प्रत्येक वर्ष लाखों विद्यार्थी किसी ना किसी Engineering entrance exams की परीक्षा में बैठते हैं | जिसमें IIT JEE जो देश की सबसे प्रमुख इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है | भारत में कुल 23 Indian Institutes of Technology (IITs) हैं जिसमें लगभग 11000 ही seats होती हैं |
वर्ष 2017 में क़रीब 11 लाख विद्यार्थियों ने JEE Main की परीक्षा दी थी, किंतु उसमें से केवल टॉप 220000 विद्यार्थी ही JEE Advanced की परीक्षा दे सके | 220000 विद्यार्थियों में से लगभग 10957 को ही IITs से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने का मौका मिला |
11 लाख विद्यार्थियों में से 10 लाख से अधिक विद्यार्थी ऐसे थे जो IITs में प्रवेश पाने में असफल हुए थे | उस समय विद्यार्थियों के मन में जो प्रश्न आते हैं आज हम उन प्रश्नों के बारे में इस लेख में बात करेंगे |
आइए विस्तार से पढ़ते हैं उन प्रश्नों के बारे में:
प्रश्न: परीक्षा में competetion बहुत ही ज्यादा था, अगर इतना competetion नहीं होता तो हम आसानी से परीक्षा को crack कर लेते |
उत्तर: हम सभी जानते हैं कि ऐसा संभव नहीं होता कि जितने भी विद्यार्थी IIT JEE की परीक्षा में बैठते हैं, उन सभी को IITs में एडमिशन मिल जाए | IITs में उन्ही विद्यार्थियों को एडमिशन मिलता है जो बेस्ट में बेस्ट होते हैं |
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प्रश्न: क्या वे स्वयं अपनी मर्जी से IIT JEE की परीक्षा में बैठे थे या फिर सोसाइटी (society) और पेरेंट्स के दबाव (pressure) के कारण उन्होंने ऐसा किया था ?
उत्तर: जितने भी विद्यार्थी IIT JEE की परीक्षा में बैठते हैं उनमें से आधे से ज़्यादा तो बस इसलिए परीक्षा में भाग लेते हैं क्योंकि उनके ऊपर उनके माता-पिता या रिश्तेदारों का दबाव होता है और कुछ बाकी विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठता देख कर | असल में उनका अपना कोई निर्णय नहीं होता IIT JEE की परीक्षा में बैठने का |
प्रश्न: क्या IITs से पढ़े बिना जीवन में सच में कुछ नहीं कर सकते ?
उत्तर: यह बिलकुल भी सच नहीं है जीवन के IITs से पढ़े बिना भी हम बहुत कुछ कर सकते हैं | हम कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताते हैं जिन्होंने IITs से नहीं पढ़ा किंतु उन्होंने जिंदगी में बहुत ही नाम कमाया है |
1. हम सभी ने Paytm के बारे में तो सुना ही है आज कल हर शॉप Paytm का प्रयोग होता हैं | इसके के founder का नाम विजय शेखर शर्मा, जिन्होंने IITs से पढ़ाई नहीं की हैं |
2. दूसरा उदहारण है OYO जिसके founder हैं रितेश अगरवाल, OYO की सहायता से कभी भी कहीं भी किसी भी होटल में कमरा बुक कर सकते हैं |
ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने बिना IITs से पढ़े ही अपने जीवन में बहुत सफलता हासिल की है |
प्रश्न: क्या हमारे पास ऐसा कोई यंत्र है जिससे हम पता लगा सकें कि हम JEE crack करने के योग्य है भी या नहीं?
उत्तर: हमारे पास ऐसा कोई यंत्र नहीं है जिससे हम किसी विद्यार्थी के JEE crack करने की क्षमता का पता लगा सकें | अगर ऐसा होता तो IIT JEE की परीक्षा में में स वो ही विद्यार्थी बैठते जिनमें परीक्षा को crack करने की क्षमता होती |
अगर आप इंजीनियरिंग को चुन रहें हैं अपना करियर, तो ज़रूर जान लें ये खास बातें!!
प्रश्न: क्या बच्चों की काबीलियत उनके JEE को crack कर पाने से माप सकते हैं ?
उत्तर: अगर ऐसा होता तो प्रत्येक वर्ष करीब 11 लाख से अधिक छात्र आगे जा कर भविष्य में असफल हो जाते किंतु ऐसा बिलकुल नहीं होता | प्रत्येक विद्यार्थी की अपना इंटरेस्ट होता है कुछ करने का, जिसके अनुसार वो जीवन में कुछ ना कुछ तो ज़रूर करता है |
प्रश्न: अगर हम बिना तैयारी के IIT JEE की परीक्षा देते हैं, तो इसका हम पर क्या प्रभाव पढ़ता है ?
उत्तर: अगर हम बिना तैयारी के JEE की परीक्षा देते हैं, तो हमें हमेशा अपनी इस नाकामयाबी का पछ्तावा रहता कि हम परीक्षा को crack नहीं कर पायें, किंतु हम ही जानते हैं कि हमने परीक्षा को crack करने के लिए कितनी मेहनत की थी | इसके कारण हम डिप्रेस्ड भी हो जाते हैं |
प्रश्न: क्या हमारा ऐसी race में भागना ज़रूरी है जिसमें हमें पहले ही पता होता है कि हम इसमें जीत नहीं पायंगे और जिसमें केवल 1 % विद्यार्थी ही सफल होते हैं ?
उत्तर: नहीं, ऐसा बिलकुल भी ज़रूरी नहीं है कि हम ऐसी race में भागे जिसमें हमें पहले ही पता है कि हम जीत नहीं पायंगे | सभी विद्यार्थियों को अपनी क्षमता के बारे में पता होता है कि वे किसी परीक्षा को crack कर सकते हैं या नहीं और या वे सहीं में उस परीक्षा को crack करना चाहते हैं या नहीं | इसलिए विद्यार्थियों को अपने इंटरेस्ट के अनुसार ही परीक्षा में बैठना चाहिए |
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