भारत दुनिया का 7वां सबसे बड़ा देश है, जो कि 32,87,263 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह पूरी दुनिया का कुल 2.4 फीसदी हिस्सा है। यहां कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनमें कुल 797 जिले आते हैं। इनमें से 752 जिले राज्य और शेष केंद्र शासित प्रदेशों में आते हैं।
कुछ किताबों में आपको कुल जिलों की संख्या 812 भी देखने को मिल सकती है। आपने प्रदेश के अलग-अलग जिलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हर जिले की अपनी विशेषता है। कृषि के आधार पर देखें, तो हम विभिन्न राज्यों के जिलों में अलग-अलग फसलों की पैदावार मिलती है। इसमें दालों का उत्पादन भी शामिल है।
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत के किस जिले को मूंग दाल का शहर भी कहा जाता है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
क्यों दिया जाता है शहरों को उपनाम
शहरों को उपनाम उनकी विशेषताओं के आधार पर दिया जाता है। इससे न सिर्फ शहर को विशेष पहचान मिलती है, बल्कि आर्थिक स्तर पर भी शहरों को इसका लाभ देखने को मिलता है। विशेष पहचान से शहरों का वैश्विक बाजारों में मजबूत स्थान बनता है।
किस जिले को कहा जाता है मूंग दाल का शहर
अब सवाल है कि भारत के किस जिले को मूंग दाल का शहर भी कहा जाता है। आपको बता दें कि राजस्थान के नागौर जिले को मूंग दाल का शहर भी कहा जाता है।
क्यों कहा जाता है मूंग दाल का शहर
अब हम यह जान लेते हैं कि आखिर नागौर जिले को ही मूंग दाल का शहर क्यों कहा जाता है। यह जिला मूंग दाल के उत्पादन में पूरे राजस्थान में कुल 43 फीसदी का योगदान देता है। इससे यह पूरे भारत में मूंग दाल के सबसे बड़े उत्पादक जिलों में टॉप लिस्ट में आता है। वहीं, यहां की मूंग दाल की चमक व गुणवत्ता अन्य जगहों से बेहतर है, जिसे देशभर में पसंद किया जाता है। राजस्थान की कई बड़ी नमकीन कंपनियां हैं, जो यहां से मूंग दाल की पैकिंग कर देशभर में आपूर्ति करती हैं। यही वजह है कि भारत के इस जिले को मूंग दाल का शहर भी कहा जाता है।
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