आईएएस प्रीलिम्स परीक्षा के दूसरे प्रश्न पत्र को सामान्य भाषा में सीसैट कहा जाता है। आईएएस प्रीलिम्स परीक्षा के सामान्य अध्ययन के दूसरे प्रश्न पत्र में 80 सवाल होते हैं और कुल 200 अंक होते हैं। इस तरह प्रत्येक प्रश्न 2.5 अंक का होता है l किसी भी गलत उत्तर से आपके 0.833 अंक कट जाते हैं । सीसैट के प्रश्न पत्र को हल करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है। कोई भी छात्र सिलेबस के आधार पर तैयारी करके इनको हल कर सकता है।
सामन्य अध्ययन के दूसरे प्रश्न पत्र का सिलेबस इस प्रकार है-
कम्प्रीहेंशन
संचार कौशल और अन्तरवैयक्तिक कौशल
तर्कशक्ति और विश्लेषण क्षमता
निर्णय क्षमता और समस्या हल
सामान्य गणित-अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति और सांख्यिकी
सीसैट टेस्ट पेपर देखने में कठिन प्रतीत होता है लेकिन यदि निरंतर अभ्यास किया जाए तो इसे हल करना आसान हो जाता है। इसके लिए कई प्रकार के प्रैक्टिस सेटों को उपयोग करना चाहिए।
अपनी तैयारी को परखने के लिए आप मॉडल टेस्ट पेपरों को हल करने का प्रयास करें। आरंभ में कम सवाल सही होने पर भी आप हतोत्साहित नहीं हों। अपने कमजोर पक्षों पर विशेष रूप से ध्यान दें। निगेटिव मार्किंग होने के कारण केवल उन्हीं सवालों के जवाब दें जिनके बारे में आपको पूरा भरोसा हो।
सीसैट के प्रश्न पत्र के लिए छात्रों को किसी नए ज्ञान का निर्माण नहीं करना होता है वरन उनको अपने पुराने ज्ञान को फिर से दुहराने की आवश्यकता होती है। इस प्रश्नपत्र में तथ्यों को याद करना बहुत मददगार नहीं होता है। इसके लिए निरंतर अभ्यास की आवश्यकता है।
कम्प्रीहेंशन में व्याख्या, परिभाषा और सारांश शामिल हैं। आपकी शब्दकोष पर गहरी पकड़ दिए गए वाक्यांश को सटीक ढंग से समझने में मददगार होगा । इसके लिए केवल निरंतर अभ्यास की जरूरत है। छात्रों का अंग्रेजी भाषा के हाईस्कूल स्तरीय व्याकरण के साथ ही सामान्य लेखन पर अच्छी पकड़ होना भी आवश्यक है। इसके लिए रेन और मार्टिन की ग्रामर की पुस्तक का अध्ययन करना उपयुक्त होगा।
संख्यात्मक और गणितीय सवालों के लिए किसी स्तरीय पुस्तक का अध्ययन आवश्यक है। इसके अलावा निर्णय क्षमता और समस्या हल के लिए भी अभ्यास प्रश्नों को हल करना उपयोगी साबित होगा। परंतु इस प्रश्न पत्र के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करना या तथ्यों को रटना उचित नहीं होगा। हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए इस प्रश्न पत्र के लिए विशेष तौर पर अंग्रेजी और संख्यात्मक परीक्षण के लिए ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
सीसैट के प्रश्न पत्र को तैयार करने के लिए इंटरमीडिएट स्तर के सभी विषयों को फिर से दोहराने से आपको अपनी तैयारी में गुणात्मक रूप से बदलाव दिखाई देगा। इससे आपके आत्मविश्वास में काफी वृद्धि होगी और प्रश्नों को हल करने की दर भी काफी बढ़ेगी।
सीसैट का प्रश्न पत्र केवल क्वालीफाइंग प्रकार का होने के बावजूद इसका महत्व काफी ज्यादा है क्योंकि इसमें उत्तीर्ण हुए बिना प्रीलिम्स परीक्षा को पास नहीं किया जा सकता है। इस प्रकार पुराने ज्ञान का नवीकरण करके छात्र अपने आपको सीसैट के लिए तैयार कर सकते हैं। सामान्य अध्ययन के दूसरे प्रश्न पत्र को प्रीलिम्स में शामिल करने का उद्देश्य उम्मीदवारों की सामान्य मानसिक योग्यता का आकलन करना है। अत: आपको इसका सामना पूरी तैयारी से करना है।
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