एग्रीकल्चर इंजीनियर का पद केंद्र सरकार और राज्य सरकार के कृषि से जुड़े विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों, कृषि से जुड़े शोध संस्थानों, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, राजकीय तकनीकी संस्थानों, आदि में होता है. एग्रीकल्चर इंजीनियर का पद संबंधित विभाग की रिक्ति के अनुसार द्वितीय श्रेणी के कर्मचारी के रूप निर्धारित होता है. एग्रीकल्चर इंजीनियर का कार्य होता है कि वह कृषि से जुड़े फील्ड कार्यों एवं शोध कार्यों में तकनीकी सुधार के लिए सुझाव दे और वर्तमान में इस्तेमाल की जा रही तकनीकों के प्रयोग से निर्धारित उद्देश्यों की प्राप्ति में मदद करे. एग्रीकल्चर इंजीनियर की भूमिका संबंधित विभाग या संस्थान में कृषि उत्पादकता बढ़ाने और नवीनतम तकनीकों के अनुप्रयोगों के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसलिए एग्रीकल्चर इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको कृषि क्षेत्र में इस्तेमाल की जा रही तकनीकों और नई तकनीकों आदि से अपडेट होना चाहिए. किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या से निपटने में पारंगत होना चाहिए.
एग्रीकल्चर इंजीनियर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
एग्रीकल्चर इंजीनियर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी विषय में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग या एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में स्नातक डिग्री (बीएससी, बीई, बीटेक) उत्तीर्ण होना चाहिए होना चाहिए. इसके साथ ही, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में संबंधित कार्य में कार्य का अनुभव होना चाहिए.
एग्रीकल्चर इंजीनियर के लिए कितनी है आयु सीमा?
एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जूनियर पदों पर सरकारी नौकरियों के लिए उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए जबकि सीनियर पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तक होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
एग्रीकल्चर इंजीनियर के लिए चयन प्रक्रिया
एग्रीकल्चर इंजीनियर के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड, लिखित परीक्षा और पर्सनल इंटरवयू के आधार पर किया जाता है. यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति की जाती है तो उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग शैक्षणिक रिकॉर्ड और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर ही कर सकता है.
कितनी मिलती है एग्रीकल्चर इंजीनियर को सैलरी?
एग्रीकल्चर इंजीनियर के पद पर रैंक या पे-बैंड के आधार पर सैलरी दी जाती है. एग्रीकल्चर इंजीनियर के पद पर छठें वेतन आयोग के पे-बैंड 3 के अनुरूप रु.15,600 – 39100 + ग्रेड पे 6600 के अनुसार सैलरी दी जाती है. इसके अतिरिक्त गृह किराया भत्ता (एच.आर.ए.), परिवहन भत्ता, आदि देय होता है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
एग्रीकल्चर इंजीनियर को कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
एग्रीकल्चर इंजीनियर का पद केंद्र सरकार और राज्य सरकार के कृषि से जुड़े विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों, कृषि से जुड़े शोध संस्थानों, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, राजकीय तकनीकी संस्थानों, आदि में होने के कारण इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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