UPSC सिविल सेवा 2021 की प्रीलिम्स परीक्षा 27 जून को होने जा रही है। ऐसे में ज़रूरी है की हर उम्मीदवार इन महीनों में अपनी तैयारी के लिए एक टाइम टेबल तैयार करें जिससे की सभी टॉपिक्स को परीक्षा से पहले कवर किया जा सके। UPSC सिविल सर्विसेज देश के सबसे सम्मानित पदों में से एक है। इसीलिए UPSC (IAS) की परीक्षा का सिलेबस और सिलेक्शन प्रोसेस कठिन और विस्तृत है।
UPSC सिविल सर्विसेज 2015 की टोपर टीना डाबी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर परीक्षा के दौरान फॉलो किए गए टाइम टेबल को शेयर किया। इसी टाइम टेबल को फॉलो कर टीना ने केवल 22 साल की उम्र में अपने पहले ही एटेम्पट में सिविल सेवा परीक्षा को टॉप किया। आइये देखे क्या ख़ास है इस टाइम टेबल में:
न्यूजपेपर रीडिंग- UPSC IAS की तैयारी प्रक्रिया में अखबार पढ़ने के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। यह न केवल वर्तमान मामलों के बारे में एक उम्मीदवार को अपडेट करता है, बल्कि इसके आर्टिकल सेक्शन में एक ही मुद्दे पर अलग-अलग राय को पढ़ा जा सकता है। मेन्स परीक्षा में उत्तर लेखन के लिए यह आवश्यक है। जैसा कि टॉपर ने सुझाव दिया है, उम्मीदवारों को अखबार पढ़ने के लिए सुबह 1 घंटा निकालना चाहिए।

करंट अफेयर्स रिविजन- कैंडिडेट्स को एक्सटेंसिव स्टेटिक सिलेबस के साथ, UPSC (IAS) परीक्षा में करंट अफेयर्स के महत्व को नहीं भूलना चाहिए। जैसा कि टॉपर द्वारा बताया गया है, कैंडिडेट्स को स्टेटिक और करंट अफेयर्स सेक्शन को पढ़ने का टाइम सावधानी से डिस्ट्रीब्यूट करना चाहिए।
अपने स्ट्रॉन्ग और कमजोर विषयों को जानें- अपने हर दिन के टाइम स्लॉट को इस तरह से डिवाइड किया जाना चाहिए कि एस्पिरेंट्स अपने कमजोर विषयों की तैयारी के लिए अधिक समय निकाल सके। हालांकि, अपने स्ट्रॉन्ग सब्जेक्ट्स के रवीज़न के लिए टाइम निकालना ना भूले। प्रीलिम्स परीक्षा के लिए प्रत्येक विषय का ज्ञान होना आवश्यक है।
थ्री टीयर रिविजन- यह काफी आईएएस के उम्मीदवारों द्वारा नियोजित सबसे सफल रिविज़न ट्रिक्स में से एक है। यदि किसी टॉपिक को पढ़ने के बाद उसी दिन उसे रिवाइज़ किया जाता है, तो यह विषय की समझ में मदद करता है, लेकिन परीक्षा तक याद रखने में मदद नहीं करता है। यही कारण है कि टीना तीन-स्तरीय संशोधन का सुझाव देती है जहां प्रत्येक विषय को परीक्षा से पहले तीन बार रिवाइज़ किया जाना चाहिए।
एक्टिविटी टाइम- लंबे समय तक पढ़ने और सीमित मनोरंजक गतिविधियों के साथ, एस्पिरेंट्स अक्सर निराश और थका हुआ महसूस करते हैं। इसलिए मनोरंजक गतिविधियों पर कुछ समय बिताना आवश्यक है। जैसे कोई पसंदीदा नावेल पढ़ना या कोई आउटडोर खेल खेलना। इससे माइंड और शरीर फ्रेश रहती है साथ ही कंसंट्रेशन लेवल भी बढ़ता है।
संतुलित आहार और उचित नींद- यअक्सर देखा जाता है की परीक्षा से कुछ महीनों पहले एस्पिरेंट्स आमतौर पर अपनी डाइट और स्लीपिंग पैटर्न को नजरअंदाज करते हैं। जैसी की टीना डाबी अपने टाइम टेबल में सूझाती हैं, संतुलित आहार और 7 घंटे की नींद आपके टाइम-टेबल का एक हिस्सा होना चाहिए।
हमें उम्मीद है की टीना डाबी के टाइम टेबल से आपको मदद और प्रेरणा ज़रूर मिली होगी। लेकिन ये भी ज़रूरी नहीं की आपको इस टाइम टेबल को ही फॉलो करना है। आप अपनी सहूलियत की अनुसार टेबल भी बना सकते है। लेकिन परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए एक निर्धारित टाइम टेबल का पालन किया जाना चाहिए
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