हमारा देश भारत सदियों से शिक्षण और प्रशिक्षण को लेकर काफी समृद्ध परंपरा का साक्षी रहा है. सदियों से भारत में गुरुकुल परंपरा से स्टूडेंट्स को शिक्षित और प्रशिक्षित किया जाता था. अब, आने वाले दशकों में भारत के वैश्विक महाशक्ति बनने का प्रयास कर रहा है जिसके लिए, भारत को अपने मानव संसाधनों के कौशल को बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए नवाचारों और स्टार्ट-अप को बढ़ाने का पुरजोर प्रयास करना होगा.
इस संदर्भ में भारत की विभिन्न यूनिवर्सिटीज़, कॉलेजों और अन्य एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स को जो भूमिका निभानी है, वह महत्वपूर्ण है. अभी एक विकासशील देश होने के नाते, अपने मानव संसाधनों को बढ़ाने के लिए, भारत की सभी यूनिवर्सिटीज़/ एकेडमिक इंस्टीट्यूशन्स को एक साथ मिलकर अपने उपलब्ध मौजूदा संसाधनों के उपयोग को अकादमिक सहयोग के लिए परस्पर साझा करना होगा और यह देश की चहुंमुखी एजुकेशनल ग्रोथ के साथ-साथ रिमोट इंडियन स्टूडेंट्स के सर्वोच्च हित में भी होगा.
दिल्ली यूनिवर्सिटी विशेष पहल: विद्या विस्तार स्कीम
दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रमुख पहल के तौर पर विद्या विस्तार स्कीम सही मायनों में DU के दो कॉलेजों, विभागों या अन्य यूनिवर्सिटीज़ के बीच परस्पर सम्मान, सहयोग और सहभागिता/ शेयरिंग के सिद्धांतों पर आधारित है ताकि सभी सम्मलित कॉलेज, विभाग और यूनिवर्सिटीज़ अपने सभी स्टूडेंट्स के हित में इक्वल पार्टनर के तौर पर आपसी सहयोग कर सकें.
दिल्ली यूनिवर्सिटी की विद्या विस्तार स्कीम के प्रमुख उद्देश्य
इस स्कीम के तहत, दिल्ली यूनिवर्सिटी का मुख्य उद्देश्य अपने पार्टनर कॉलेज, विभाग या यूनिवर्सिटी को उनकी विभिन्न जरुरतों के मुताबिक निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध करवाना है:
- फैकल्टी मेम्बर्स की दक्षता, नॉलेज और अनुभव का लाभ.
- लाइब्रेरी में उपलब्ध सभी रिसोर्सेज
- अन्य एकेडमिक सुविधाएं.
दिल्ली यूनिवर्सिटी की विद्या विस्तार स्कीम के लिए प्रमुख पार्टनर सहयोगी
अब हम आपसे विद्या विस्तार योजना के लिए DU के प्रमुख पार्टनर सहयोगियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं:
- भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंसेज दिल्ली यूनिवर्सिटी का पहला ऐसा कॉलेज है जिसने विद्या विस्तार योजना के तहत सरकारी कॉलेज, बोमडिला, पश्चिम कामेंग जिला, अरुणाचल प्रदेश के साथ साझेदारी की है.
- विवेकानंद कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी की इस V2 योजना के तहत सरकारी मॉडल कॉलेज, डीथोर, असम के साथ साझेदारी कर रहा है.
- हंस राज कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी निम्नलिखित के साथ साझेदारी कर रहा है -
- गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, अखंड चंडी पैलेस, चंबा, हिमाचल प्रदेश
- गवर्नमेंट कॉलेज याचुली, अरुणाचल प्रदेश
- दिल्ली विश्वविद्यालय का वयस्क सतत शिक्षा और विस्तार विभाग (एडल्ट कंटीन्यूइंग एजुकेशन एंड एक्सटेंशन डिपार्टमेंट) इस विद्या विस्तार योजना के तहत, आजीवन शिक्षा और विस्तार विभाग (लाइफलॉन्ग लर्निंग एंड एक्सटेंशन डिपार्टमेंट), गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान, गांधीग्राम, डिंडीगुल जिला, तमिलनाडु के साथ साझेदारी कर रहा है.
ऑनलाइन टीचिंग और लर्निंग की सुविधा
इस स्कीम से जुड़े सभी स्टूडेंट्स के साथ अपने प्रत्येक मेम्बर, इंस्टीट्यूट और अन्य अनेक शिक्षण क्रियाकलापों – लेक्चर्स, टॉक्स, सेमिनार्स, वेबिनार्स, कॉन्फ्रेंसेस और वर्कशॉप्स - को शेयर करना ताकि, सभी स्टूडेंट्स की इंटेलेक्चुअल ग्रोथ होने के साथ ही सभी संबद्ध इंस्टीट्यूशन्स को परस्पर लाभ मिल सके.
फैकल्टी मेंबर्स की क्षमता निर्माण के लिए पारस्परिक सहयोग
दिल्ली यूनिवर्सिटी की यह विद्या विस्तार स्कीम सभी संबद्ध कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज़ और इंस्टीट्यूशन्स के फैकल्टी मेंबर्स की क्षमता बढाने के लिए परस्पर सहयोग के माध्यम से इन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन्स का एकेडमिक कैपिटल बढ़ाती है. इस योजना के तहत पार्टनर कॉलेजों, विभागों और यूनिवर्सिटीज़ के फैकल्टी मेंबर्स को उनकी प्रोफेशनल नीड्स के मुताबिक समय-समय पर प्रोफेशनल ट्रेनिंग्स प्रदान करने के साथ ही ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से समस्त जरुरी सहायता उपलब्ध करवाई जायेगी.
DU की विद्या विस्तार योजना के तहत फैकल्टी क्षमता निर्माण के लिए जरुरी सुविधाएं
विद्या विस्तार योजना के तहत सभी प्रोफेशनल स्टाफ के क्षमता निर्माण के लिए DU के विभिन्न विभाग और कॉलेज अपना निम्नलिखित योगदान प्रदान करेंगे:
- इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ लॉन्ग लर्निंग (ILLL) शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है जैसे MOOC पर कार्यशाला, ICT का उपयोग, विभिन्न विषयों के लिए क्षमता निर्माण आदि.
- उच्च शिक्षा में व्यावसायिक विकास केंद्र (CPDHE) उन्मुखीकरण कार्यक्रम, पुनश्चर्या पाठ्यक्रम, कार्यशालाएं और लघु अवधि के पाठ्यक्रम आयोजित करता है.
- ये विभाग अपने शिक्षण विषयों के लिए विशिष्ट संकाय विकास कार्यक्रम (FDP) भी आयोजित करते हैं. उदाहरण के लिए मार्च, 2019 में फैकल्टी ऑफ लॉ द्वारा 'सामाजिक न्याय के लिए शिक्षण कानून' पर FDP (फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम) आयोजित किया गया था.
- SGBT खालसा कॉलेज, रामानुजन कॉलेज और हंसराज कॉलेज जैसे कॉलेज टीचर्स और टीचिंग के लिए पंडित मदन मोहन मालवीय राष्ट्रीय शिक्षक मिशन, MHRD के तत्वावधान में टीचिंग लर्निंग सेंटर्स/ केंद्र (TLC) संचालित कर रहे हैं. इन केंद्रों का उद्देश्य देश भर के शिक्षकों, विशेष रूप से देश के दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित शिक्षकों के लिए टीचिंग-लर्निंग प्रोसेस को सुविधाजनक बनाना है.
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