देश का केंद्रीय बैंक, भारतीय रिज़र्व बैंक ने युवा स्नातकों की भर्ती के लिए देश भर के अपने विभिन्न कार्यालयों में असिस्टेंट की पोस्ट के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किया है। किसी अन्य अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक की तरह, भारतीय रिजर्व बैंक के कर्मचारियों का वेतन का निर्धारण प्रबंधन और कर्मचारियों के संघ, भारतीय बैंक संघ (Indian Banks’ Association (IBA) के बीच द्विपक्षीय समझोते के आधार पर होता है।
आरबीआई असिस्टेंट: वर्तमान परिदृश्य
आरबीआई असिस्टेंट को प्रति माह 8860 रुपये प्रति माह (8040 रुपये / स्नातक के लिए दो वेतनवृद्धि के साथ) मूल वेतन मिलता है और इसके साथ ही उन्हें महंगाई भत्ता (डीए), घर का किराया भत्ता (एचआरए), शहर प्रतिपूरक भत्ता, परिवहन भत्ता (टीए) आदि मिलता है। यह सभी भत्ते मिलाकर आरबीआई असिस्टेंट का सकल वेतन 24,492 रूपए बनता हैं। वेतन तथा भत्तो के अलावा, आरबीआई असिस्टेंट को विभिन्न सुविधाए जैसे कि आवास सुविधा, चिकित्सा सुविधा, किताब अनुदान, फर्नीचर फर्नीचर आदि भी मिलती है।

इन सब के अलावा , आरबीआई का मतलब है कि आप हमेशा मेट्रो शहरों या राज्य की राजधानियों में ही पोस्टिंग प्राप्त करेंगे। आपको कभी भी अपने गृह राज्य से कहीं और स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। सप्ताह में पाँच दिन वर्किंग होने के साथ आप पर किसी भी प्रकार का वर्क प्रेशर नहीं होगा । यह सुविधाए निश्चित रूप से देश के केंद्रीय बैंक में कैरियर बनाने के लिए उत्साहित करती है।
भारतीय बैंकिंग प्रणाली का संक्षिप्त इतिहास
10 वां द्विपक्षीय समझोता क्या है?
नौकरी करने वाला हर व्यक्ति चाहता है कि नियमित अंतराल पर उसका वेतन बढ़ता रहे क्योंकि यह एम्प्लायर के प्रति अधिक कुशल और प्रतिबद्ध तरीके से काम करने के लिए उत्प्रेरक का कार्य करता है। साथ ही, एम्प्लायर को समय के साथ-साथ बढती मंहगाई के बारे में भी सोचना पड़ता है ताकि वह अपने कर्मचारियों को एक सभ्य जीवन जीने के लिए पर्याप्त वेतनमान प्रदान कर सके।
सरकार या सार्वजनिक क्षेत्र में, यह अंतराल अलग-अलग होता है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों का वेतन संशोधन, सरकार द्वारा स्थापित वेतन आयोग की सिफारिश के अनुसार हर 10 साल में किया जाता है। राज्य सरकारें भी इसी प्रक्रिया का पालन करती हैं जबकि बैंकों, बीमा कंपनियों या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के लिए, वेतन संशोधन प्रबंधन और कर्मचारियों के संघ (employees’ union) के बीच वेज सेटलमेंट के अनुसार हर पांच साल में किया जाता हैं। आरबीआई के लिए भी, ऐसा ही होता है । चूंकि यह 10 वें समय हुआ है अतः यह 10 वीं द्विपक्षीय समझोता है जो नवंबर 2012 से लागू है, अर्थात समझोता के अनुसार आरबीआई के कर्मचारियों को उस तिथि से बकाया मिलेगा।
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आरबीआई असिस्टेंट: भविष्य
11 वा द्विपक्षीय समझोता (जो कि नवम्बर 2017 से लागू होगा) के बाद आरबीआई असिस्टेंट के वेतन में वृद्धि के बारे में किसी निश्चित राशि का अनुमान लगाना मुश्किल है। लेकिन यह निश्चित रूप से माना जा सकता है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के कर्मचारियों को किसी अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के समकक्षों के मुकाबले अधिक वृद्धि अवश्य मिलेगी।
बैंक परीक्षाओं की तैयारी करते समय आपको ' द हिंदू' अखबार क्यों पढ़ना चाहिए?
आरबीआई असिस्टेंट एक ऐसे नौकरी है, जो घर की आरामदायक सीमा के भीतर एक सभ्य जीवन प्रदान करती है। आरबीआई की नौकरी केवल वेतन के बारे में नहीं है, जो उम्मीदवारों को आकर्षित करती है, बल्कि अपने राज्य के शहर में पोस्टिंग, किसी भी तनाव की अनुपस्थिति भी उम्मीदवारों के आकर्षण का प्रमुख कारण हैं। इसलिए दोनों हाथों के साथ देश के सर्वोच्च बैंक में नौकरी देने वालें इस अवसर का लाभ उठाइए और परीक्षा की तैयार में लग जाइये।
शुभकामनाएं!!
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