अलग अलग क्षेत्रों में जॉब्स आप्शन की जानकारियों के सिलसिले में आज हम आपको जानकारी देंगे जूनियर रेजिडेंट के बारे में. तो आइए जानते हैं कि जूनियर रेजिडेंट बनने के लिए क्या है योग्यता, चयन प्रक्रिया, सैलरी और कहाँ मिलेगी नौकरी. इस क्रम में सबसे पहले जानते हैं कि रेजीडेंसी का मतलब क्या है? रेजीडेंसी कहते किसे हैं?
रेजीडेंसी का मतलब:
डॉक्टर्स के मेडिकल स्कूल ग्रेजुएशन के बाद के ट्रेनिंग पीरियड को रेजीडेंसी कहते हैं. यह पीरियड तीन से सात साल का हुआ करता है. यूँ कहें कि रेजीडेंसी ग्रेजुएट मेडिकल ट्रेनिंग का वह स्टेज है जिसके अंतर्गत काम करने वाले को हाउस ऑफिसर भी कहा जाता हैं. एक रेजिडेंट या हाउस ऑफिसर एमडी, डीओ या एमबीबीएस, MBChB या BMed डिग्री प्राप्त करता हुआ फिजिशियन होता है जो किसी हॉस्पिटल या क्लिनिक में मेडिसिन में प्रैक्टिस करता है. मेडिकल कॉलेज में इन मेडिकल रेजीडेंसी चिकित्सकों को बेसिक क्लिनिकल स्किल्स, मेडिकल ज्ञान के विस्तृत क्षेत्र तथा चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में मेडिसिन प्रैक्टिस का गहराई से अभ्यास करवाता और सिखाया जाता है. एक फिजिशियन जूनियर रेजिडेंट मेडिकल के विभिन्न स्पेशलिस्ट जैसे - अनेस्थेसिओलॉजी, ओपथाल्मोलॉजी, सर्जरी, मेडिसिन, इमरजेंसी मेडिसिन, नयूरोलॉजी, पैथोलॉजी, साइकाइट्री, रेडियोलॉजी, जेनरल सर्जरी इत्यादि में से कोई भी विषय अपने लिए चुन सकता है. आइए अब जानते हैं कि जूनियर रेजिडेंट किसे कहते हैं .
जूनियर रेजिडेंट:
वे जूनियर डॉक्टर जो मेडिकल कॉलेज कैम्पस में हीं रहते और मेडिकल के अंडर ग्रेजुएट डिग्री के साथ आगे पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री जैसे - एमडी, एमएस करते हुए चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हैं जूनियर रेजिडेंट कहलाते हैं. सीधे शब्दों में कहें तो क्योंकि ये डॉक्टर्स हॉस्पिटल कैम्पस में हीं रहते हैं इसलिए इन्हें रेजिडेंट्स कहा जाता है. अमूनन ये जूनियर डॉक्टर्स तीन साल तक बतौर जूनियर रेजिडेंट काम करते हैं जब तक ये अपना स्पेशलाइजेशन ब्रांच पूरा नहीं कर लेते. बहुत से जूनियर रेजिडेंट अपना स्पेशलाइजेशन पूरा करने के बाद भी एक्सपीरियंस तथा नॉलेज बढ़ाने के उद्देश्य से अपने इस काम को आगे भी जारी रखते हैं तब इन्हें रेजिडेंट कहा जाता है.
जूनियर रेजिडेंट बनने के लिए क्या है योग्यता:
एक रेजिडेंट या हाउस ऑफिसर बनने के लिए कैंडिडेट का एमबीबीएस, एमडी, डीओ, MBChB या BMed डिग्री प्राप्त होना चाहिए. एक जूनियर रेजिडेंट मेडिकल के विभिन्न स्पेशलिस्ट जैसे - अनेस्थेसिओलॉजी, ओपथाल्मोलॉजी, सर्जरी, मेडिसिन, इमरजेंसी मेडिसिन, नयूरोलॉजी, पैथोलॉजी, साइकाइट्री, रेडियोलॉजी, जेनरल सर्जरी इत्यादि में से कोई भी विषय अपने लिए चुन सकता है.
जूनियर रेजिडेंट की सैलरी:
विभिन्न अस्पतालों तथा मेडिकल संस्थानों में मेडिकल रेजीडेंसी चिकित्सकों को अलग अलग सैलरी दी जाती है. कुछ प्रमुख हॉस्पिटल्स में जूनियर रेजिडेंट की सैलरी इस प्रकार है -
- आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस - लगभग 61,000,00 से 66,000,00 रूपए.
- PGIMER चंडीगढ़ - 61,500.00 रूपए से 67,250.00 रूपए तक.
अब इंडिया के कुछ प्रमुख शहरों में मेडिकल रेजीडेंसी चिकित्सकों की एवरेज सैलरी के बारे में जानते हैं -
- दिल्ली - लगभग 64,640,00 रूपए से 67,800,00 रूपए.
- चंडीगढ़ - लगभग 47,500,00 रूपए से 50,600,00 रूपए.
- बिहार - लगभग 43,650,00 रूपए से 45,650,00 रूपए.
- गोवा - लगभग 43,500,00 रूपए से 46,000,00 रूपए.
- महाराष्ट्र - लगभग 42,250,00 रूपए से 44,625,00 रूपए.
- जम्मू &कश्मीर - लगभग 40,800,00 रूपए से 42,000,00 रूपए.
- कर्णाटक - लगभग 38,000,00 रूपए से 40,000,00 रूपए.
- मध्य प्रदेश - लगभग 36,000,00 रूपए से 40,000,00 रूपए.
- आंध्रप्रदेश - लगभग 36,000,00 रूपए से 37,500,00 रूपए.
- हरियाणा - लगभग 36,000,00 रूपए से 40,000,00 रूपए.
- पश्चिम बंगाल - लगभग 35,000,00 रूपए से 37,000,00 रूपए.
- हिमाचल प्रदेश - लगभग 35,000,00 रूपए से 37,000,00 रूपए.
- तमिलनाडु - लगभग 33,500,00 रूपए से 36,000,00 रूपए.
- उत्तराखंड - लगभग 33,000,00 रूपए से 34,500,00 रूपए.
- ओडिशा - लगभग 32,800,00 रूपए से 34,000,00 रूपए.
- केरला - लगभग 32,000,00 रूपए से 35,000,00 रूपए.
- सिक्किम - लगभग 30,200,00 रूपए से 34,500,00 रूपए.
- छत्तीसगढ़ - लगभग 30,000,00 रूपए से 35,000,00 रूपए .
- लक्षद्वीप - लगभग 30,000,00 रूपए से 32,000,00 रूपए.
- तेलंगाना - लगभग 28,500,00 रूपए से 30,000,00 रूपए.
- झारखण्ड - लगभग 28,000,00 रूपए से 30,000,00 रूपए.
- गुजरात - लगभग 26,000,00 रूपए से 30,200,00 रूपए.
- असम - लगभग 22,000,00 रूपए से 24,000,00 रूपए.
- राजस्थान - लगभग 22,000,00 रूपए से 25,000,00 रूपए.
- अंडमान निकोबार आइलैंड - लगभग 22,000,00 रूपए से 23,000,00 रूपए.
जूनियर रेजीडेंस पद के लिए चयन प्रक्रिया:
एम्स जैसे बड़े संस्थानों में इंस्टिट्यूट ग्रेजुएट डॉक्टर्स ग्रेजुएशन के एक साल बाद हीं अगर कोई जूनियर रेजीडेंस की जगह खाली होती है तो उस पर काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं .और इसके लिए संस्थान द्वारा मेरिट लिस्ट के आधार पर उनका चयन भी कर लिया जाता है .
इसके अलावा पूरे देश के अस्पताल इन पदों के लिए आवेदन आमन्त्रित करते रहते हैं. चयन आमतौर पर एमबीबीएस के मार्क्स तथा साक्षात्कार के आधार पर किया जाता है.
कहाँ मिलेगी नौकरी:
योग्यता के आधार पर देश के किसी भी अस्पताल में. देश के विभिन्न अस्पताल समय समय पर जूनियर रेजिडेंट के लिए आवेदन आमंत्रित करते रहते हैं.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation