संघ लोकसेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा में बहु विकल्पीय प्रश्नों वाले दो प्रश्न पत्र होते हैं। प्रत्येक प्रश्न पत्र 200 अंकों का होता है। सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र में 100 और दूसरे प्रश्न पत्र जिसे आम भाषा में सीसैट कहा जाता है, में 80 प्रश्न होते हैं।
सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समसामयिक घटनाओं से जुड़े प्रश्न होते हैं जिनकी जानकारी की अपेक्षा एक जागरूक अभ्यर्थी से की जाती है। इसके अलावा भारतीय इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण तथा पारिस्थितिकी से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
सामान्य अध्ययन के दूसरे प्रश्न पत्र को सामान्यत: सीसैट कहा जाता है और इसमें विश्लेषण क्षमता का पता लगाने पर जोर दिया जाता है। यह प्रश्न पत्र केवल क्वालीफाइंग प्रकार का है।
सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र के लिए रणनीति- सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र के लिए रणनीति तैयार करने से पहले उसके सिलेबस की जानकारी करना आवश्यक है। सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र के सिलेबस में समसामयिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं, भारत का इतिहास और स्वाधीनता आंदोलन, भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक,आर्थिक भूगोल, भारतीय राजव्यवस्था और प्रशासन, संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीतियां और अधिकार, आर्थिक और सामाजिक विकास, सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी,सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि, पर्यावरण,पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन जैसे सामान्य विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
संघ लोकसेवा आयोग के सिलेबस में अधिक विस्तृत ब्यौरा तो नहीं दिया जाता लेकिन यह अपेक्षा की जाती है कि इन विषयों में छात्रों का ज्ञान स्नातक स्तर से थोड़ा कम लेकिन हाईस्कूल स्तर से ऊपर होना चाहिए ।
चूंकि प्रीलिम्स के प्रथम प्रश्न पत्र में 2 घंटे में 100 सवालों के जवाब देने होते हैं और दूसरे प्रश्न पत्र में 2 घंटे में 80 प्रश्नों को हल करना होता है इसलिए प्रश्नों को हल करते समय तीव्रता और सटीकता का महत्व ज्यादा होता है। निगेटिव मार्किंग के कारण जहां एक सही सवाल आपको 2 अंक दिलाता है वहीं एक गलत उत्तर से आपके 0.66 अंक कट जाते हैं।
सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्न पत्र के 100 सवाल आमतौर पर तीन प्रकार के होते हैं-एक सही विकल्प वाले उत्तर, कई सही विकल्प वाले उत्तर और मिलान करने वाले उत्तर।
प्रीलिम्स की परीक्षा में सिलेबस के विभिन्न हिस्सों से प्रत्येक बार पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या भिन्न-भिन्न होती है और इसके लिए कोई तय नियम नहीं है। आमतौर पर प्रश्नों को पूछने का आधार सिद्धान्त, उनके प्रयोग, तथ्यात्मक सूचनाएं और समसामयिक घटनाक्रम होता है। यह भी देखा गया है कि कई प्रश्न सिलेबस के केवल एक ही हिस्से के दायरे से बाहर भी फैले होते हैं। प्रश्नों के उत्तर दिमाग की विश्लेषण क्षमता की कड़ी परीक्षा लेते हैं। इसलिए केवल एनसीईआरटी और राज्यों के बोर्डों की पुस्तकों को पढ़ने से ही इन प्रश्नों को हल करना संभव नहीं होगा। इसके लिए कुछ अन्य पुस्तकों का अध्ययन करना भी आवश्यक है
सामन्य अध्ययन के दूसरे प्रश्न पत्र का सिलेबस इस प्रकार है-
कम्प्रीहेंशन
संचार कौशल और अन्तरवैयक्तिक कौशल
तर्कशक्ति और विश्लेषण क्षमता
निर्णय क्षमता और समस्या हल
सामान्य गणित-अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और सांख्यिकी
एप्टीट्यूड टेस्ट पेपर देखने में कठिन प्रतीत होता है लेकिन यदि निरंतर अभ्यास किया जाए तो इसे हल करना आसान हो जाता है। इसके लिए कई प्रकार के प्रैक्टिस सेटों को उपयोग करना चाहिए।
अपनी तैयारी को परखने के लिए आप मॉडल टेस्ट पेपरों को हल करने का प्रयास करें। आरंभ में कम सवाल सही होने पर भी आप हतोत्साहित नहीं हों। अपने कमजोर पक्षों पर विशेष रूप से ध्यान दें। निगेटिव मार्किंग होने के कारण केवल उन्हें सवालों के जवाब दें जिनके बारे में आपको पूरा भरोसा हो।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation