मेरे छोटे भाई ने बारहवीं में 60 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं, लेकिन कॉम्पिटेटिव एग्जाम में कम अंक आने से उसका बीटेक में एडमिशन नहीं हो सका। साल खराब न हो, इस वजह से उसका एडमिशन बीएससी में करा दिया। कहीं मैंने गलत तो नहीं किया? मैं पैरा मिलिट्री में सोल्जर हूं। कृपया मुझे भी तरक्की की राह बताएं।
दया शंकर यादव
मुझे नहीं लगता कि आपको आत्मग्लानि महसूस करने की जरूरत है, क्योंकि आपने भाई की भलाई के लिए जो बेहतर लगा, वही किया। आप अगले साल पुन: बीटेक के लिए अप्लाई करा सकते हैं। भाई को प्रेरित करें ताकि उसकी अच्छी रैंक आए और अच्छे कॉलेज में उसे प्रवेश मिल सके। अगर ऐसा नहीं होता तो भी उसे मेहनत से बीएससी करते हुए अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए। एक राह बंद होती है तो दूसरी खुलती है। बीएससी के बाद उसे सीधे एमसीए में प्रवेश मिल सकता है। किसी प्रतिष्ठित संस्थान से एमसीए करने के बाद उसे आसानी से जॉब भी मिल जाएगी और वह आगे भी प्रोग्रेस करता रहेगा। जहां तक खुद आपकी बात है तो आप नौकरी में रहते हुए हायर कॉम्पिटेटिव एग्जाम (जैसे-यूपीएससी, पीएससी) आदि की तैयारी कर अपने लिए तरक्की के रास्ते खोल सकते हैं। अगर सही दिशा में मेहनत के साथ कोशिश करेंगे, तो कामयाबी अवश्य मिलेगी।
मैंने इस साल बीकॉम कम्पलीट किया है। पीसीएस की तैयारी करना चाहता हूं। मैं यह जानना चाहता हूं कि पीसीएस में मैनेजमेंट सब्जेक्ट लिया जा सकता है या नहीं?
पीयूष मिश्रा
आपने अपने प्रश्न में यह स्पष्ट नहीं किया कि आप किस राज्य की पीसीएस परीक्षा के बारे में जानना चाहते हैं। जहां तक संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा की बात है, तो उसमें मुख्य परीक्षा के विषयों की सूची में मैनेजमेंट शामिल है। चूंकि अधिकांश राज्यों के लोक सेवा आयोगों ने अपने राज्य की प्रॉविंशियल सिविल सेवा यानी पीसीएस परीक्षा के लिए सामान्यत: यूपीएससी का सिलेबस ही फालो किया है, इसलिए इस बात की संभावना ज्यादा है कि आप जिस पीसीएस के बारे में जानकारी चाहते हैं वहां भी मैनेजमेंट ऐच्छिक विषय में शामिल हो। इस बारे में आप अपने राज्य के लोक सेवा आयोग की वेबसाइट से या बाजार में उपलब्ध मुख्य परीक्षा के सिलेबस से वांछित जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कृपया बताएं कि किस फील्ड में ब्राइट फ्यूचर है-एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग या फिर मेकैनिकल इंजीनियरिंग?
अंबर गुप्ता
आज के समय में इन दोनों में किसी को कम या ज्यादा नहीं कहा जा सकता, क्योंकि इन दोनों में ही प्रतिभाशाली युवाओं के लिए जोरदार संभावनाएं हैं। मेकैनिकल इंजीनियरिंग एक सदाबहार सेक्टर है। एसईजेड से लेकर छोटे-छोटे इलाकों तक में जिस तरह हर तरह के कारखाने लग रहे हैं, उसे देखते हुए इस फील्ड के एक्सपर्ट्स के लिए काम की कमी नहीं होने वाली। खास बात यह है कि इसमें सरकारी और निजी दोनों ही क्षेत्रों के कारखानों में अवसर बढ रहे हैं। जहां तक एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की बात है तो इसमें भी देश और दुनिया दोनों जगह अवसर तेजी से बढ रहे हैं। हालांकि भारत में अभी इस क्षेत्र में सिर्फ सरकारी क्षेत्र के संस्थानों (जैसे-इसरो, डीआरडीओ, एचएएल, आईएएफ आदि) में ही संभावनाएं हैं। हालांकि योग्य युवाओं के लिए ये संभावनाएं भी बेहद आकर्षक हैं।
मैंने सीबीएसई बोर्ड से बारहवीं पास किया है, लेकिन अब मैं पूरी तरह से कंफ्यूज हूं। कृपया बताएं कि मुझे क्या करना चाहिए?
एक पाठक
इस मोड पर आकर दुविधा होना स्वाभाविक है, इसलिए आप इसे लेकर ज्यादा परेशान न हों। आगे के लिए कोई निर्णय लेने से पहले आप खुद को जानने-समझने का प्रयास करें। अपनी पसंद-नापसंद को जानें-समझें। इससे यह पता चलेगा कि आपकी रुचियां किस तरफ हैं और आपको करियर या कोर्स की कौन सी दिशा चुननी चाहिए? अगर खुद समझ में न आए तो परिवार के या किसी जानने वाले समझदार व्यक्ति से राय-मशविरा लें। अपनी पसंद अच्छी तरह समझ जाने के बाद उसी दिशा में आज के समय में उपयोगी कोर्स करने का प्रयास करें। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको अपनी पसंद के क्षेत्र में आगे बढने में काफी मदद मिल सकती है और आप खुश भी रहेंगे।
(कोर्स व कॅरियर से संबंधित अपने सवाल josh@jagran.com पर आप मेल कर सकते हैं।)
अरूण श्रीवास्तव
काउंसलर कॉर्नर
मेरे छोटे भाई ने बारहवीं में 60 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं, लेकिन कॉम्पिटेटिव एग्जाम में कम अंक आने से उसका बीटेक में एडमिशन नहीं हो सका
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