माइनिंग का क्षेत्र हमेशा से ही देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता रहा है. माइनिंग के क्षेत्र में सरकारी नौकरियां विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू), राज्यों के विद्युत विभागों, राज्यों के खनिज साधन विभागों, आदि में होती हैं. सरकारी विभागों एवं पीएसयू कंपनियों में माइनिंग के क्षेत्र में कई प्रकार के पद होते हैं:– जैसे– माइनिंग इंस्पेक्टर, जियोलॉजिस्ट, माइनिंग इंजीनियर, डाटा एनालिस्ट कम डाटा डॉक्यूमेंटेशन एक्सपर्ट, एमआईएस एक्सपर्ट, माइनिंग सरदार ग्रुप-सी, आदि. माइनिंग से जुड़ी सरकारी कंपनियों में माइनिंग के पदों पर अधिक समय तक कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स को मैनेजमेंट कैडर में भी प्रोन्नत किया जाता है.
माइनिंग प्रोफेशनल की जिम्मेदारी होती है कि वह संबंधित क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों, धातुओं, मिनरल्स, आदि खुदाई की खुदाई के लिए माइनिंग एरिया की तलाश करे, खुदाई की रूप-रेखा तैयार करे और खुदाई कार्यों की मानिटरिंग करे. यह माइनिंग प्रोफेशनल्स की ही जिम्मेदारी होती है कि वह खुदाई से संबंधित कार्य बिना किसी दुर्घटना के तय समय में और निर्धारित/पूर्व आंकलित मात्रा में पूरा हो सके. सीनियर माइनिंग प्रोफेशनल्स से अपेक्षा की जाती है वे खुदाई से संबंधित नीतियों, नियमों को बनाएं एवं स्थानीय प्रशासन के सहयोग से बिना किसी बाधा से खुदाई कार्यों के संपन्न कराये.
माइनिंग के क्षेत्र में सरकारी नौकरी के लिए योग्यता?
माइनिंग के क्षेत्र में सरकारी नौकरियों के लिए आवश्यक योग्यता पद के अनुसार अलग-अलग होती है. माइनिंग इंजीनियर के पद के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों को माइनिंग इंजीनियरिंग में स्नातक उत्तीर्ण होना चाहिए. वहीं, जियोलॉजिस्ट पद के लिए उम्मीदवारों को जियोलॉजी में एमएससी/एमटेक डिग्री उत्तीर्ण होना चाहिए. जबकि माइनिंग सरदार पद के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता दसवीं उत्तीर्ण और माइनिंग सरदार का प्रमाण-पत्र प्राप्त होना चाहिए. वहीं, माइनिंग इंस्पेक्टर पद के लिए जियोलॉजी में साइंस बैचलर या माइनिंग इंजीनियरिंग में डिग्री होना अनिवार्य है. माइनिंग इंस्पेक्टर के लिए उम्मीदवार के शारीरिक मानदंड भी निर्धारित हैं, जैसे- हाईट- 165 सेमी. (महिला के लिए 152 सेमी.), चेस्ट- 81(85) सेमी.
माइनिंग के क्षेत्र में सरकारी नौकरी के लिए आयु सीमा?
माइनिंग के क्षेत्र में जूनियर पदों पर सरकारी नौकरियों के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए जबकि सीनियर पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष तक होती है. हालांकि, कुछ संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष या अधिक भी हो सकती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
माइनिंग के क्षेत्र में सरकारी नौकरी के लिए चयन प्रक्रिया
माइनिंग के क्षेत्र में विभिन्न सरकारी पदों पर उम्मीदवारों का चयन पद के अनुसार अलग-अलग होता है. आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड, लिखित परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार के आधार पर चयन किया जाता है.
कितनी मिलती है माइनिंग के क्षेत्र में सैलरी?
माइनिंग के क्षेत्र में विभिन्न पदों पर रैंक के अनुसार सातवें वेतन आयोग (जहां लागू हो चुका है) या छठे वेतन आयोग के निर्धारित पे-बैंड के अनुसार पर सैलरी दी जाती है. माइनिंग इस्पेक्टर के पद पर छठें वेतन आयोग के पे-बैंड रु.5200 – 20200 + ग्रेड पे 2800 के अनुसार सैलरी दी जाती है. जबिक सातवें वेतन वेतन के अनुरूप इसी पद वेतन मैट्रक्स लेवल -7 के अनुसार वेतन मिलता है. वहीं असिस्टेंट जियोलॉजिस्ट के पद पर वेतन मैट्रक्स लेवल -12 के अनुसार सैलरी मिलती है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
माइनिंग के क्षेत्र में कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
माइनिंग से संबंधित सरकारी नौकरियां विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू), राज्यों के विद्युत विभागों, राज्यों के खनिज साधन विभागों, आदि में होती हैं इसलिए इस क्षेत्र में सरकारी नौकरी इन्हीं संगठनों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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