भारत में 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव प्रक्रिया चल रही है। राज्यों से लेकर केंद्र शासित प्रदेश में चुनावी लहर है और सत्ता के गलियारे में चुनावी गर्मी तेज है। इस कड़ी में राजनीतिक पार्टियां अलग-अलग मुद्दों के साथ जनता को साध रही हैं। क्योंकि, प्रत्येक पार्टी बहुमत से सरकार बनाकर जनता के बीच उतर चाहती है।
ऐसे में प्रत्येक वोट की अहमियत है। चुनाव की इस प्रक्रिया में मतदान के लिए EVM मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत के किस चुनाव में सबसे पहले ईवीएम मशीन का इस्तेमाल किया गया था ? यदि नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
पढ़ेंः भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला जिला कौन-सा है, जानें
कब हुए थे पहले आम चुनाव
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत में पहली बार चुनाव किस वर्ष हुए थे। आपको बता दें कि 25 अक्टूबर 1951 से लेकर 21 फरवरी,1952 के बीच पहली बार चुनाव आयोजित किए गए थे। उस समय 25 राज्यों के 401 निर्वाचन क्षेत्रों से कुल 489 सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया चली थी। इस चुनाव में कुल 1949 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। प्रत्येक प्रत्याशी को लेकर पोलिंग बूथ पर एक मतदान पेटी और उन पर प्रत्याशी का नाम और चिह्न बनाया गया था।
किस राज्य में पहली बार इस्तेमाल हुई EVM Machine
अब हम यह जान लेते हैं कि भारत के किस राज्य में पहली बार EVM Machine का इस्तेमाल किया गया था, तो दक्षिण भारत के केरल राज्य में पहली बार EVM Machine इस्तेमाल हुई थी।
कब और किस चुनाव में इस्तेमाल हुई थी EVM Machine
साल 1982 में केरल राज्य के उत्तरी पारावुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पहली बार EVM Machine का इस्तेमाल किया गया था।
आम चुनाव में पहली बार EVM Machine का इस्तेमाल
भारत में साल 1999 में गोवा में पहली बार आम चुनाव में EVM Machine का इस्तेमाल किया गया था। ऐसे में इतिहास के पन्नों में गोवा पहला EVM Machine से आम चुनाव कराने वाला राज्य बना।
2004 से EVM Machine का पूर्ण उपयोग
साल 1999 में गोवा में EVM Machine का इस्तेमाल होने के बाद साल 2003 में पहली बार उपचुनाव और राज्य चुनाव का आयोजन EVM Machine से किया गया था। इसके बाद साल 2004 में चुनाव आयोग की ओर से EVM Machine से ही आम चुनाव कराने निर्णय लिया गया था।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation