सबसे पहली बात यह है कि अपनी एक सूची तैयार कर लें और उसे मार्क कर लें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आगे क्या होगा और उसके बाद उन क्षेत्रों की ओर ध्यान केंद्रित करें जहां आपको लगता है कि मेहनत करने की जरूरत है।
- निरंतर अभ्यास सफलता की कुंजी है: परीक्षा पाठ्यक्रम से सहज होने के लिए जितना संभव हो सके उतना अभ्यास करें। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि जब आप परीक्षा देने के लिए जाएं तो उस समय आपका आश्वस्त होना जरूरी होता है। ये परीक्षाएं कठिनाई के समय में मानसिक शक्ति का भी परीक्षण होती हैं
- मॉक टेस्ट निश्चित रूप से मदद करते हैं: परीक्षा से पहले, जितना संभव हो सके उतने अधिक मॉक टेस्ट का अभ्यास करें। इससे आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप परीक्षा में भी अच्छे नबंर हासिल कर सकते हैं। हालांकि, इस मामले में अधिक आश्वस्त (ओवर कॉन्फिडेंट) होने की जरूरत नहीं हैं, क्योंकि यह केवल एक मॉक टेस्ट है।
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बैंकिंग परीक्षाएं दिन-ब-दिन मुश्किल होती जा रही हैं और आपको भी समय के हिसाब से खुद को बदलना होगा और बैंकिग क्षेत्र में नौकरी पाने के लिए इन परीक्षाओं की बदलती प्रवृत्ति के साथ खुद का तालमेल बैठाना होगा। रिक्तियों की संख्या में कमी आ रही है और उम्मीदवारों की संख्या बढ़ रही है। आप इन परीक्षाओं में केवल तभी सफल हो सकते हैं जब उपरोक्त विषयों पर अपनी अच्छी पकड़ रखते हैं। तो अच्छी तरह से तैयारी करें और इन परीक्षाओं में सफलता हासिल करने के लिए निरंतर अभ्यास करें।
ऑल द बेस्ट!!