CBSE Class 10 Hindi Letter Writing Format Term 2: सीबीएसई कक्षा 10वीं हिंदी 'ए' और हिंदी 'बी' दोनों परीक्षा पत्रों में पत्र लेखन का प्रश्न 5 अंक के लिए पूछा जाएगा। विद्यार्थियों की मदद के लिए हमने यहाँ पत्र लेखन को बड़े ही सरल तरीके से समझाया है. यहाँ आप पत्र लेखन के लिए सही व् उचित फॉर्मेट जानेंगे और साथ ही जानेंगे परीक्षा के लिए पत्र लेखन के महत्वपूर्ण उदाहरण।
CBSE Class 10 Hindi A Practice Paper for Term 2 Exam 2022 (Exclusive!)
पत्र लेखन – वास्तव में पत्र मानव के विचारों के आदान-प्रदान का अत्यंत सरल और सशक्त माध्यम है। पत्र हमेशा किसी को संबोधित करते हुए लिखे जाते हैं, अतः यह लेखन की विशिष्ट विधा एवं कला है।
पत्र-लेखन के निम्नलिखित गुण आवश्यक हैं:
1.सरलता
2.स्पष्टता
3.संक्षिप्तता
4.शिष्टाचार
5.आकर्षकता व
6.उद्देश्य पूर्णता
पत्र के प्रकार:
1.औपचारिक पत्र: सरकारी या गैर-सरकारी कार्यालय को जो भी पत्र लिखे जाते हैं, सभी औपचारिक पत्र की श्रेणी में आते हैं।
2.अनौपचारिक पत्र: निजी, व्यक्तिगत अथवा पारिवारिक संदर्भ से लिखे गए पत्र अनौपचारिक पत्र की श्रेणी में आते हैं।
पत्र के मुख्य अंग निम्नलिखित प्रकार होते हैं:
1.पाने वाले का नाम व पता- पत्र में पृष्ठ की बाईं ओर पत्र पाने वाले का नाम व पता लिखा जाता है; जैसे –
सेवा में
प्राचार्य
जागरण कॉलेज
जालंधर
2.विषय-संकेत: इस अंग में पत्र के विषय को बहुत ही संक्षिप्त रूप में लिखा जाना चाहिए जिसको देखते ही पत्र को पढ़ने वाला लेखक का आशय समझ जाए।
3.संबोधन:
महोदय (औपचारिक पत्र में)
प्रिय मित्र, प्रिय भाई, आदि (अनौपचारिक पत्र में)
4.अभिवादन: अनौपचारिक पत्र में उपयुक्त अभिवादन शब्द जैसे नमस्ते, नमस्कार, सादर प्रणाम, आदि का प्रयोग करें। औपचारिक पत्रों में अभिवादन शब्द नहीं लिखे जाते।
5.पत्र का विषय विस्तार में: अभिवादन से अगली पंक्ति में पत्र के विषय के बारे में विस्तार से जानकारी दें।
6.पत्र की समाप्ति: पत्र के अंत में संबंध सूचक शब्द का प्रयोग होता है जो कि पत्र प्राप्त करने वाले के संबंध के अनुसार किया जाता है; जैसे-
भवदीय, आपका आज्ञाकारी, आदि (औपचारिक पत्र में)
आपका प्रिय, स्नेहशील, आदि (अनौपचारिक पत्र में)
7.पत्र लिखने वाले का नाम, पता तथा तिथि
अनौपचारिक पत्र के उदाहरण
1.अपने मित्र को परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उसे बधाई देते हुए पत्र लिखिए -
3/15 लाल नगर
आगरा
प्रिय मित्र भरत
नमस्ते
तुम्हारे पिता से ज्ञात हुआ कि तुमने बोर्ड की परीक्षा में अपने संभाग में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह समाचार सुनकर मेरा मन खुशी से भर गया। मुझे तो पहले से ही विश्वास था कि तुम परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हो जाओगे, लेकिन यह जानकर कि तुमने परीक्षा में प्रथम श्रेणी के साथ-साथ अपने संभाग में भी प्रथम स्थान प्राप्त किया है, मेरी खुशी की सीमा नहीं रही।
इस परीक्षा के लिए तुम्हारी मेहनत और नियमित अनुशासन पूर्वक पढ़ाई ने ही तुम्हें इस सफलता तक पहूंचाया है। मुझे पूरी आशा थी कि तुम्हारी मेहनत रंग लाएगी और मेरा अनुमान सच साबित हुआ।। तुमने प्रथम स्थान प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया कि दृढ़ संकल्प और कठिन परिश्रम से जीवन में कोई भी सफलता प्राप्त की जा सकती है।
मैं सदा ही यह कामना करूंगा कि तुम्हें जीवन में हर परीक्षा में प्रथम आने का सौभाग्य प्राप्त हो और तुम इसी प्रकार परिवार और विद्यालय का गौरि बढ़ाते रहो।
शेष मिलने पर
तुम्हारा मित्र
क ख ग
2.अपने छोटे भाई को सुबह घूमने के लाभ से अवगत कराते हुए पत्र लिखो
3.विदेश यात्रा पर जाने वाले मित्र को उसकी मंगलमय यात्रा की कामना के लिए पत्र लिखिए
औपचारिक पत्र के उदाहरण
1.प्रधानाचार्य को छात्रवृति के लिए आवेदन पत्र लिखिए|
2.प्रधानाचार्य को पुस्तकालय में नवीनतम विषयों से संबन्धित पुस्तकें और पत्रिकाएँ मांगने के लिए निवेदन पत्र लिखिए |
3.अपने क्षेत्र में वर्षा के कारण उत्पन्न जलभराव की समस्या के लिए नगर पालिका अधिकारी को पत्र लिखिए
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