Who is Gita Gopinath: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ (Gita Gopinath) को पदोन्नत कर संगठन का प्रथम उप प्रबंध निदेशक (एफडीएमडी) बनाया जा रहा है. वे इस पद पर जेफ्री ओकामोटो की जगह लेंगी जो अगले साल की शुरुआत में आईएमएफ छोड़ने की योजना बना रहे हैं. भारतीय-अमेरिकी गीता आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री बनने वाली पहली महिला हैं.
आईएमएफ की चीफ क्रिस्तलीना जॉर्जीवा के बाद गीता गोपीनाथ का ही नंबर होगा. ऐसा पहली बार होगा जब वॉशिंगटन स्थित इस अंतराष्ट्रीय संस्था में शीर्ष के दो पदों पर महिलाएं बैठेंगी. गीता गोपीनाथ IMF की पहली मैनेजिंग डायरेक्टर होगी. इसका घोषणा करते हुए IMF ने कहा है कि यह नियुक्ति 21 जनवरी से प्रभावी होगी.
2018 में मुख्य अर्थशास्त्री बनी थीं
गीता गोपीनाथ साल 2018 में आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री बनी थीं. वे मूलरूप से केरल की हैं. उनकी नागरिकता अमेरिका और भारत दोनों की है. उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में ही मास्टर की डिग्री हासिल किया. उन्होंने साल 1996 से साल 2001 तक प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी पूरी की.
कौन हैं गीता गोपीनाथ?
• गीता गोपीनाथ साल 2001 से 2005 तक शिकागो यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर के तौर पर काम कीं. फिर वे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनीं.
• गीता गोपीनाथ का भारत से काफी करीबी नाता रहा है. उनका जन्म भारत में हुआ था और उन्होंने साल 1992 में दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से अर्थशास्त्र में ऑनर्स की पढ़ाई की थी.
• उन्होंने व्यापार एवं निवेश, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संकट, मुद्रा नीतियां, कर्ज और उभरते बाजारों की समस्याओं पर लगभग 40 शोध-पत्र भी लिखे हैं.
• भारत सरकार ने साल 2019 में उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान दिया था जो प्रवासी भारतीयों और भारतवंशियों को दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है.
• आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री रहते हुए भी गीता गोपीनाथ ने रिसर्च विभाग की भूमिका को व्यापक बनाने में अहम भूमिका निभाई है.
• उन्होंने अंतरराष्ट्रीय पूंजी बहाव और महामारी को ख़त्म करने के लिए आईएमएफ के प्लान को तैयार में करने में भी अहम योगदान दिया है.
• गीता को साल 2018 में आईएमएफ का मुख्य अर्थशास्त्री नियुक्त किया गया. उन्हें साल 2017 में केरल सरकार का वित्तीय सलाहकार भी बनाया गया था.
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