भारतीय राजव्यवस्था और प्रशासन सामान्य अध्ययन के प्रथम प्रश्न पत्र का एक महत्वपूर्ण और कठिन हिस्सा है। यह हिस्सा इसलिए महत्वपूर्ण है कि इससे हर वर्ष अधिक संख्या में प्रश्न पूछे जाते हैं। हर वर्ष आईएएस प्रीलिम्स परीक्षा में 15 से 18% प्रतिशत प्रश्न इससे पूछे जाते हैं। सीसैट के केवल क्वालीफाइंग होने से राज्व्यवस्था के अंकों का महत्व प्रीलिम्स उत्तीर्ण होने में अब सबसे ज्यादा हो गया है।
इस विषय के सवालों को हल करना इसलिए कठिन होता है क्योंकि दिए गए उत्तर सही जवाब के काफी करीब होते हैं और उनमें अंतर करना आसान नहीं होता है। छात्र अक्सर इसमें भ्रमित होकर गलत उत्तर का चयन कर बैठते हैं। इसके बावजूद यदि नियमित अभ्यास किया जाए और मौलिक तथ्यों पर पकड़ हो तो सवालों का सटीक जवाब दिया जा सकता है।
इस विषय के अंतर्गत भारतीय संविधान, सरकार के विभिन्न हिस्सों ( विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका), संवैधानिक संस्थाएं और संगठन शामिल हैं। इस विषय के अन्य प्रमुख हिस्से राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, जन नीतियां,अधिकार मुद्दे, प्रशासन आदि हैं l
सबसे ज्यादा सवाल समसामयिक राजनीतिक घटनाओं से जुड़े होते हैं। छात्रों के बीच राजव्यवस्था से जुड़े समसामयिक मुद्दों को अनदेखा करने की प्रवृत्ति होती है। उदाहरण के लिए अगर केंद्र सरकार ने कोई अध्यादेश जारी किया है तो छात्रों को उससे जुड़े सभी पहलुओं जैसे सरकार की अध्यादेश जारी करने की शक्ति, उससे सम्बंधित अनुच्छेदों और उनके प्रभावी होने की समय सीमा के बारे में पूरा होमवर्क करना चाहिए।
भारतीय संविधान और राजव्यवस्था के बारे में डी.डी.बसु, जयनारायण पांडेय एम. लक्ष्मीकांत और सुभाष कश्यप द्वारा लिखित पुस्तकें पढ़नी चाहिए।अभ्यर्थी को देश के संघीय ढांचे का अच्छे से अध्ययन करना चाहिए। छात्रों को ऐसे राजनीतिक ढांचें को अपनाने के पीछे के दर्शन और पृष्ठभूमि की जानकारी होनी चाहिए। साथ ही संविधान के विभिन्न उपबंधों का अध्ययन भी करना चाहिए ।
छात्रों को राजनीतिक परिदृश्य और संसद में लंबित विधेयकों पर लागातार निगाह रखनी चाहिए । जिससे देश के राजनीतिक व्यवस्था के विषय मे बेहतर जानकारी प्राप्त हो सके । छात्रों को मौलिक आधिकार, मूल कर्तव्य ,राष्ट्रपति, कार्यपालिका, न्यायपालिका,संसद,आपात उपबंध आदि का बेहतर ढंग से अध्ययन करना चाहिए।
भारतीय संविधान और राजव्यवस्था का महत्व प्रशासनिक सेवाओं की दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रशासन का यह महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारतीय संविधान और राजव्यवस्था के बारे में आम लोगों में भी काफी ज्यादा जागरूकता है। इसलिए एक प्रशासक को संविधान के प्रावधानों, विशेष कर मूल अधिकारों, मूल कत्तव्यों, आपात उपबंधों आदि की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
कुछ छात्रों को यह भ्रम होता है कि उनको यदि संविधान के सभी अनुच्छेद याद नहीं हैं तो वे राजव्यवस्था के विषय में बेहतर प्रदशर्न नहीं कर सकेंगे। छात्रों को अपने इस भ्रम को दूर करके विषय के समुचित अध्ययन पर ध्यान देना चाहिए । यदि आप किसी भी शीर्षक जैसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा आदि के बारे में समुचित तैयारी करेंगे तो उनसे संबंधित अनुच्छेद आपको स्वत: याद हो जाएंगे। यदि आप उनसे संबंधित प्रश्नों को नियमित अंतराल पर हल करेंगे तो उनके बारे में सभी तथ्य आपके दिमाग में बैठ जाएंगे।
आईएएस प्रीलिम्स 2016 के लिए राजव्यवस्था प्रश्न पत्र के अध्ययन की रणनीति HN
सिविल सेवा के प्रारंभिक परीक्षा को प्रश्नों की संख्याँ के अनुसार देखा जाए तो विषय राजव्यवस्था और प्रशासन बहुत ही महत्वपुर्ण है। कुछ महत्वपुर्ण रणनीति ही आईएएस प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों के सफलता का कारण बन सकती है।
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