केवल हम ही नहीं दुनिया के विभिन्न हिस्सों में लोग शिक्षा प्रणाली में हुए बड़े बदलाव को देख रहे हैं. ये बदलाव आये दिन शिक्षा प्रणाली को अपग्रेड रखने के लिए के लिए जा रहे रहे. इसी कारण से वर्तमान के पाठ्यक्रम मानकों को पांच साल पीछे के मानकों से बिलकुल अलग पाते हैं. हम इसकी केवल कल्पना कर सकते हैं कि कैसे शिक्षा प्रणाली के इन बदलावों ने कुछ लोग का भाग्य चमका दिया हैं ? हालांकि आम तौर पर शिक्षा के क्षेत्र को फाइनेंसियल समृद्धि पाने के वाले करियर विकल्प के रूप में नहीं देखा जाता है. फिर भी इस क्षेत्र में कुछ हाई पेइंग जॉब्स उपलब्ध हैं. इस लेख में हमने आपको शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्ध 5 हाई पेइंग जॉब्स के बारे में विस्तार से बताया है.
वाईस चांसलर
एक विश्वविद्यालय में वाईस चांसलर का पद सबसे महत्वपूर्ण होता है. यह विश्वविद्यालय के एग्जीक्यूटिव और अकादमिक विंग दोनों का नेतृत्व करता है. वाईस चांसलर शैक्षणिक प्रोग्राम्स,पॉलिसीज,प्रोसेस और विभिन्न गाइड लाइन्स का मूल्यांकन करते हुए, उनको लागू करने के लिए एक ठोस योजना तैयार करता हैं. इन जिम्मेदारियों के अलावा वाईस चांसलर विश्वविद्यालय की विभिन्न संकायों को निर्देशित करना,शैक्षिक और पाठ्यक्रम कार्यक्रमों का मूल्यांकन और समीक्षा करना भी उसी की जॉब रिस्पोंसिबिलिटी में अता है. प्रबंधन से जुड़ी बहुत सारी जिम्मेदारियां, वाइस चंसलर के कन्धों पर ही होती हैं. यह विश्वविद्यालय में उपलब्ध हाई पेइंग करियर विकल्पों में से एक है.
एकेडमिक डीन
यह हाई पेइंग करियर विकल्प प्रत्येक विश्वविद्यालय में उपलब्ध है. एक एकेडमिक डीन का ध्यान मुख्य रूप से विश्वविद्यालय के शैक्षिक प्रोग्राम्स और एकेडमिक सपोर्ट सिस्टम को विकसित करने की तरफ होता हैं. नॉमिनेशन,रिटेंशन, प्रमोशन, टेन्योर और भुगतान के लिए सिफारिशें तैयार करना भी एकेडमिक डीन की ही जिम्मेदारी में आता हैं. अन्य विश्वविद्यालयों के एकेडमिक डींस के साथ एकेडमिक प्रोपोजल्स, रिव्यूज और शिक्षा से जुड़े अन्य मामलों के बारे में चर्चा करके उचित फैसले लेने का कार्य भी यही करते हैं. एक अकादमिक डीन प्रति माह एक लाख रुपये से ज्यादा कमाता है.
प्रोफेसर
प्रोफेसर,जो कि विभिन्न प्रकार के विषयों में महारत हासिल किये रहता है, स्टूडेंट्स को उनके पाठ्यक्रम से जुड़े विभिन्न विषयों पर दिशानिर्देशित करता हैं. कुछ प्रोफेसर शैक्षिक विषयों को पढ़ाते हैं जबकि कुछ करियर से संबंधित विषयों पर अपना व्याख्यान देते हैं. यद्यपि छात्रों को पढ़ाना ही एक प्रोफेसर का मुख्या काम होता हैं पर उनकी जिम्मेदारीयां संस्थान की जरुरत के हिसाब से बदलती रहती हैं. कुछ प्रोफेसर अपने जीवन का बड़ा हिस्सा कई तरह शोध कार्यक्रमों में खर्च करते हैं जिसके लिए विश्विद्यालय उन्हें अच्छा भुगतान करते हैं. इसके विपरीत अन्य प्रोफेसर का मुख्य काम पाठ्यक्रमों को पढ़ाना, छात्रों को उनके ज्ञान और कौशल बढाने में मदद करना,छात्रों का मूल्याकन करना तथा शिक्षा से जुड़े अन्य मामलों का ध्यान रखना होता हैं. एक प्रोफेसर का वेतन 1 लाख से 1.5 लाख रूपये प्रति माह के बीच होता है.
रजिस्ट्रार
एक विश्वविद्यालय मे रजिस्ट्रार ही वह व्यक्ति होता है जो स्टूडेंट्स के सारे रीकॉर्ड्स को सरंक्षित रखता हैं. स्टूडेंट्स को विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियो से अवगत कराते रहने के लिए वह ऑफिसियल स्टूडेंट्स लिस्ट, उनकी रिपोर्ट्स, और स्टूडेंट्स गाइडलाइन्स प्रकाशित करवाता है. इसके अलावा पहचान पत्रों को प्रमाणित करना,छात्र के नामांकन को प्रमाणित करना,तदर्थ सूची तैयार करना,शैक्षणिक नियमों की व्याख्या करना तथा उन्हें लागू करना,संकाय से ग्रेड एकत्र करना,रिपोर्ट कार्ड में रैंक बनाना और परीक्षा कार्यक्रमों को सुनिश्चत करके उसे प्रकाशित करवाना भी रजिस्ट्रार के जिम्मेदारी में आता हैं
निष्कर्ष
शिक्षा के क्षेत्र में कई नौकरियां उपलब्ध हैं जो हाई पेइंग जॉब्स के रूप में देखी जाती हैं. इन हाई पेइंग जॉब्स में वाइस चांसलर,एकेड्मिक डीन,प्रोफेसर और रजिस्ट्रार भी शामिल है. इस लेख में हमने इन हाई पेइंग जॉब्स का विस्तृत विवरण दिया है जो आपको शिक्षा के क्षेत्र में सही करियर ऑप्शन चुनने में मदद कर सकता हैं.
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