हमारा देश भारत शुरू से ही दुनिया के आकर्षण का केंद्र रहा है. भारत का प्राकृतिक सौंदर्य और प्राकृतिक संपदा बेहिसाब है. प्राचीन काल में भारत के नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय पूरी दुनिया में ज्ञान-विज्ञान के प्रमुख केंद्र थे जहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में पढ़ने आते थे. नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर वर्तमान बिहार राज्य में स्थित है और तक्षशिला विश्वविद्यालय के अवशेष उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में देखे जा सकते हैं. इन दोनों ही विश्वविद्यालयों में जीवन के हर क्षेत्र का ज्ञान और जानकारी स्टूडेंट्स को दी जाती थी. वैसे तो भारत में बहुत बड़ी संख्या में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं लेकिन इस आर्टिकल में हम आपके लिए कुछ ऐसे कॉलेजों का जिक्र कर रहे हैं जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण अब लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेस बन गए हैं. स्टूडेंट्स इन कॉलेज परिसरों में पढ़ने के साथ-साथ प्राकृतिक वातावरण का आनंद भी उठा सकते हैं. आइये आगे पढ़ें:
1. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, श्रीनगर
मशहूर डल लेक के किनारे पर स्थित इस इंस्टीट्यूट को धरती का स्वर्ग कहा जा सकता है. इस इंस्टीट्यूट की स्थापना वर्ष 1960 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज, श्रीनगर के तौर पर की गई थी. यहां के टीचर्स जहां एक ओर टॉप क्लास एजुकेशन देते हैं, वहीँ दूसरी ओर एनआईटी की प्राकृतिक सुंदरता बेजोड़ है और इसलिए, आपको यहां आकर सुकून और जीवन भर का सुखद अनुभव मिल सकता है. यहां से यूनिवर्सिटी ऑफ़ कश्मीर और हजरतबल दरगाह कुछ कदमों की दूरी पर हैं. यहां कैंपस में हर तरह की मॉडर्न एजुकेशनल और रिहायशी सुविधाएं स्टूडेंट्स को मुहैया करवाई गई हैं.
2. गोविंद बल्लभ पन्त इंजीनियरिंग कॉलेज, पौड़ी गढ़वाल
यह कॉलेज समुद्र तल से 7000 फीट की ऊंचाई पर, गढ़वाल हिमालय में स्थित है और 169 एकड़ में फैला हुआ है. इसकी स्थापना वर्ष 1989 में भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर की गई थी. ये उत्तरप्रदेश के पहले मुख्य मंत्री और एक कुशल राजनीतिज्ञ तथा लोकप्रिय नेता थे. यहां आकर आप पहाड़ों, झरनों और नदी के मनोरम नजारे देख सकते हैं. नीलकंठ, लक्ष्मण झूला यहां के दर्शनीय स्थल हैं. देवप्रयाग यहां से लगभग 33 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां का वातावरण प्रदुषण मुक्त है.
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3. फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, देहरादून
जब हम प्राकृतिक सुंदरता का जिक्र करते हैं तो भला जंगलों को कैसे नज़रंदाज़ कर सकते हैं?. हमारे देश में स्थित फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (एफआरआई), देहरादून इसका एक उम्दा उदाहरण है. इसकी स्थापना वर्ष 1906 में देश में फ़ॉरेस्ट रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए की गई थी. यहां 3 म्यूजियम्स हैं जो फ़ॉरेस्ट रिसर्च को समर्पित हैं. इन म्यूजियम्स में अनूठा कलेक्शन देखने को मिलता है जो आप और कहीं नहीं देख सकते हैं. इंस्टीट्यूट का स्ट्रक्चर बहुत शानदार और सभी आधुनिक सुविधाओं से संपन्न है. यहां फ़ॉरेस्ट ऑफिसर्स और फ़ॉरेस्ट रेंजर्स को भी ट्रेनिंग दी जाती है. वर्ष 1988 में एफआरआई और इसके रिसर्च सेंटर्स पर्यावरण मंत्रालय, फॉरेस्ट्स एंड क्लाइमेट चेंज, भारत सरकार के अधीन इंडियन काउंसिल ऑफ़ फ़ॉरेस्ट रिसर्च एंड एजुकेशन के एडमिनिस्ट्रेटिव संरक्षण में लाये गए.
4. आईआईटी, मुंबई
आईआईटी, मुंबई कैंपस की स्थापना वर्ष 1958 में पोवई, उत्तरीपूर्व मुंबई में की गई थी. वर्ष 1961 में इसे संसद द्वारा राष्ट्रीय महत्व का इंस्टीट्यूट घोषित किया गया. यहां बेहतरीन इंजीनियरिंग और रिसर्च एजुकेशन उपलब्ध करवाई जाती है. यहां पूरे देश से टैलेंटेड स्टूडेंट्स विभिन्न बैचलर, मास्टर और डॉक्टोरल प्रोग्राम्स करने के लिए एडमिशन लेते हैं. इस कैंपस के पास संजय गांधी नेशनल पार्क स्थित है इसलिए यहां कभीकभार पैंथर्स, लेपर्ड्स और पोवई लेक के पास क्रोकोडाइल्स भी दिख जाते हैं.
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5. नेशनल डिफेन्स एकेडेमी (एनडीए), पुणे
यह सबसे सुंदर परिसरों में से एक है. यह एकेडेमी खडकवासला, पुणे, मुंबई में स्थित है और इसकी स्थापना 7 दिसंबर, 1954 को हुई थी. यह मुख्य रूप से एक मिलिट्री एकेडेमी है जो पूरी दुनिया में पहली त्रि-सर्विस एकेडेमी है और भारतीय सेना की तीनों सेवाओं – आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के कैंडिडेट्स यहां एक-साथ ट्रेनिंग करते हैं. कैंपस का कुल क्षेत्रफल 7,015 एकड़ है. पुणे खाने के शौकीनों का स्वर्ग है.
6. बिट्स पिलानी, गोवा
हरी-भरी घाटियों की गोद में बिट्स पिलानी, गोवा का कैंपस लगभग 180 एरिया में फैला हुआ है जहां से जुआरी नदी दिखाई देती है. कैंपस की लोकेशन प्राकृतिक परिवेश के अनुसार अनूठी है और यहां से जुआरी नदी के आस-पास के नजारे, पहाड़, जलमार्ग, जंगल आदि बहुत खूबसूरत नजर आते हैं. यहां पर आकर टूरिस्ट्स गोवा के बीचेज या समुद्री तटों के साथ ही आकर्षक धार्मिक स्थलों की भी सैर कर सकते हैं. यहां के सब बीचेज सुंदर और साफ़-सुथरे हैं. स्टूडेंट्स को भी यहां बेहतरीन एजुकेशन और सभी मॉडर्न फैसिलिटीज उपलब्ध करवाई जाती हैं.
7. बिट्स पिलानी, हैदराबाद
यह कैंपस जेनोम वैली बायोक्लस्टर और नालसर लॉ यूनिवर्सिटी के आसपास स्थित है. इस इलाके में छोटे पहाड़ियां और शहरी जंगल हैं, जो प्रमुख शहरी केंद्रों से दूर स्थित हैं. यह कैंपस 220 एकड़ के हरे-भरे क्षेत्र में फैला हुआ है. आप यहां आकर हैदराबाद के अन्य टूरिस्ट स्पॉट्स जैसेकि, चार-मीनार, सलारजंग म्यूजियम, गोलकुंडा फोर्ट, बिरला मंदिर आदि भी देख सकते हैं. यहां आकर टूरिस्ट्स मशहूर रामोजी फिल्म सिटी भी देख सकते हैं. यहां का वातावरण मनोरम और आधुनिक शिक्षा के बिलकुल अनुकूल है.
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