संस्कृत का एक श्लोक है:-
गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु, गुरुर देवो महेश्वर:
गुरु साक्षात परब्रह्मा, तस्मै श्री गुरुवे नम:
अर्थात गुरु आपको जीवन में लौकिक तथा पारलौकिक दोनों ही जीवन में सही सुख की प्राप्ति के लिए उचित मार्ग का अनुसरण करना सीखाते हैं. वे हामरे जीवन यात्रा को अपने मार्गदर्शन से आसान बनाने के साथ साथ मुश्किलों से लड़ने की दृढ़ इच्छाशक्ति का विकास हमारे अन्दर करते हैं.
इसलिए हम ज्ञान और अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए ऐसे गुरुओं के प्रति अपना सिर झुकाते हैं. मैनेजमेंट के क्षेत्र में भी उनके द्वारा बतायी गयीं मूल्यवान बातें हमारे सोचने का दायरा तथा चीजों और परिस्थितियों को समझने की शक्ति में विकास कर सकती हैं.
नीचे हमने ऐसे ही कुछ सदाबहार टॉप 10 मैनेजमेंट गुरुओं की लिस्ट प्रस्तुत की है. इन गुरुओं ने अपने कार्य करने के तरीके से इंडस्ट्री जगत में एक क्रांतिकारी बदलाव लाये हैं. आइये मैनेजमेंट के क्षेत्र में उनके योगदान को समझने की कोशिश करते हैं.
ओरिजिन : इंडियन अमेरिकन
पेशा : प्रोफेसर
मैनेजमेंट के फील्ड में योगदान : ये प्रजा इंक और नेक्स्ट प्रैक्टिस के संस्थापक हैं. ये नेक्स्ट प्रैक्टिस के सीईओ भी रहें. उन्होंने कोर कम्पीटेंस ऑफ द कॉर्पोरेशन,द फ्यूचर ऑफ कॉम्पिटिशन, द फोर्च्यून ऐट द बॉटम ऑफ द पिरामिड, इराडिकेटिंग पोवर्टी थ्रू प्रॉफिट्स आदि कई पुस्तकें लिखी हैं. उनकी अंतिम पुस्तक द न्यू एज ऑफ इन्नोवेशन है.
ओरिजिन : अमेरिकन
व्यवसाय : इंटरप्रेन्योर, फिलेनथ्रोफिस्ट, इन्वेस्टर और प्रोग्रामर
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक हैं और उन्होंने बिजनेस @ द स्पीड ऑफ थॉट जैसे किताबें लिखी हैं.वह 75 बिलियन $ के नेट वैल्यू के साथ दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं. पिछले साल ही माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन का पद छोड़कर बिल एंड मिलिंडा गेट फाउंडेशन की स्थापना कर अपनी सम्पति के जरिये अब वे मानवता की सेवा कर रहे हैं.
ओरिजिन : यूएसए (अमेरिकी)
व्यवसाय : बिजनेस टाइकून, इन्वेस्टर और फिलेंनथ्रोफिस्ट
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : इन्हें "विज़ार्ड ऑफ ओमाहा" या "ओरेहा के ओरेकल" के रूप में जाना जाता है.वॉरेन लगातार दुनिया के सबसे धनी लोगों में से एक बने हुए हैं. उन्होंने 1951 से 1954 तक अपने पिता की कंपनी, बफेट-फाल्क एंड कंपनी के साथ एक इन्वेस्टमेंट सेलर के रूप में अपना करियर शुरू किया और अंततः अपने डेडिकेशन और मानसिक कौशल के बल पर दुनिया में सबसे सफल इन्वेस्टर बन गए. कोका-कोला, क्राफ्ट-हेन्ज़, एटी एंड टी, वेल्स फार्गो, आईबीएम और अमेरिकन एक्सप्रेस आदि कंपनियों में से कुछ में बफेट के पास उनका मेजर इंटरेस्ट हैं (या वह पूरी तरह से इनके मालिक हैं).
ओरिजिन : अमेरिकन
व्यवसाय : एप्पल इंक के सह-संस्थापक और पूर्व चेयरमैन और सीईओ
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : स्टीव जॉब्स ने कंप्यूटर, म्यूजिक , फिल्म और वायरलेस इंडस्ट्रीज में क्रांतिकारी बदलाव लाये. विश्व स्तर पर आईफोन्स(जो वर्तमान में एक अत्याधुनिक मोबाइल है) को विख्यात करने तथा उसे प्रचलन में लाने का मुख्य श्रेय इन्हीं को जाता है. 2003 में स्टीव जॉब्स पैंक्रियाटिक न्यूरोन्डोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी के शिकार हो गए तथा 5 अक्टूबर, 2011 को उनकी मृत्यु हो गई.
वाल्टर आइजैकसन द्वारा लिखी गयी स्टीव जॉब्स की जीवनी में इस बात जिक्र मिलता है कि वे एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने लोगों के डिजिटल जीवनशैली को बदल दिया और दुनिया भर के अरबों लोगों ने आज उसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है
ओरिजिन : इंडियन
व्यवसाय : चेयरमैन एमेरिटस (टाटा संस), इन्वेस्टर, फिलेंनथ्रोफिस्ट
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : भारत की प्रसिद्ध नैनो (पीपुल्स कार) रतन टाटा के ही दिमाग की उपज है. उन्हें 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. अपने प्रभावी नेतृत्व कौशल और दृष्टि के साथ उन्होंने सफलतापूर्वक कई ग्रुप्स को मैनेज किया है.आज तक वे टाटा संस में 66% की संयुक्त हिस्सेदारी के साथ टाटा ट्रस्ट सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट और उनके सहयोगी ट्रस्ट के हेड हैं.
ओरिजिन : इंडियन
व्यवसाय : बिजनेस टाइकून, इन्वेस्टर, फिलेंनथ्रोफिस्ट
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : इन्हें भारतीय आईटी इंडस्ट्री के जार के रूप में जाना जाता है. अजीम प्रेमजी ने 1966 में सिर्फ 21 वर्ष की उम्र में अपने पिता के कारोबार को संभाला और बाद में उन्होंने अपने पोर्टफोलियो में बेकरी वसा, टॉयलेटरीज़, लाइट बल्ब, हेयर केयर उत्पाद और हाइड्रोलिक सिलेंडर आदि को शामिल किया.1979 में भारत सरकार ने देश से कंप्यूटर फर्म आईबीएम को निष्कासित कर दिया. प्रेमजी ने कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर बाजार में प्रवेश करने के लिए इस शानदार अवसर का मौका उठाया और अपनी कंपनी विप्रो को कंप्यूटर व्यवसाय में ले जाना शुरू कर दिया. कंपनी की बढ़ती संपत्ति के कारण प्रेमजी दुनिया के सबसे अमीर व्यापारियों में से एक बन गए.
ओरिजिन : यूएसए (अमेरिकी)
व्यवसाय : एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अल्फाबेट, इंक
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : एक अमेरिकी सॉफ्टवेयर इंजीनियर तथा बिजनेस मैंन, एरिक श्मिट को 2016 में फोर्ब्स द्वारा दुनिया के 100 सबसे अमीर व्यक्ति के रूप में स्थान दिया गया था. 2001 से 2011 तक, श्मिट ने गूगल के सीईओ के रूप में कार्य किया. डॉट कॉम बूम में गूगल को इतनी ऊँचाई पर ले जाने का श्रेय श्मिट को ही जाता है.ऐडसेंस, यूट्यूब, गूगल मैप्स, जीमेल, एंड्रॉइड, वेरिज़ॉन शेयर और क्रोम आदि कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं जिन्हें इनके द्वारा संभव बनाया गया था.
ओरिजिन : यूएसए (अमेरिकी)
बिजनेस : इंटरनेट इंटरप्रेन्योर
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : ये दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वकोष,विकिपीडिया के सह-संस्थापक और प्रमोटर हैं. 2006 में टाइम मैगज़ीन ने उन्हें "दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों" की सूची में नामित किया है. वेल्स को दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वकोश को लॉन्च करने के कारण 1 मिलियन $ के डेन डेविड पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
ओरिजिन : बांग्लादेशी
व्यवसाय : सोशल इंटरप्रेन्योर, इकोनोमिस्ट और बैंकर
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : यूनुस को नोबेल शांति पुरुस्कार से नवाजा गया है तथा मैनेजमेंट के क्षेत्र में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. ये ग्रामीण बैंक के संस्थापक थे तथा ये माइक्रोक्रेडिट और माइक्रोफायनांस के कॉन्सेप्ट के समर्थक थे. 2008 में फॉरेन पॉलिसी मैगजीन ने उन्हें 'टॉप 100 ग्लोबल थिंकर्स' में दूसरा स्थान प्रदान किया था.
ओरिजिन : यूएसए (अमेरिकी)
व्यवसाय : लेखक, प्रोफेशनल स्पीकर, प्रोफेसर और मैनेजमेंट एक्सपर्ट
मैनेजमेंट के क्षेत्र में योगदान : कोवे की सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तक “द सेवेन हैबिट्स ऑफ हाइली सक्सेसफुल पीपल” ने सर्वाधिक लोगों को फ्यूचर लीडर बनने के लिए अपनी एफिसिएंसी और प्रभावशीलता विकसित करने के लिए प्रेरित किया. इनकी एक स्टीफन कोवी ऑनलाइन कम्युनिटी है जिसमें उन्होंने मैनेजर्स को लीडर्स बनाने में सहयोगी ऑनलाइन कोर्सेज,गोल मैनेजमेंट और सोशल नेटवर्किंग का संग्रह रखा है और इसकी मदद से मैनेजर्स को लीडर्स बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
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